[Mission 2022] INSIGHTS करेंट अफेयर्स+ पीआईबी नोट्स [ DAILY CURRENT AFFAIRS + PIB Summary in HINDI ] 11 July 2022

विषयसूची

विषयसूची

सामान्य अध्ययन-I

  1. बादल फटना

सामान्य अध्ययन-II

  1. चिकित्सा उपकरणों का विनियमन
  2. एसडीजी रिपोर्ट 2022

सामान्य अध्ययन-III

  1. जंगली प्रजातियों पर आईपीबीईएस आकलन रिपोर्ट

सामान्य अध्ययन-IV

  1. दयालुता: दयालुता के छोटे और यादृच्छिक कृत्यों का मूल्य

प्रारम्भिक परीक्षा हेतु तथ्य

  1. सबसे पुराना यूरोपीय मानव जीवाश्म 
  2. उबर फाइल्स
  3. डिजिटल नोमड्स
  4. औषधि उद्योग का सुदृढ़ीकरण (एसपीआई) योजना
  5. हीट इंडेक्स
  6. मंकीपॉक्स 
  7. तंबाकू
  8. म्युऑन चुंबकत्व
  9. सिंगलिला नेशनल पार्क

 


सामान्य अध्ययनI


विषय: महत्वपूर्ण भूभौतिकीय घटनाएं जैसे भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी गतिविधि, चक्रवात आदि।

मेघ विस्फोट / बादल फटना 

संदर्भ:

हाल ही में, जम्मू और कश्मीर के अमरनाथ में अचानक “अत्यधिक स्थानीय बारिश” होने के कारण बाढ़ आ गई और कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए।

‘बादल फटना’ क्या होता है?

‘मेघ विस्फोट’ या ‘बादल फटने (Cloudburst) का अर्थ है- कम अवधि में अत्यधिक मात्रा में बारिश होना, जिसमे कभी कभी-कभी ओलों और गरज के साथ मूसलाधार बारिश होती है।

‘भारत मौसम विज्ञान विभाग’ (India Meteorological Department – IMD) द्वारा ‘बादल फटने को लगभग 20 से 30 वर्ग किमी के भौगोलिक क्षेत्र में प्रति घंटे 100 मिमी (या 10 सेमी) से अधिक अप्रत्याशित वर्षा के रूप में परिभाषित किया गया है।

‘मेघ विस्फोट’ की घटनाएँ कहाँ होती हैं?

  • ‘मेघ विस्फोट’ या ‘बादल फटने की घटनाओं के मुख्य रूप से भूभाग और ऊंचाई के कारण ‘पहाड़ी क्षेत्रों’ में होने की अधिक संभावना होती है।
  • जब आद्रता-युक्त हवाएं पहाड़ी इलाके में ऊपर उठकर ‘कपासी वर्षा मेघों’ (Cumulonimbus cloud) का ऊर्ध्वाधर स्तंभ का निर्माण करती है, तब इसके साथ ही प्रायः बादल फटने की घटना होती है।
  • इस प्रकार के बादल आमतौर पर तेज बारिश, गरज और बिजली गिरने का कारण बनते हैं। बादलों की इस ऊपर की ओर गति को ‘पर्वतीय उत्थापन’ (Orographic Lift) के रूप में जाना जाता है।
  • ये अस्थिर बादल काफी भारी हो जाने के बाद एक छोटे से क्षेत्र में तेज वर्षा-युक्त आंधी का कारण बनते हैं और पहाड़ियों के बीच कटकों (Ridges) और घाटियों में फस जाते हैं।
  • ‘बादल फटने’ के लिए आवश्यक ऊर्जा ‘हवा की ऊर्ध्व गति’ से आती है। ‘बादल फटना’ ज्यादातर समुद्र तल से 1,000-2,500 मीटर की ऊंचाई पर होता है।

 

अभ्यास प्रश्न:

बादल फटने की परिघटना की चर्चा कीजिए। यह घटना नियमित वर्षा से किस प्रकार भिन्न होती है? (150 शब्द)

स्रोत: डाउन टू अर्थ

 


सामान्य अध्ययनII


विषय: केन्द्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिये कल्याणकारी योजनाएँ और इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन; इन अति संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिये गठित तंत्र, विधि, संस्थान एवं निकाय।

चिकित्सा उपकरणों का विनियमन: मसौदा विधेयक 

संदर्भ:

हाल ही में, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा ‘औषधि, चिकित्सा उपकरण और प्रसाधन सामग्री विधेयक-2022‘ (Drug, Medical Devices, and Cosmetics Bill-2022) का नया मसौदा जारी किया गया है। विधेयक में चिकित्सा उपकरणों को अलग से परिभाषित किया गया है।

सरकार ने अगले 45 दिनों में इस मसौदा विधेयक पर टिप्पणियां, आपत्तियां और सुझाव आमंत्रित किए हैं।

प्रमुख बिंदु:

  • पृथक विशेषज्ञ समूह: विधेयक में चिकित्सा उपकरणों पर एक ‘अलग विशेषज्ञ समूह’ (Separate Expert Group) के गठन का प्रावधान किया गया है।
  • केंद्रीय और राज्य परीक्षण प्रयोगशालाएं: विधेयक में ‘दवा परीक्षण प्रयोगशालाओं’ के नेटवर्क की तर्ज पर केंद्रीय और राज्य चिकित्सा उपकरण-परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। 
  • ऑनलाइन फ़ार्मेसी के लिए नियम: मसौदा विधेयक में केंद्र सरकार को ऑनलाइन फ़ार्मेसी को विनियमित करने के लिए नियम बनाने का सुझाव दिया गया है।
  • चिकित्सा उपकरणों के लिए अलग परिभाषा: मसौदा विधेयक में ‘चिकित्सा उपकरणों’ (Medical Devices) के लिए एक अलग परिभाषा निर्धारित की गयी है। इस परिभाषा के दायरे में नैदानिक ​​​​उपकरण, इसके सॉफ्टवेयर, प्रत्यारोपण, विकलांग सहायता के लिए उपकरण, जीवन-सहयोगी उपकरण, कीटाणुशोधन के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरण और किसी भी अभिकर्मक या किट को शामिल किया गया है।
  • पिछले 1940 के अधिनियम में चिकित्सा उपकरणों को “दवाओं” की चार श्रेणियों में से एक के रूप में विनियमित किया गया था।
  • चिकित्सा उपकरण तकनीकी सलाहकार बोर्ड‘: विधेयक में मौजूदा ‘औषधि तकनीकी सलाहकार बोर्ड’ की तर्ज पर चिकित्सा उपकरण तकनीकी सलाहकार बोर्डके निर्माण का प्रावधान किया गया है।
  • इस बोर्ड में चिकित्सा पेशेवरों और उपकरणों के तकनीकी ज्ञान रखने वाले लोग भी शामिल होंगे।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा, बोर्ड में निम्नलिखित क्षेत्रों के लोग भी शामिल होंगे:

  • परमाणु ऊर्जा विभाग,
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग,
  • इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय,
  • रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO)
  • जैव चिकित्सा प्रौद्योगिकी, जैव सामग्री और बहुलक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञ।

औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940:

  • ‘औषध एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम’, 1940 (Drugs and Cosmetics Act, 1940), भारत में दवाओं के आयात, निर्माण और वितरण को नियंत्रित करता है।
  • अधिनियम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भारत में बेची जाने वाली दवाएं और सौंदर्य प्रसाधन सुरक्षित, प्रभावी और राज्य गुणवत्ता मानकों के अनुरूप हों।

ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 की धारा 3:

इसके तहत, केंद्र सरकार द्वारा ‘औषधि तकनीकी सलाहकार बोर्ड’ (DTAB) के परामर्श के बाद, मनुष्यों या जानवरों में उपयोग के लिए इच्छित उपकरणों को दवाओं के रूप में निर्दिष्ट किया जाता है। 

इंस्टा लिंक्स:

औषधि और प्रसाधन सामग्री नियम 1945

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

 

विषय: महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएँ और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश।

संयुक्त राष्ट्र की ‘सतत विकास रिपोर्ट- 2022’

संदर्भ:

हाल ही में जारी संयुक्त राष्ट्र ‘सतत विकास लक्ष्य सूचकांक’ (SDG index) के अनुसार – जलवायु संकट, कोविड-19 महामारी और विश्व भर में जारी संघर्षों की संख्या में वृद्धि के कारण सभी 17 ‘सतत विकास लक्ष्य’ (Sustainable Development Goals – SDGs) संकट में हैं।

