[MISSION 2023] सिक्योर: दैनिक सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उत्तर लेखन अभ्यास: 19 जुलाई 2022

 

How to Follow Secure Initiative?

How to Self-evaluate your answer? 

MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE

 


सामान्य अध्ययन– I


 

विषय: विश्व का इतिहास, जिसमें 18वीं सदी तथा बाद की घटनाएँ यथा औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनःसीमांकन, उपनिवेशवाद, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शन जैसे साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि, उनके रूप और समाज पर उनका प्रभाव शामिल होंगे।

  1. इंग्लैण्ड में औद्योगिक क्रांति को परिभाषित करने वाली प्रमुख तकनीकी, सामाजिक-आर्थिक एवं सांस्कृतिक विशेषताओं पर चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

सन्दर्भ:  Insights on India

 निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

18वीं शताब्दी की औद्योगिक क्रांति को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

 विषय वस्तु:

औद्योगिक क्रांति की प्रमुख तकनीकी विशेषताओं के बारे में लिखिए।

औद्योगिक क्रांति की प्रमुख सामाजिक-आर्थिक विशेषताओं के बारे में लिखिए।

क्रांति के कारण हुए प्रमुख सांस्कृतिक परिवर्तनों के बारे में लिखिए।

निष्कर्ष:

उपर्युक्त को संक्षेप में प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

  

विषय: विश्व का इतिहास, जिसमें 18वीं सदी तथा बाद की घटनाएँ यथा औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनःसीमांकन, उपनिवेशवाद, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शन जैसे साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि, उनके रूप और समाज पर उनका प्रभाव शामिल होंगे। 

  1. प्रथम विश्व युद्ध का सबसे महत्वपूर्ण कारण गुप्त गठबंधनों की व्यवस्था थी। इन गठबंधनों ने धीरे-धीरे सम्पूर्ण यूरोप को परस्पर शत्रुतापूर्ण प्रतिद्वंद्वी सशस्त्र समूहों में विभाजित कर दिया, जो प्रथम विश्व युद्ध में एक-दूसरे का सामना कर रहे थे। समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द) 

प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: Insights on India

निर्देशक शब्द:

 समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

बिस्मार्क के नेतृत्व में यूरोप में गुप्त गठबंधनों की उत्पत्ति का संक्षेप में उल्लेख करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

 विषय वस्तु:

गठबंधनों के संदर्भ में बिस्मार्क के कार्यों का उल्लेख कीजिए, जिन्होंने 1870 के फ्रांसीसी- जर्मन युद्ध के पश्चात् जर्मनी के दुश्मनों के विरुद्ध ऐसे गठबंधनों का एक नेटवर्क बनाने का प्रयत्न किया था।

युद्ध के प्रसार के लिए उत्तरदायी अन्य कारकों के बारे में लिखिए।

निष्कर्ष:

प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत में गुप्त गठबंधनों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए।

  

विषय: जनसँख्या एवं संबंधित मुद्दे, गरीबी एवं विकास संबंधी मुद्दे, शहरीकरण, उनकी समस्याएँ तथा उनके रक्षोपाय। 

  1. प्रवासी श्रमिकों की अनिश्चितताओं को कम करने के लिए राज्यों को केंद्र के साथ मिलकर कार्य करना चाहिए। हालाँकि छोटी-छोटी आवश्यकताएँ एक प्रारंभिक बिंदु हो सकती हैं लेकिन सामाजिक सुरक्षा का जाल बनाने के लिए उनकी रूपरेखा को विस्तृत किया जाना चाहिए। परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम             

सन्दर्भ: Live Mint

 निर्देशक शब्द:

 परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

भारत में प्रवास के संबंध में आँकड़े प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

प्रवासी श्रमिकों के समक्ष आने वाली समस्याओं पर विस्तार से चर्चा कीजिए। इसके कारणों पर प्रकाश डालिए।

सामाजिक सुरक्षा एवं अंतर्राज्यीय समन्वय के लिए इस दिशा में सरकार की नीतियों तथा पहलों पर चर्चा कीजिए।

प्रवासी श्रमिकों के मुद्दों को कम करने के लिए और क्या करने की आवश्यकता है? सुझाव दीजिए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– II


 

विषय: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह तथा भारत से सम्बंधित और/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।

