How to Follow Secure Initiative?
How to Self-evaluate your answer?
MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE
सामान्य अध्ययन– I
विषय: स्वतंत्रता संग्राम- इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागों से इसमें अपना योगदान देने वाले महत्त्वपूर्ण व्यक्ति/उनका योगदान।
2. चंद्रशेखर आज़ाद का राष्ट्रवाद का विचार भले ही महात्मा गांधी से मेल नहीं खाता हो लेकिन भारतीय स्वतंत्रता के लिए उनका योगदान अपार है। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: आधुनिक भारत का संक्षिप्त इतिहास: स्पेक्ट्रम प्रकाशक।
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
चंद्रशेखर आजाद एवं उनकी अद्वितीय देशभक्ति के बारे में संक्षेप में चर्चा करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
गांधी एवं आजाद की विचारधाराओं एवं कार्यप्रणाली के मध्य अंतर का उल्लेख कीजिए।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में आजाद के विभिन्न योगदानों के बारे में विस्तार से लिखिए।
निष्कर्ष:
आजाद की अमर विरासत को संक्षेप में बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: विश्व का इतिहास, जिसमें 18वीं सदी तथा बाद की घटनाएँ यथा औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनःसीमांकन, उपनिवेशवाद, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शन जैसे साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि शामिल होंगे, उनके रूप तथा समाज पर उनका प्रभाव शामिल होंगे।
2. ब्रिटेन को आर्थिक रूप से अपने अधीन करने के लिए बनाई गई महाद्वीपीय व्यवस्था में मूलभूत खामियां थीं, जो अंततः नेपोलियन के पतन का कारण बनीं। जांच कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
निर्देशक शब्द:
जांच कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
महाद्वीपीय प्रणाली को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
महाद्वीपीय प्रणाली के अभिकल्पन के बारे में लिखिए एवं समझाइए कि कैसे इसका प्रमुख लक्ष्य ब्रिटेन को आर्थिक रूप से पंगु बनाना था।
इसके अभिकल्पन, कार्यान्वयन, ब्रिटेन के आर्थिक कौशल के कम आकलन के पहलुओं आदि के संबंध में महाद्वीपीय प्रणाली की सीमाओं के बारे में लिखिए, जिसके कारण यह विफल रही।
नेपोलियन के पतन के लिए उत्तरदायी अन्य कारकों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
नेपोलियन के पतन के लिए महाद्वीपीय व्यवस्था किस सीमा तक जिम्मेदार थी, इसका उल्लेख करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: महिला एवं महिला संगठनों की भूमिका, सामाजिक सशक्तिकरण।
3. बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों का न केवल बालिकाओं पर बल्कि सम्पूर्ण समाज पर बहुआयामी प्रभाव पड़ता है। विस्तार से समझाइए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: Indian Express
निर्देशक शब्द:
समझाइए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न से संबंधित सूचना अथवा जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
भारत में बाल विवाह एवं इसके विरुद्ध कानूनी रुख के बारे में आंकड़े प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
एक बच्चे के शैक्षिक, स्वास्थ्य, आर्थिक और विकास के अनेक अन्य आयामों का उल्लेख कीजिए, जो बाल विवाह के खराब मुद्दे से बाधित हो रहे हैं और इनसे सम्बंधित कुछ कानूनों और संगठनों का भी उल्लेख कीजिए।
बाल विवाह की सामाजिक बुराई को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष निकालिए कि बाल विवाह का उन्मूलन वैश्विक एजेंडा (एसडीजी लक्ष्य) में से एक है और इसे प्राप्त करने के लिए भारत को आगे बढ़ना चाहिए।
सामान्य अध्ययन– II
विषय: सांविधिक, नियामक एवं विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय।
4. अपने जनादेश को कायम रखने में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के प्रदर्शन का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। क्या आपको लगता है कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण को स्व-प्रेरणा से शक्तियों का बंदोबस्त सही दिशा में एक कदम है? (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) एवं उसके अधिदेश के संदर्भ में एक संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।
विषय वस्तु:
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के माध्यम से लाए गए कुछ ऐतिहासिक पर्यावरण सुधारों का उल्लेख कीजिए।
इसकी कमियों को सूचीबद्ध कीजिए।
इसके सकारात्मक पहलुओं पर भी प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) की कार्यात्मक क्षमता का लाभ उठाने और इसके पर्यावरणीय जनादेश में पूर्ण न्याय करने के लिए आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।
5. कोविड महामारी ने भारत में “स्वास्थ्य के अधिकार” की आवश्यकता को दोहराया है। भारत में इसकी व्यवहार्यता का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
भारत में स्वास्थ्य देखभाल के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
स्वास्थ्य के अधिकार की आवश्यकता का उल्लेख कीजिए, जो समाज के विभिन्न कमजोर वर्गों के स्वास्थ्य एवं आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा। इसके अलावा बेहतर स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों के लाभों को आयुष्मान भारत जैसी विभिन्न मौजूदा योजनाओं से जोड़िए।
स्वास्थ्य देखभाल को मौलिक अधिकार घोषित करने में आने वाली बाधाओं पर प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
इस तथ्य पर प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए कि स्वास्थ्य का अधिकार जीवन जीने के अधिकार की केवल एक विस्तृत व्याख्या है, जो पहले से ही एक संवैधानिक अधिकार है।
सामान्य अध्ययन– III
विषय: सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टैक्नोलॉजी, बायो-टैक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के संबंध में जागरुकता।
6. देश में अंतरिक्ष उद्योग में उद्यमियों एवं निजी व्यवसायों के संपन्न पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने की क्षमता है। भारतीय अंतरिक्ष संघ (ISpA) के शुभारम्भ के आलोक में टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: कठिन
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
टिप्पणी कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
इसरो द्वारा अंतरिक्ष अनुसंधान क्षेत्र के लिए अब तक की प्रमुख इकाई बने रहने का उल्लेख करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।
विषय वस्तु:
निजी क्षेत्र में अंतरिक्ष क्षेत्र में नवाचार लाने के संभावित सकारात्मक परिणामों पर प्रकाश डालिए।
ऐसे कुछ उदाहरण प्रस्तुत कीजिए, जो लोक कल्याण में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग को जोड़ सकें एवं बेहतर नेविगेशन एवं भू-अवस्थिति क्षमताओं के माध्यम से सुरक्षा को बढ़ा सकें।
इस क्षेत्र में स्टार्टअप्स को अवसर देकर इस कदम से उत्पन्न रोजगार के अवसरों पर चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष निकालिए कि सरकार अंतरिक्ष अनुसंधान क्षेत्र में सक्षम होने के नाते सभी हितधारकों की सर्वोत्तम क्षमताओं को एक दिशा में लाएगी।
सामान्य अध्ययन– IV
विषय: अंतरराष्ट्रीय संबंधों एवं वित्त पोषण में नैतिक मुद्दे।
7. आपके अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय नैतिकता का निर्माण कैसे होता है? (150 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: नैतिकता, सत्यनिष्ठा एवं अभिरुचि: लेक्सिकन प्रकाशन।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
अंतरराष्ट्रीय नैतिकता को परिभाषित करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।
विषय वस्तु:
अंतर्राष्ट्रीय नैतिकता क्या है? इसकी व्याख्या करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
अपने उत्तर की पुष्टि के लिए उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
निष्कर्ष:
अन्तर्राष्ट्रीय नैतिकता के महत्व के बारे में लिखते हुए निष्कर्ष निकालिए।
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