  • ‘सतत विकास लक्ष्य सूचकांक’, 2022 (SDG Index, 2022) में तीन नॉर्डिक देश – फिनलैंड, डेनमार्क और स्वीडन – शीर्ष पर हैं और शीर्ष 10 देशों में सभी देश यूरोपीय हैं।
  • इस सूचकांक में भारत 121वें स्थान पर है।

प्रमुख बिंदु:

  • प्रदर्शन में कोई सुधार नहीं: कई निम्न-आय वाले देशों (low-income countries) और निम्न-मध्यम-आय वाले देशों (lower-middle-income countries) में ‘सतत विकास लक्ष्य’ संख्या- 1 (SDG 1) – ‘शून्य गरीबी’ और ‘सतत विकास लक्ष्य’ संख्या- 8 (SDG 8) – ‘उत्कृष्ट कार्य और आर्थिक वृद्धि’ पर प्रदर्शन पूर्व-महामारी के स्तर से नीचे है।
  • जलवायु और जैव विविधता पर धीमी प्रगति: जलवायु और जैव विविधता लक्ष्यों पर प्रगति भी, खासकर समृद्ध देशों में, बहुत धीमी है।
  • ग्रीनहाउस गैस में वृद्धि: एक दशक में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 14 प्रतिशत की वृद्धि होना तय है।
  • पेरिस समझौते की योजना के विपरीत: अर्थात, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन, वर्ष 2025 तक चरम पर पहुचने के बाद 2030 तक 43 प्रतिशत की गिरावट और वर्ष 2050 तक नेट-जीरो के लक्ष्य के विपरीत है।
  • महामारी एक खतरे के रूप में: महामारी स्वयं कई ‘सतत विकास लक्ष्यों’ के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक के रूप में उभरी है। वर्ष 2021 तक कोरोनवायरस के कारण प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 15 मिलियन “अतिरिक्त मौतें” होने का अनुमान है।
  • स्वास्थ्य आपातकाल: दुनिया भर में स्वास्थ्य आपातकाल के कारण आर्थिक झटके ने अकेले 2020 में 93 मिलियन को गरीबी में धकेल दिया और गरीबी को कम करने हेतु किए गए “चार साल से अधिक” कार्य को पूर्ववत कर दिया। इसने लाखों लोगों की शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को भी प्रभावित किया है।
  • उदाहरण के लिए, पिछले एक दशक में टीकाकरण में पहली बार गिरावट हुई है, जबकि मलेरिया और टीबी से होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है।

वैश्विक आर्थिक विकास में कमी: महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध ने पहले ही वैश्विक आर्थिक विकास अनुमानों को 0.9 प्रतिशत तक कम कर दिया है।‘सतत विकास लक्ष्य सूचकांक’, 2022 पर जारी बयान में आर्थिक विकास में कमी के निम्नलिखित कारणों को चिह्नित किया गया है: 

  • भोजन और ईंधन की कीमतों में वृद्धि
  • वैश्विक आपूर्ति और व्यापार में बाधा
  • वित्तीय बाजार में उतार-चढाव

सुझाव:

भारत और ‘सतत विकास लक्ष्य’:

अन्य देशों की तुलना में ‘सतत विकास लक्ष्यों’ (SDG) के लिए भारत की तैयारी पिछले कुछ वर्षों में खराब हुई है।

प्रमुख चुनौतियों में शामिल हैं:

  • ‘उत्कृष्ट कार्य और आर्थिक वृद्धि’ सुनिश्चित करना (SDG 8)।
  • ‘जलवायु कार्रवाई’ पर भारत का प्रदर्शन – (SDG) 13, वर्ष 2019-2020 से गिरावट जारी है।

देश में, SDG 2 (शून्य भूखमरी), SDG 3 (उत्तम स्वास्थ्य और खुशहाली) और SDG 6 (स्वच्छ पानी और स्वच्छता) जैसे लक्ष्यों पर प्रगति हुई है।

सतत विकास रिपोर्ट:

  • सतत विकास रिपोर्ट (Sustainable Development Report), सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में देशों की प्रगति का वैश्विक मूल्यांकन है।
  • यह रिपोर्ट, सतत विकास समाधान नेटवर्क (SDSN) में शामिल स्वतंत्र विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा प्रकाशित की जाती है।

इंस्टा लिंक्स:

एसडीजी और भारत

अभ्यास प्रश्न:

कल्याणकारी राज्य की नैतिक अनिवार्यता होने के अलावा, सतत विकास के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य संरचना एक आवश्यक पूर्व शर्त है। विश्लेषण कीजिए। (यूपीएससी 2021)

 


सामान्य अध्ययनIII


 

विषय: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन। 

IPBES की जंगली प्रजातियों पर आकलन रिपोर्ट

संदर्भ: हाल ही में, ‘जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं पर अंतर सरकारी विज्ञान-नीति प्लेटफ़ॉर्म’ (Intergovernmental Science-policy platform on Biodiversity and Ecosystem Service – IPBES) द्वारा विश्व भर में पौधों, जानवरों, कवक और शैवाल की जंगली प्रजातियों के सतत उपयोग पर अपनी रिपोर्ट जारी की गयी है।

रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष:

वैश्विक:

जैव विविधता और जंगली प्रजातियों के पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रभाव: जलवायु परिवर्तन, परिदृश्य और समुद्री परिदृश्य में परिवर्तन, प्रदूषण और आक्रामक विदेशी प्रजातियों के प्रभाव के माध्यम से ‘जैव विविधता और जंगली प्रजातियों के पारिस्थितिकी तंत्र’ पर प्रमुख प्रभाव पड़ा है।

अरक्षणीय दोहन (Unsustainable exploitation): यह ‘समुद्री पारिस्थितिक तंत्र’ में जंगली प्रजातियों के लिए मुख्य खतरा है और ‘स्थलीय और मीठे पानी के पारिस्थितिक तंत्र’ में दूसरा सबसे बड़ा खतरा है।

  • ‘अरक्षणीय शिकार’ (Unsustainable hunting) जंगली स्तनपायी प्रजातियों के लिए मुख्य खतरा है।
  • कई पौधों के समूहों, विशेष रूप से कैक्टी (cacti), साइकैड, और ऑर्किड के साथ-साथ औषधीय प्रयोजनों के लिए काटे जाने वाले अन्य पौधों तथा कवकों के लिए- वृक्षों की अरक्षणीय कटाई और एकत्रीकरण-  मुख्य खतरों में से एक है।

आजीविका के संदर्भ में: छोटे पैमाने पर मत्स्य पालन, 120 मिलियन लोगों में से 90% से अधिक के लिए खाद्य-आपूर्ति करता है, और छोटे पैमाने पर मत्स्य पालन में शामिल लोगों में से लगभग आधी संख्या महिलाओं की है।

  • रिपोर्ट के अनुसार, 34% समुद्री वन्यजीवो का अति-दोहन किया जाता है।
  • वैश्विक स्तर पर 50,000 जंगली प्रजातियां, अरबों लोगों की जरूरतों को पूरा कर सकती हैं।
  • दुनिया की 70 प्रतिशत गरीब आबादी सीधे तौर पर जंगली प्रजातियों पर निर्भर है।

मूल-निवासी लोगों के संदर्भ में: जंगली प्रजातियों का सतत उपयोग, मूल-निवासी लोगों की पहचान, अस्तित्व और आजीविका के लिए अति महत्वपूर्ण है।

रिपोर्ट में की गयी सिफारिशें:

  • देशी समुदायों को सशक्त बनाना: रिपोर्ट के अनुसार- ‘देशी लोगों’ (Indigenous people) और स्थानीय समुदायों द्वारा जंगली प्रजातियों के संधारणीय उपयोग के लिए स्थानीय ज्ञान, प्रथाओं और आध्यात्मिकता का इस्तेमाल किया जाता है। ये लोग प्रकृति का सम्मान करते है और प्रकृति से केवल वही लेते थे जिसकी उन्हें आवश्यकता होती है।
  • सशक्त मात्स्यिकी प्रबंधन: उदाहरण: ‘अटलांटिक ब्लूफिन टूना’ मछलियों की आबादी में फिर से संवृद्धि की गयी है और अब संधारणीय स्तरों के भीतर मत्स्यन किया जाता है।
  • प्रभावी नियम: उनके बिना, संधारणीय उपयोग और व्यापार में वृद्धि होगी, जिससे आबादी का पतन होगा।
  • जंगली प्रजातियों का सतत उपयोग अरबों की संख्या में आबादी की जरूरतों को पूरा कर सकता है
  • जंगली प्रजातियों को बचाने के लिए आवश्यक अन्य उपाय: विविध मूल्य प्रणालियों का एकीकरण, लागत और लाभों का समान वितरण, सांस्कृतिक मानदंडों और सामाजिक मूल्यों में परिवर्तन और प्रभावी संस्थानों और शासन प्रणालियों से, भविष्य में जंगली प्रजातियों के सतत उपयोग की सुविधा होगी।

जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं पर अंतर सरकारी विज्ञान-नीति प्लेटफ़ॉर्म’ (Intergovernmental Science-policy platform on Biodiversity and Ecosystem Service – IPBES) के बारे में:

  • यह सदस्य देशों द्वारा 2012 में स्थापित एक स्वतंत्र अंतर-सरकारी निकाय है। 
  • IPBES का उद्देश्य जैव विविधता के संरक्षण और सतत उपयोग के लिए अनुसंधान, साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण को मजबूत करना है।
  • आईपीबीईएस के कार्यों में शामिल हैं:- आकलन, नीति समर्थन, क्षमता निर्माण और जानकारी।
  • सचिवालय: बॉन, जर्मनी।

इंस्टा लिंक:

यूनाइटेड फॉर बायोडायवर्सिटी

अभ्यास प्रश्न:

  1. भारत में जैव विविधता किस प्रकार भिन्नता पूर्ण है? वनस्पतियों और जीवों के संरक्षण में जैव विविधता अधिनियम, 2002 किस प्रकार सहायक है? (10 अंक) (यूपीएससी 2018)
  2. क्या आप इस बात से सहमत हैं कि जैव विविधता के लाभ, जैव विविधता संरक्षण के मौजूदा स्तरों की लागत से कहीं अधिक हैं? किसी देश की आर्थिक गतिविधियों पर जैव विविधता के प्रभावों की व्याख्या कीजिए। (250 शब्द)

स्रोत: डाउन टू अर्थ

 


सामान्य अध्ययनIV


विषय: मानव मूल्य

दयालुता के छोटे और यादृच्छिक कृत्यों का मूल्य 


(Small and random acts of Kindness do have value)

“आप लोगों के के लिए कार्य करें, इसलिए नहीं कि वे कौन हैं या बदले में वे क्या करते हैं, बल्कि इसलिए कि आप कौन हैं।” — हेरोल्ड एस. कुशनेर

  • दयालुता का एक ‘यादृच्छिक कार्य’ (Random Act), बिना किसी अनुरोध या बदले में कुछ पाने की इच्छा के बगैर दूसरों को अपना सर्वश्रेष्ठ खुद देना है। यह बस ऐसा है कि, आप किसी और के लिए उनके बिना पूछे और बदले में बगैर कुछ पाने की इच्छा के कुछ अच्छा कर रहे हैं।
  • जब आप दयालुता का कोई कार्य करते हैं, तो आपके मस्तिष्क में एंडोर्फिन (एक प्राकृतिक दर्द निवारक) का उत्पादन होता है। इसके अलावा, यह पाया गया है कि जो लोग दयालु होते हैं उनमें औसत जनसंख्या की तुलना में 23 प्रतिशत तनाव हार्मोन ‘कोर्टिसोल’ कम होता है।

उदाहरण:

  • प्रायः सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा किसी को पैसे देने या किसी को खुश करने के कई वीडियो सामने आते रहते हैं।
  • कोविड महामारी के दौरान, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेन्निला (Vennila) ने प्रवासी कामगारों को भोजन और राशन पहुंचाने के लिए घने जंगलों और नीलगिरी के डरावने वन्यजीवों की बीच से होकर यात्राएँ की। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों से भी मुलाकात की और उनके परिवारों को अंडे और राशन पहुंचाया। उन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा कोविड महिला योद्धा, द रियल हीरोजपुरस्कार से सम्मानित किया गया।

लोगों के लिए किसी कीमत पर इन कृत्यों को स्वयं करने के लिए ‘सकारात्मक प्रेरणा’

  • धर्म एक प्रेरणा प्रदान करता है। जब धर्म, साथी मनुष्यों और कुछ मामलों में सभी जीवित प्राणियों के लिए आगे आता है, तो यह नैतिक व्यवहार के लिए एक मजबूत ढांचा प्रदान करता है।
  • पालन-पोषण – इसके तहत, परिवार के सदस्य दयालुता के छोटे-छोटे कार्य करने की शिक्षा देते हैं।
  • कोई भी अनुभव, जो बाहरी दुनिया के बारे में किसी के दृष्टिकोण को बदल देता है।