  1. भारत के विकास सहयोग को संचालित करने वाले मांग से प्रेरित, शर्त मुक्त एवं समान के मध्य भागीदारी के सिद्धांत पर आधारित मूल्यों की अफ्रीका में सराहना की जाती है। इस संबंध में, अफ्रीकी महाद्वीपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र (AfCFTA) द्वारा लंबे समय से भारत-अफ्रीका आर्थिक साझेदारी में प्रस्तुत किए जाने अवसरों का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

 सन्दर्भ: Live Mint

 निर्देशक शब्द:

 समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

अफ्रीकी महाद्वीपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र (AfCFTA) के सृजन के संबंध में संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

भारत एवं अफ्रीका के मध्य सहयोग के विभिन्न प्रयासों एवं इस क्षेत्र में भारत के समक्ष  उपलब्ध विभिन्न शक्तियों का उल्लेख कीजिए।

21वीं सदी के अफ्रीका के बारे में लिखिए।

अफ्रीकी महाद्वीपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र (AfCFTA) द्वारा भारत एवं अफ्रीका के लिए प्रदान किए जाने वाले अवसरों के बारे में लिखिए।

इसकी कुछ सीमाओं का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– III


 

विषय: समावेशी विकास एवं इससे उत्पन्न होने वाले मुद्दे।

  1. समावेशी विकास और अन्यथा इसका अभाव राजनीतिक संभाषणों में एक आवर्ती विषय बन गया है। मांग एवं आपूर्ति पक्ष पर राजनीतिक अर्थव्यवस्था की शक्तियों ने समय के साथ पुनर्वितरण को कमजोर कर दिया है एवं लोकलुभावनवाद की एक नई लहर में योगदान दिया है। विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: कठिन

 सन्दर्भ: The Hindu

 निर्देशक शब्द:

 विश्लेषण कीजिएऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

समावेशी विकास को परिभाषित करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

समावेशी विकास के सम्भाषण एवं देश में समावेशी विकास में शामिल विभिन्न बाधाओं के बारे में लिखिए।

लोकलुभावनवाद, इसके पीछे की विचारधारा एवं इसके द्वारा समावेशी विकास की महत्वाकांक्षाओं को प्रभावित करने के बारे में लिखिए। तथ्यों एवं उदाहरणों के साथ इसकी पुष्टि कीजिए।

 निष्कर्ष:

लोकलुभावनवाद द्वारा उत्पन्न समावेशी विकास में आने वाली विभिन्न बाधाओं को दूर करने के लिए आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

  

विषय: प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कृषि सब्सिडी एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित मुद्दे।

  1. उन विभिन्न मुद्दों की जाँच कीजिए, जो न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को किसानों के लिए आय समर्थन का एक तंत्र बनने से रोकते हैं। क्या आपको लगता है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी उपर्युक्त मुद्दों के लिए रामबाण हो सकती है? (150 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

 सन्दर्भ: Down to Earth , Insights on India

 निर्देशक शब्द:

 जाँच कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

न्यूनतम समर्थन मूल्य, उसके लक्ष्य एवं उद्देश्यों के बारे में लिखते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

न्यूनतम समर्थन मूल्य से सम्बंधित सीमाओं का उल्लेख कीजिए।

न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी के संदर्भ में चर्चा कीजिए एवं समझाइए कि यह उपर्युक्त मुद्दों को दूर करने में कैसे सहायक है।

किसानों को लाभकारी मूल्य प्राप्त करने के लिए आवश्यक प्रणालीगत उपायों के बारे में लिखिए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– IV


 

विषय: भावनात्मक बुद्धिमत्ता- अवधारणाएँ तथा प्रशासन एवं शासन में उनकी उपयोगिता और अनुप्रयोग।

 7. एक सिविल सेवक के लिए भावनात्मक बुद्धिमत्ता क्यों महत्वपूर्ण है? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए। (150 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: कठिन

सन्दर्भ: नैतिकता, सत्यनिष्ठा एवं अभिरुचि: लेक्सिकन प्रकाशन।

निर्देशक शब्द:

 स्पष्ट कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह पूछे गए प्रश्न से संबंधित जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

भावनात्मक बुद्धिमत्ता (EI) को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

 विषय वस्तु:

सिविल सेवकों के लिए भावनात्मक बुद्धिमत्ता के महत्व पर प्रकाश डालिए।

यह एक अधिकारी को प्रभावी और सहानुभूतिपूर्वक निर्णय लेने में कैसे सहायता कर सकती है? समझाइए।

अपने उत्तर की पुष्टि के लिए उदाहरणों का प्रयोग कीजिए।

 निष्कर्ष:

उपर्युक्त का संक्षेपण करते हुए निष्कर्ष निकालिए।