HINDI INSIGHTS STATIC QUIZ 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
निम्नलिखित पारिस्थितिक तंत्रों पर विचार कीजिए।
- उष्णकटिबंधीय सदाबहार
- उष्णकटिबंधीय पर्णपाती
- टैगा
- टुंड्रा
उपरोक्त पारितंत्रों के एल्बीडो को घटते क्रम में व्यवस्थित कीजिए
Correct
उत्तर: c)
एल्बिडो का घटता क्रम: टुंड्रा, टैगा, उष्णकटिबंधीय पर्णपाती और उष्णकटिबंधीय सदाबहार।
Incorrect
उत्तर: c)
एल्बिडो का घटता क्रम: टुंड्रा, टैगा, उष्णकटिबंधीय पर्णपाती और उष्णकटिबंधीय सदाबहार।
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Question 2 of 5
2. Question
वायु परिसंचरण के संबंध में निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए।
- फेरल सेल: उष्णकटिबंधीय सेल
- हैडली सेल : मध्य अक्षांशीय सेल
- ध्रुवीय कोशिका : ध्रुवीय कोशिका
उपरोक्त में से कौन-सा/से युग्म सही सुमेलित है/हैं?
Correct
उत्तर: c)
सतह से ऊपर की ओर और ऊपर से नीचे की ओर परिसंचरण को कोशिका कहा जाता है। उष्ण कटिबंध में ऐसी कोशिका को हैडली कोशिका कहते हैं। मध्य अक्षांशों में ध्रुवों से आने वाली ठंडी वायु और उपोष्णकटिबंधीय गर्म वायु का संचलन होता है। सतह पर इन हवाओं को पछुआ हवा कहा जाता है और इनसे निर्मित कोशिका को फेरल सेल के रूप में जाना जाता है।
ध्रुवीय अक्षांशों पर ठंडी घनी हवा ध्रुवों के पास अवतलित होती है और ध्रुवीय पूर्वी हवाओं के रूप में मध्य अक्षांशों की ओर प्रवाहित होती है। इस कोशिका को ध्रुवीय कोशिका कहते हैं।
ये तीन कोशिकाएं वायुमंडल के सामान्य संचलन का एक पैटर्न निर्धारित करती हैं। ऊष्मा का स्थानांतरण निम्न अक्षांशों से उच्च अक्षांशों तक ऊर्जा के सामान्य परिसंचरण को बनाए रखता है।
Incorrect
उत्तर: c)
सतह से ऊपर की ओर और ऊपर से नीचे की ओर परिसंचरण को कोशिका कहा जाता है। उष्ण कटिबंध में ऐसी कोशिका को हैडली कोशिका कहते हैं। मध्य अक्षांशों में ध्रुवों से आने वाली ठंडी वायु और उपोष्णकटिबंधीय गर्म वायु का संचलन होता है। सतह पर इन हवाओं को पछुआ हवा कहा जाता है और इनसे निर्मित कोशिका को फेरल सेल के रूप में जाना जाता है।
ध्रुवीय अक्षांशों पर ठंडी घनी हवा ध्रुवों के पास अवतलित होती है और ध्रुवीय पूर्वी हवाओं के रूप में मध्य अक्षांशों की ओर प्रवाहित होती है। इस कोशिका को ध्रुवीय कोशिका कहते हैं।
ये तीन कोशिकाएं वायुमंडल के सामान्य संचलन का एक पैटर्न निर्धारित करती हैं। ऊष्मा का स्थानांतरण निम्न अक्षांशों से उच्च अक्षांशों तक ऊर्जा के सामान्य परिसंचरण को बनाए रखता है।
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Question 3 of 5
3. Question
तापमान पर अक्षांश के प्रभाव के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- समताप रेखा सामान्यतः अक्षांश के समानांतर होती है।
- समताप रेखाओं की सामान्य प्रवृत्ति से विचलन विशेषकर उत्तरी गोलार्द्ध में जुलाई में अधिक स्पष्ट होता है।
- उत्तरी अटलांटिक महासागर में, गर्म महासागरीय धाराओं, गल्फ स्ट्रीम और उत्तरी अटलांटिक प्रवाह की उपस्थिति के कारण समताप रेखाएं उत्तर की ओर विचलित हो जाते हैं।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: b)
सामान्य तौर पर, तापमान पर अक्षांश का प्रभाव मानचित्र पर अच्छी तरह से स्पष्ट होता है, क्योंकि समताप रेखाएं आमतौर पर अक्षांश के समानांतर होती है। इस सामान्य प्रवृत्ति से विचलन विशेषकर उत्तरी गोलार्ध में जुलाई की तुलना में जनवरी में अधिक स्पष्ट होता है। उत्तरी गोलार्ध में भूमि की सतह का क्षेत्रफल दक्षिणी गोलार्ध की तुलना में अत्यधिक है। इसलिए, विस्तृत स्थलखंड और महासागरीय धाराओं के प्रभाव अच्छी तरह से स्पष्ट होते हैं। जनवरी में समताप रेखाएं समुद्र के ऊपर उत्तर की ओर और महाद्वीप के ऊपर दक्षिण की ओर विचलन हो जाती हैं। इसे उत्तरी अटलांटिक महासागर पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। गर्म महासागरीय धाराओं, गल्फ स्ट्रीम और उत्तरी अटलांटिक प्रवाह की उपस्थिति, उत्तरी अटलांटिक महासागर को गर्म करती है और समताप रेखाएं उत्तर की ओर विस्थापित हो जाती हैं। भूमि के ऊपर तापमान तेजी से घटता है और इसके परिणामस्वरूप यूरोप में समताप रेखाएं दक्षिण की ओर विस्थापित हो जाती है।
Incorrect
उत्तर: b)
