How to Follow Secure Initiative?
How to Self-evaluate your answer?
MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE
सामान्य अध्ययन– I
विषय: स्वतंत्रता संग्राम- इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागों से इसमें अपना योगदान देने वाले महत्त्वपूर्ण व्यक्ति/ उनका योगदान।
1. खिलाफत आंदोलन की प्रकृति पर चर्चा कीजिए एवं असहयोग आंदोलन के गठन में इसकी भूमिका पर प्रकाश डालिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: अध्याय-16 – आधुनिक भारत का एक संक्षिप्त इतिहास: राजीव अहीर (स्पेक्ट्रम प्रकाशक), अध्याय 15 – भारत का स्वतंत्रता संघर्ष: बिपिन चंद्र।
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
प्रकाश डालिये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर लेखन में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह प्रश्न से सम्बंधित प्रासंगिक जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
खिलाफत आंदोलन की शुरुआत के लिए संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
खिलाफत आंदोलन की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
खिलाफत आंदोलन में गांधी की भूमिका का उल्लेख कीजिए।
असहयोग आंदोलन के गठन में इसकी भूमिका पर प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
आंदोलन ने संयुक्त रूप से कैसे कार्य किया और इसकी उपलब्धियों के बारे में बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: स्वतंत्रता संग्राम- इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागों से इसमें अपना योगदान देने वाले महत्त्वपूर्ण व्यक्ति/उनका योगदान।
2. चौरी चौरा की हिंसा के प्रतिउत्तर में असहयोग आंदोलन को वापस लेने के गांधी के निर्णय ने एक विवाद खड़ा कर दिया, भ्रम पैदा किया तथा गांधीवादी नेतृत्व पर सवाल उठाया। आंदोलन के चरम पर इसे वापस लेने के निर्णय का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: अध्याय 15 – भारत का स्वतंत्रता संघर्ष: बिपिन चंद्र।
निर्देशक शब्द:
समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
चौरी-चौरा में हुई हिंसा का उल्लेख करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
हिंसक घटनाओं पर गांधी की प्रतिक्रिया एवं सबसे व्यापक जन संघर्ष, असहयोग आंदोलन को वापस लेने के बारे में लिखिए।
लोगों ने गांधीजी की मंशाओं पर प्रश्न क्यों उठाए? स्पष्ट कीजिए।
समझाइए कि आंदोलन को वापस लेना गांधीजी की रणनीतिक सूझबूझ थी ताकि सत्याग्रहियों को सरकार के गंभीर दमन से बचाया जा सके।
निष्कर्ष:
इसके महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– II
विषय: केन्द्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिये कल्याणकारी योजनाएँ और इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन; इन अति संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिये गठित तंत्र, विधि, संस्थान एवं निकाय।
3. उज्ज्वला 2.0 (प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना) निश्चित रूप से एलपीजी के पुराने संस्करण की तुलना में एलपीजी तक पहुंच में सुधार की दिशा में एक सही कदम है लेकिन जब तक संरचनात्मक बाधाओं को दूर नहीं किया जाता है, तब तक गरीबों को इसका उचित लाभ नहीं मिल सकता है। मूल्यांकन कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: कठिन
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
मूल्यांकन कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है की वह कथन अथवा विषय के महत्व को रेखांकित करते हुए उसकी समग्र उपयोगिता बताये।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
उज्ज्वला 2.0 (प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना) के लक्ष्यों एवं उद्देश्यों की व्याख्या करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
इसके पुराने संस्करण के साथ एक संक्षिप्त तुलनात्मक अध्ययन प्रस्तुत कीजिए। उज्ज्वला 2.0 अपने पिछले संस्करण की तुलना में एक सुधार कैसे है? समझाइए।
इसके समक्ष उपस्थित विभिन्न बाधाओं के बारे में लिखिए।
एलपीजी के उपयोग को बढ़ाने एवं उसे बढ़ावा देने के लिए किए जाने वाले उपायों का सुझाव दीजिए।
एलपीजी के अलावा सुलभ और सस्ती स्वच्छ ऊर्जा के अन्य रूपों को एकीकृत करने के पहलुओं का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।
