[इनसाइट्स सिक्योर MISSION – 2022] दैनिक सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उत्तर लेखन अभ्यास: 18 जनवरी 2022

 

How to Follow Secure Initiative?

How to Self-evaluate your answer? 

MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE

 


सामान्य अध्ययन– I


 

विषय: भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखीय हलचल, चक्रवात आदि जैसी महत्त्वपूर्ण भू-भौतिकीय घटनाएं।

1. भूकम्प उत्पन्न करने वाले कारकों की विवेचना कीजिए। विश्व के कुछ भागों में उत्पन्न भूकंप अन्य भागों की तुलना में अधिक सामान्य क्यों हैं? (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

 सन्दर्भ: India Today

 निर्देशक शब्द: 

विवेचना कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न के सभी पक्षों की तार्किक व्याख्या कीजिए।

 उत्तर की संरचना: 

परिचय:

भूकंप को परिभाषित करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।

 विषय वस्तु:  

भूकंप के विभिन्न प्राकृतिक एवं मानवजनित कारणों का उल्लेख कीजिए।

कुछ क्षेत्र अन्य क्षेत्रों की तुलना में भूकंप के प्रति अधिक संवेदनशील क्यों होते हैं? संक्षेप में समझाइए। इसके कारणों पर प्रकाश डालिए।

एक मानचित्र प्रस्तुत कीजिए। हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र पर विशेष प्रकाश डालिए।

निष्कर्ष:

भूकंप से निपटने के लिए तैयारियों के महत्व के बारे में लिखते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– II


 

विषय: संसद और राज्य विधायिका- संरचना, कार्य, कार्य-संचालन, शक्तियाँ एवं विशेषाधिकार और इनसे उत्पन्न होने वाले विषय।

2. लोकसभा के संबंध में राज्य सभा की संवैधानिक स्थिति की व्याख्या कीजिए। (150 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

सन्दर्भ: Polity by M. Laxmikanth

 निर्देशक शब्द:

 व्याख्या कीजिए- प्रश्न में पूछी गई जानकारी को सरल भाषा में व्यक्त कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

भारत में राज्य सभा के महत्व/आवश्यकता पर संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

विषय वस्तु:

लोकसभा के साथ राज्य सभा की समान स्थिति का उल्लेख कीजिए।

लोकसभा के साथ राज्य सभा की असमान स्थिति का उल्लेख कीजिए।

राज्य सभा की उपयोगिताओं का भी उल्लेख किया जा सकता है।

निष्कर्ष:

एक प्रासंगिक समापन वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: संसद और राज्य विधायिका- संरचना, कार्य, कार्य-संचालन, शक्तियाँ एवं विशेषाधिकार और इनसे उत्पन्न होने वाले विषय।

3. भारत में नियम-निर्माण के कार्यपालिका के कार्य पर संसदीय नियंत्रण एक संवैधानिक कार्य के रूप में निहित है लेकिन वास्तव में, यह नियंत्रण उतना प्रभावी नहीं है, जितना होना चाहिए। भारत में प्रत्यायोजित विधान पर संसदीय नियंत्रण के आलोक में इस कथन का विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: Polity by M. Laxmikanth

 निर्देशक शब्द: 

विश्लेषण कीजिएऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।

उत्तर की संरचना: 

परिचय:

भारत में कार्यपालिका से संबंधित संसदीय शक्तियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए। 

विषय वस्तु:

संसद द्वारा प्रत्यायोजित विधान के भाग के रूप में प्रयोग किए जाने वाले नियंत्रण के प्रकारों का उल्लेख कीजिए।

प्रत्यायोजित विधान के विकास के लिए उत्तरदायी कारकों पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।

संसदीय नियंत्रण उतना प्रभावी क्यों नहीं है, जितना उसे होना चाहिए? विश्लेषण कीजिए। 

निष्कर्ष:

एक प्रासंगिक समापन वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– III


 

विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।

4. “हमें अर्थव्यवस्था को ‘ग्रहण, निर्माण, उपयोग एवं निपटान’ से ‘चक्रीय अर्थव्यवस्था’ की ओर ले जाना चाहिए।” चक्रीय अर्थव्यवस्था की अवधारणा का वर्णन करते हुए इसे प्राप्त करने के लिए भारत द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डालिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: कठिन

सन्दर्भ: The Hindu

निर्देशक शब्द:

 प्रकाश डालिये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर लेखन में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह प्रश्न से सम्बंधित प्रासंगिक जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

चक्रीय अर्थव्यवस्था को परिभाषित करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

इस अवधारणा पर विस्तार से चर्चा कीजिए।

चक्रीय अर्थव्यवस्था द्वारा प्रदान किए जाने वाले अवसरों की व्याख्या कीजिए।

इसे प्राप्त करने के लिए भारत द्वारा उठाए गए कदमों की चर्चा कीजिए।

निष्कर्ष:

इसके महत्व पर प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: उदारीकरण का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा औद्योगिक विकास पर इनका प्रभाव।

5. “स्टार्ट-अप नवीन भारत की रीढ़ हैं।” इस संदर्भ में, भारत की आर्थिक छवि को बेहतर बनाने में स्टार्टअप द्वारा निभाई जाने वाली भूमिका का विश्लेषण कीजिए। (150 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: The New Indian Express

निर्देशक शब्द:

विश्लेषणकीजिएऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।

उत्तरकीसंरचना:

परिचय:

कुछ उदाहरणों एवं तथ्यों के साथ स्टार्टअप को परिभाषित कीजिए।

वे विकास में कैसे सहायता करते हैं? समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

विषयवस्तु:

स्टार्टअप के विभिन्न लाभों के बारे में लिखिए।

स्टार्टअप विश्व भर में भारत की आर्थिक छवि को बढ़ावा देने में कैसे सहायता करते हैं, जिससे निवेश की आमद होती है एवं भारत को 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में सहायता मिलती है? समझाइए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– IV


 

विषय: मानवीय अभिवृत्तिः सारांश (कंटेन्ट), संरचना एवं वृत्ति।

6. बुरी आदतों को छोड़ना क्यों मुश्किल है? साथ ही, इन बुरी आदतों को बढ़ावा देने वाली नकारात्मक प्रवृत्तियों को दूर करने के उपायों का सुझाव दीजिए। (250 शब्द)

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

‘आदत’ शब्द को संक्षेप में परिभाषित कीजिए।

 विषय वस्तु:  

  • आपके अनुसार ‘बुरी आदत’ क्या है? कुछ उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
  • व्यक्तियों द्वारा बुरी आदतों को अपनाने एवं उन्हें बनाए रखने के कारणों की सूची बनाइए।
  • इन बुरी आदतों को दूर करने के उपायों की सूची बनाइए।
  • इन बुरी आदतों को दूर करने के लिए नेताओं, प्रशासकों या सुधारकों द्वारा दी गई कुछ शिक्षाओं का सुझाव दीजिए।

निष्कर्ष:

अच्छी आदतों को विकसित करने के महत्व पर संक्षेप में प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: मानवीय अभिवृत्तिः सारांश (कंटेन्ट), संरचना एवं वृत्ति।

 7. ‘पूर्वाग्रह’ शब्द से आप क्या समझते हैं? किसी व्यक्ति में पूर्वाग्रह के निर्माण में योगदान करने वाले कारकों की चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

 निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

‘पूर्वाग्रह’ शब्द को परिभाषित कीजिए।

 विषय वस्तु:  

  • समाज में व्याप्त पूर्वाग्रही मनोवृत्तियों एवं व्यवहारों से आप क्या समझते हैं? कुछ उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
  • पूर्वाग्रह के निर्माण के प्रमुख कारकों को सूचीबद्ध कीजिए।
  • उपरोक्त प्रत्येक आयाम के लिए उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
  • इन पूर्वाग्रही प्रवृत्तियों को दूर करने के उपायों का सुझाव दीजिए।

निष्कर्ष:

हमारे जीवन में पक्षपात रहित दृष्टिकोण अपनाने के महत्व पर संक्षेप में प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए।


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