सामान्य तौर पर, तापमान पर अक्षांश का प्रभाव मानचित्र पर अच्छी तरह से स्पष्ट होता है, क्योंकि समताप रेखाएं आमतौर पर अक्षांश के समानांतर होती है। इस सामान्य प्रवृत्ति से विचलन विशेषकर उत्तरी गोलार्ध में जुलाई की तुलना में जनवरी में अधिक स्पष्ट होता है। उत्तरी गोलार्ध में भूमि की सतह का क्षेत्रफल दक्षिणी गोलार्ध की तुलना में अत्यधिक है। इसलिए, विस्तृत स्थलखंड और महासागरीय धाराओं के प्रभाव अच्छी तरह से स्पष्ट होते हैं। जनवरी में समताप रेखाएं समुद्र के ऊपर उत्तर की ओर और महाद्वीप के ऊपर दक्षिण की ओर विचलन हो जाती हैं। इसे उत्तरी अटलांटिक महासागर पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। गर्म महासागरीय धाराओं, गल्फ स्ट्रीम और उत्तरी अटलांटिक प्रवाह की उपस्थिति, उत्तरी अटलांटिक महासागर को गर्म करती है और समताप रेखाएं उत्तर की ओर विस्थापित हो जाती हैं। भूमि के ऊपर तापमान तेजी से घटता है और इसके परिणामस्वरूप यूरोप में समताप रेखाएं दक्षिण की ओर विस्थापित हो जाती है।
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Question 4 of 5
4. Question
अरावली पर्वतमाला के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- यह दुनिया के सबसे पुराने वलित पर्वतों में से एक हैं और भारत का सबसे पुराना पर्वत है।
- यह उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व दिशा में विस्तृत है।
- लूनी, बनास और साबी नदियाँ अरावली पर्वतमाला से निकलती हैं।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: a)
यह उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम दिशा में विस्तृत है। यह दिल्ली और गुजरात के पालनपुर के बीच फैली हुयी हैं।
यह दुनिया के सबसे पुराने वलित पर्वतों में से एक हैं और भारत का सबसे पुराना पर्वत है।
कुछ भूगोलवेत्ताओं के अनुसार, अरावली की एक शाखा खंभात की खाड़ी होते हुए लक्षद्वीप द्वीपसमूह तक और दूसरी आंध्र प्रदेश और कर्नाटक तक फैली हुई है।
तीन प्रमुख नदियाँ और उनकी सहायक नदियाँ अरावली से निकलती हैं, अर्थात् बनास और साबी नदियाँ जो यमुना की सहायक नदियाँ हैं, साथ ही लूनी नदी जो कच्छ के रण में प्रवाहित होती है।
Incorrect
उत्तर: a)
यह उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम दिशा में विस्तृत है। यह दिल्ली और गुजरात के पालनपुर के बीच फैली हुयी हैं।
यह दुनिया के सबसे पुराने वलित पर्वतों में से एक हैं और भारत का सबसे पुराना पर्वत है।
कुछ भूगोलवेत्ताओं के अनुसार, अरावली की एक शाखा खंभात की खाड़ी होते हुए लक्षद्वीप द्वीपसमूह तक और दूसरी आंध्र प्रदेश और कर्नाटक तक फैली हुई है।
तीन प्रमुख नदियाँ और उनकी सहायक नदियाँ अरावली से निकलती हैं, अर्थात् बनास और साबी नदियाँ जो यमुना की सहायक नदियाँ हैं, साथ ही लूनी नदी जो कच्छ के रण में प्रवाहित होती है।
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Question 5 of 5
5. Question
महासागरीय धाराओं के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- महासागरीय धाराएं समुद्र में जल की सतह की धीमी गति को कहते हैं।
- महासागरीय धाराएं महासागर के विन्यास से प्रभावित होती हैं।
- महासागरीय धाराएं पृथ्वी के ताप संतुलन को बनाए रखने में सहायता करती हैं।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: b)
महासागरीय धाराएँ एक निश्चित दिशा में भारी मात्रा में जल का निरंतर प्रवाह होती हैं। महासागरीय धाराओं के द्वारा जल एक स्थान से दूसरे स्थान की ओर गति करता है।
महासागरीय धाराएँ दो प्रकार की शक्तियों से प्रभावित होती हैं, अर्थात्: (i) प्राथमिक बल जो जल की गति को उत्पन्न करते हैं; (ii) द्वितीयक बल जो धाराओं को प्रवाहित करते हैं।
धाराओं को प्रभावित करने वाले प्राथमिक बल हैं: (i) सौर ऊर्जा द्वारा गर्म होना; (ii) हवा; (iii) गुरुत्वाकर्षण; (iv) कोरिओलिस बल।
Incorrect
उत्तर: b)
महासागरीय धाराएँ एक निश्चित दिशा में भारी मात्रा में जल का निरंतर प्रवाह होती हैं। महासागरीय धाराओं के द्वारा जल एक स्थान से दूसरे स्थान की ओर गति करता है।
महासागरीय धाराएँ दो प्रकार की शक्तियों से प्रभावित होती हैं, अर्थात्: (i) प्राथमिक बल जो जल की गति को उत्पन्न करते हैं; (ii) द्वितीयक बल जो धाराओं को प्रवाहित करते हैं।
धाराओं को प्रभावित करने वाले प्राथमिक बल हैं: (i) सौर ऊर्जा द्वारा गर्म होना; (ii) हवा; (iii) गुरुत्वाकर्षण; (iv) कोरिओलिस बल।
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