4. विशेषज्ञों के द्वारा एक आसन्न तृतीय लहर के खतरे की घंटी बजाने के साथ ही देश भर में टीकाकरण में तेजी लाने की निश्चित आवश्यकता है। हालांकि बच्चों के लिए टीकाकरण रणनीति के संबंध में एक दुविधा है। भारत में बच्चों का टीकाकरण करने के लिए जिन बिंदुओं पर विचार किया जाना चाहिए, उन पर चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: कठिन
सन्दर्भ: Live Mint
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
तीसरी लहर के बारे में विशेषज्ञ पैनल की हालिया रिपोर्ट एवं इसकी तैयारी के लिए इसकी सिफारिशों का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
तीसरी लहर को रोकने या इसके प्रभाव को कम करने के लिए तीव्र टीकाकरण के महत्व का उल्लेख कीजिए।
कोविड-19 से निपटने के संबंध में चिंता के क्षेत्रों के बारे में लिखिए।
उन देशों का उल्लेख कीजिए, जिन्होंने पहले ही बच्चों का टीकाकरण शुरू कर दिया है।
निष्कर्ष:
यह रेखांकित करते हुए निष्कर्ष निकालिए कि तीसरी लहर के प्रभाव को कम करने के लिए एक उचित टीकाकरण रणनीति को अन्य निवारक रणनीतियों के साथ लागू किया जाना चाहिए।
सामान्य अध्ययन– III
विषय: औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा औद्योगिक विकास पर इनका प्रभाव।
5. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSMEs) देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए अपरिहार्य हैं। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र को मौजूदा चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाने की आवश्यकता है ताकि यह वास्तव में देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक रणनीतिक संपत्ति हो। परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: Live Mint
निर्देशक शब्द:
परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSMEs) के अनुपात की तथ्यात्मक स्थिति को उस पर निर्भर जनसंख्या के साथ-साथ भारत की जनसांख्यिकीय मांग के आयाम को जोड़कर उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में एमएसएमई के महत्व पर प्रकाश डालिए।
एमएसएमई की चुनौतियों का उल्लेख कीजिए।
उपरोक्त मुद्दों के समाधान के लिए आवश्यक कदमों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए एवं भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास में एमएसएमई के समग्र प्रभाव को सारांशित करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: आपदा और आपदा प्रबंधन।
6. पिछले कुछ वर्षों में भारत में पहले की तुलना में अत्यंत गंभीर एवं विनाशकारी चक्रवातों की बढ़ती आवृत्ति पर एक लेख लिखिए। उनसे उत्पन्न होने वाली मानवीय एवं आर्थिक लागतों को कम करने के लिए अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक उपायों का सुझाव दीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
लेख लिखिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ के आधार पर उसके सभी पहलुओं को शामिल करते हुए उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
प्रश्न का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
आँकड़ों का हवाला देते हुए भारत के पूर्वी और पश्चिमी दोनों तटों पर चक्रवातों की बढ़ती आवृत्ति के कारणों का उल्लेख कीजिए।
गंभीर चक्रवातों के कारण हुई तबाही के परिणामस्वरूप आर्थिक एवं मानवीय क्षति पर प्रकाश डालिए।
इसके अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक दोनों उपायों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– IV
विषय: नैतिकता के आयाम।
7. नैतिक सापेक्षवाद से आप क्या समझते हैं? उन विभिन्न आयामों की व्याख्या कीजिए, जिनमें नैतिकता भिन्न-भिन्न होती है। (150 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: plato.stanford.edu
निर्देशक शब्द:
व्याख्या कीजिए- प्रश्न में पूछी गई जानकारी को सरल भाषा में व्यक्त कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
नैतिक सापेक्षवाद एवं उसके पहलुओं को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
उस मूल तर्क का उल्लेख कीजिए, जिस पर नैतिक सापेक्षवाद आधारित है।
इस सन्दर्भ में कुछ उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
नैतिकता के विभिन्न आयामों की व्याख्या कीजिए।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष निकालिए कि नैतिकता निरपेक्ष से अधिक सापेक्ष होती है।
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