नकारात्मक प्रेरणा:

प्रसिद्धि पाने के लिए- क्योंकि इन कृत्यों को सोशल मीडिया में पोस्ट किया जाएगा और उनके अनुयायियों को बढ़ाया जा सकता है। यह एक ‘नकारात्मक प्रेरणा’ का उदहारण है।

इंस्टा लिंक

मानवीय मूल्य

अभ्यास प्रश्न:

 “शब्दों में दयालुता आत्मविश्वास पैदा करती है। सोच में करुणा होने से गंभीरता पैदा होती है। देने की दयालुता से प्रेम का निर्माण होता है”। किसी के जीवन में एक गुण के रूप में दया के महत्व की व्याख्या कीजिए। (250 शब्द)

 


प्रारम्भिक परीक्षा हेतु तथ्य


सबसे पुराना यूरोपीय मानव जीवाश्म 

संदर्भ: पिछले महीने उत्तरी स्पेन में खोजा गया ‘जबड़े की हड्डी’ का टुकड़ा, यूरोप में पाया गया मानव पूर्वज का सबसे पुराना ज्ञात जीवाश्म हो सकता है।

  • शोधकर्ताओं के अनुसार- अटापुर्का पर्वत श्रृंखला (Atapuerca mountain range) में एक पुरातात्विक स्थल पर पाया गया यह मानव जीवाश्म लगभग 1.4 मिलियन वर्ष पुराना है।
  • वर्ष 2007 में इसी स्थान पर पाया गया 1.2 मिलियन वर्ष पुराना ‘जबड़ा’ (Jawbone) अब तक, यूरोप में पाया जाने वाला सबसे पुराना ‘मानवनुमा जीवाश्म’ (Hominid Fossil) था।
  • ‘अटापुर्का’, यूरोप में पाए जाने वाले प्रागैतिहासिक मानव गतिविधियों के सबसे समृद्ध रिकॉर्डो में से एक है।

 

उबर फाइल्स

संदर्भ: ‘उबर फाइल्स’ (Uber Files), एक अज्ञात स्रोत से प्राप्त कई गीगाबाइट डेटा का रहस्योदघाटन है और इसे 30 देशों के ‘इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ (ICIJ) और इसके मीडिया पार्टनर्स के साथ साझा किया गया है।

  • उबर फाइल्स दिखाती है, कि कैसे 2010 में सैन फ्रांसिस्को में ‘ट्रैविस कलानिक’ (Travis Kalanick) द्वारा शुरू किया गया एक ‘राइड-हेलिंग स्टार्ट-अप’ (RIDE-HAILING START-UP), तकनीक का उपयोग करके, कानूनों के आसपास काम करके, और आक्रामक लॉबिंग रणनीति का उपयोग करके अपनी नाटकीय विस्तार-अवधि के दौरान सरकारों के साथ पक्षपात करने के लिए एक वैश्विक दिग्गज बन गया। 
  • 2017 में, उबर के निवेशकों ने कलानिक को यौन उत्पीड़न और गोपनीयता घोटालों की एक श्रृंखला – जिससे कंपनी को भारी प्रतिष्ठा का नुकसान हुआ – के बीच ‘कंपनी’ छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था।

किल स्विचक्या है?

  • ईमेल और आंतरिक दस्तावेजों से पता चलता है कि भारत उन देशों में शामिल है जहां उबर ने अपना अनूठा ब्लॉकिंग सॉफ्टवेयर किल स्विच (Kill Switch) तैनात किया है।
  • ‘छापे’ (Raid) जैसी गंभीर नियामक कार्रवाई की स्थिति में,किल स्विचका उपयोग सिस्टम को बंद करने के लिए किया जा सकता है।

 

डिजिटल नोमड्स

संदर्भ: इंडोनेशिया ने अधिक विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यात्रियों के लिए “डिजिटल घुमंतू वीजा” (Digital Nomad Visas) की घोषणा की है।

  • डिजिटल नोमड्स या डिजिटल घुमंतू (Digital Nomad) वे लोग होते हैं जो अलग-अलग जगहों की यात्रा करते हुए दूर से काम करते हैं और अपनी अर्जित आय को उस देश में खर्च करते हैं जहां वे यात्रा कर रहे हैं।
  • नियमित दूरस्थ कर्मचारियों – जो एक भौगोलिक क्षेत्र में रहने की प्रवृत्ति रखते हैं-  के विपरीत डिजिटल घुमंतू यात्रा करते हैं और काम करते समय उन जगहों का अन्वेषण करते रहते हैं।

प्रस्ताव: डिजिटल घुमंतू वीजा दूरस्थ कर्मचारियों को बाली सहित पूरे इंडोनेशिया में रहने की अनुमति देगा और देश में उनका प्रवास कर-मुक्त भी रहेगा।

लाभ: आर्थिक और आध्यात्मिक पर्यटन- इंडोनेशिया का लक्ष्य अगले वर्ष के दौरान देश में 3.6 मिलियन से अधिक विदेशी यात्रियों को लाना है, ताकि आध्यात्मिक वापसी के साथ-साथ इंडोनेशिया के इको-टूरिज्म का विकास किया जा सके।

घुमंतू वीजा प्रदान करने वीले अन्य देश:

इटली (बिना वीजा के 90 दिनों तक देश में रहने की अनुमति), एंटीगुआ और बारबुडा (दो साल के लिए डिजिटल घुमंतू वीजा), बारबाडोस (एक साल का रिमोट वर्किंग वीजा)।

 

औषधि उद्योग का सुदृढ़ीकरण (एसपीआई) योजना

संदर्भ: ‘फार्मास्युटिकल / औषधि उद्योग का सुदृढ़ीकरण योजना’ (Strengthening of Pharmaceutical Industry – SPI), रसायन और उर्वरक मंत्रालय द्वारा शुरू की गयी एक योजना है।

इस योजना का उद्देश्य भारत को फार्मा क्षेत्र में विश्‍व स्‍तर पर अग्रणी बनाने के लिए मौजूदा बुनियादी सुविधाओं को मजबूत बनाना है।

वर्तमान में, भारत निम्न क्षेत्रों में सबसे अग्रणी है:

  • जेनेरिक दवाओं का निर्माता और निर्यातक (वैश्विक मांग का 20% पूरा करता है)
  • टीकों का निर्माता (वैश्विक मांग का 60% पूरा करता है)

यह योजना देश भर में मौजूदा फार्मा समूहों और एमएसएमई को उनकी उत्पादकता, गुणवत्ता और स्थिरता में सुधार के लिए आवश्यक सहायता के संदर्भ में बढ़ती मांग को पूरा करेगी।

फार्मा से संबंधित अन्य योजनाएं:

  • भारत में 3 मेगा बल्क ड्रग पार्क विकसित करने हेतु ‘बल्क ड्रग पार्क’ को बढ़ावा देने की योजना। 
  • प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना: देश में क्रिटिकल ‘की स्टार्टिंग मैटेरियल्स’ (Key Starting Materials) और एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स (एपीआई) के घरेलू निर्माण को बढ़ावा देना।

 

हीट इंडेक्स

हाल ही में, दिल्ली का तापमान 52 डिग्री सेल्सियस (हीट इंडेक्स पर) महसूस किया गया था, किंतु मुख्य रूप से उच्च आर्द्रता और बारिश की कमी के कारण वास्तविक तापमान 39 डिग्री सेल्सियस था।

हीट इंडेक्स: हीट इंडेक्स, जिसे ‘अवास्तविक तापमान’ के रूप में भी जाना जाता है, जोकि वह तापमान है जो मानव शरीर को तब महसूस होता है जब सापेक्ष आर्द्रता, हवा के तापमान के साथ संयुक्त हो जाती है। 

 

मंकीपॉक्स 

हाल ही में एक अध्ययन में पाया गया, कि तीन पुरुष ‘मंकीपॉक्स’ से संक्रमित थे, लेकिन उनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे। इन व्यक्तियों में से किसी ने भी निदान किए गए मंकीपॉक्स मामले के संपर्क में आने की सूचना नहीं दी, और न ही उनके संपर्क में आने वाले किसी भी व्यक्ति में ‘​​मंकीपॉक्स’ पाया गया।

मंकीपॉक्स के बारे में:

मंकीपॉक्स (Monkeypox) वायरस, पॉक्सविरिडे फैमिली (Poxviridae Family) में ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस (Orthopoxvirus Genus) का सदस्य है। इस वायरस को बंदरों में चेचक जैसी बीमारी के रूप में पहचाना जाता है, इसलिये इसे मंकीपॉक्स नाम दिया गया है। यह नाइजीरिया की स्थानिक बीमारी है। 

  • ‘मंकीपॉक्स’ एक ज़ूनोटिक रोग (Zoonotic Disease) है अर्थात जानवरों से मनुष्यों में संचरण होने वाला रोग है। 
  • गिलहरी, गैम्बियन शिकार चूहों, डॉर्मिस और बंदरों की कुछ प्रजातियों में मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण का पता चला है।
  • मंकीपॉक्स, चेचक के समान लक्षण पैदा करता है, हालांकि वे कम गंभीर होते हैं।
  • 1980 में टीकाकरण से दुनिया भर में चेचक का उन्मूलन हो गया, जबकि मध्य और पश्चिम अफ्रीका के देशों में मंकीपॉक्स का प्रकोप जारी है, और कभी-कभी यह अन्य जगहों पर भी दिखाई देता है।

तंबाकू

संदर्भ: आंध्र प्रदेश सरकार ने देश में पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका को तंबाकू का निर्यात किया है।

  • स्थिति: भारत, तंबाकू का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक (पहला चीन है) और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक (ब्राजील में पहला) देश है।
  • जलवायु: अर्ध-उष्णकटिबंधीय फसल के लिए 100-120 दिनों की ठंढ-मुक्त जलवायु, मध्यम वर्षा, उच्च पोटाश और लौह सामग्री वाली दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है। यह तेज गति वाली हवाओं और तूफानों को बर्दाश्त नहीं कर सकता।
  • नोडल एजेंसी: तंबाकू बोर्ड (वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय)

 

म्युऑन चुंबकत्व

संयुक्त राज्य अमेरिका की फर्मीलैब में ‘म्यूऑन’ (muon) के चुंबकीय गुण को मापने के लिए प्रयोग किए जा रहे हैं।

म्यूऑन: म्यूऑन, इलेक्ट्रॉन के समान एक प्राथमिक कण होता है, जिसमें −1 e का विद्युत आवेश और 12 का स्पिन होता है, लेकिन इसका द्रव्यमान बहुत अधिक होता है। इसे ‘लेप्टान’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

प्रयोग क्यों?

  • पहेली को हल करने के लिए: म्यूऑन की चुंबकीय शक्ति का वर्तमान मापा गया मूल्य, या इसका “चुंबकीय क्षण”, जो चुंबकीय क्षेत्र में इसके व्यवहार को निर्धारित करता है, कण भौतिकी के मानक मॉडल (Standard Model) की सैद्धांतिक भविष्यवाणियों की तुलना में काफी अधिक है।
  • इलेक्ट्रॉन का एक भारी अस्थिर प्रकार म्यूऑन, एक छोटे दंड चुंबक की तरह व्यवहार करता है।

सिंगलिला नेशनल पार्क

सिंगलिला नेशनल पार्क (Singalila National Park) ने एक कार्यक्रम शुरू किया जिसका उद्देश्य पांच साल की अवधि में लगभग 20 लाल पांडा को रिहा करना है।

यह भारत में लुप्तप्राय स्तनधारियों को फिर से जंगली बनाने का पहला प्रयास है।

कारण:

जंगलों में लाल पांडा (Red Pandas) की संख्या, यहां तक ​​​​कि ‘सिंगलिला’ और ‘नेओरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान’ (पश्चिम बंगाल) में भी घटती जा रही है

लाल पांडा के बारे में:

  • IUCN श्रेणी: लुप्तप्राय प्रजाति और भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची I के अंतर्गत सूचीबद्ध।
  • लाल पांडा शर्मीले, एकान्तप्रिय और पेड़ों पर रहने वाले जानवर हैं और पारिस्थितिक परिवर्तन के लिए एक संकेतक प्रजाति माने जाते हैं।
  • लाल पांडा का जीवित रहना, पूर्वी और उत्तर-पूर्वी हिमालय के सबलपाइन शंकुधारी वनों और पूर्वी हिमालयी चौड़ी पत्ती वाले जंगलों के लिए महत्वपूर्ण है। 
  • यह सिक्किम का ‘राज्य पशु’ भी है।
  • सुरक्षा उपाय: दक्षिण एशिया वन्यजीव प्रवर्तन नेटवर्क (SAWEN) जैसे बहु-सरकारी प्लेटफार्मों के उपयोग के माध्यम से सीमा पार कानून प्रवर्तन सहयोग।