HINDI INSIGHTS STATIC QUIZ 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
उल्का पिंड बौछार (Meteor shower) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- जब पृथ्वी धूमकेतु द्वारा छोड़े गए मलबे से गुजरती है तो उल्का पिंड बौछार देखी जाती है।
- सभी उल्का पिंड बौछार की उत्पत्ति एक धूमकेतु से होती है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: a)
उल्का पिंड बौछार क्या हैं?
उल्काएं चट्टान और बर्फ के टुकड़े होते हैं जिन्हें धूमकेतु द्वारा सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा में गति करने के दौरान छोड़ दिया जाता है। उदाहरण के लिए, ओरियनॉइड उल्का 1 धूमकेतु 1P / हैली से निकला है जो अक्टूबर में में दिखाई देता है। जब पृथ्वी धूमकेतु या क्षुद्रग्रह द्वारा छोड़े गए मलबे से गुजरती है तो उल्का पिंड बौछार को देखा जाता है।
जब कोई उल्का पृथ्वी पर पहुंचती है, तो उसे उल्कापिंड कहा जाता है और जब असंख्य उल्कापिंड एक साथ गिरते हैं तो उसे उल्का पिंड बौछार कहा जाता है। नासा के अनुसार, प्रतिवर्ष 30 से अधिक उल्का पिंड बौछार होती है और इसे पृथ्वी से देखा जा सकता है।
जेमिनीड उल्का पिंड बौछार को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ क्यों माना जाता है?
जेमिनिड्स उल्का वर्षा अद्वितीय हैं क्योंकि उनकी उत्पत्ति एक धूमकेतु में नहीं हुई है, बल्कि एक क्षुद्रग्रह या विलुप्त धूमकेतु से मानी जाती है। जेमिनीड्स 3200 फेथॉन से निकलते हैं, जिसे उल्का वैज्ञानिक एक क्षुद्रग्रह मानते हैं।
Incorrect
उत्तर: a)
उल्का पिंड बौछार क्या हैं?
उल्काएं चट्टान और बर्फ के टुकड़े होते हैं जिन्हें धूमकेतु द्वारा सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा में गति करने के दौरान छोड़ दिया जाता है। उदाहरण के लिए, ओरियनॉइड उल्का 1 धूमकेतु 1P / हैली से निकला है जो अक्टूबर में में दिखाई देता है। जब पृथ्वी धूमकेतु या क्षुद्रग्रह द्वारा छोड़े गए मलबे से गुजरती है तो उल्का पिंड बौछार को देखा जाता है।
जब कोई उल्का पृथ्वी पर पहुंचती है, तो उसे उल्कापिंड कहा जाता है और जब असंख्य उल्कापिंड एक साथ गिरते हैं तो उसे उल्का पिंड बौछार कहा जाता है। नासा के अनुसार, प्रतिवर्ष 30 से अधिक उल्का पिंड बौछार होती है और इसे पृथ्वी से देखा जा सकता है।
जेमिनीड उल्का पिंड बौछार को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ क्यों माना जाता है?
जेमिनिड्स उल्का वर्षा अद्वितीय हैं क्योंकि उनकी उत्पत्ति एक धूमकेतु में नहीं हुई है, बल्कि एक क्षुद्रग्रह या विलुप्त धूमकेतु से मानी जाती है। जेमिनीड्स 3200 फेथॉन से निकलते हैं, जिसे उल्का वैज्ञानिक एक क्षुद्रग्रह मानते हैं।
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Question 2 of 5
2. Question
जियोथर्मल स्प्रिंग्स (Geothermal springs) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- जियोथर्मल स्प्रिंग्स का निर्माण भू-तापीय रूप से गर्म भूजल के उद्भव से होता है जो क्रस्ट से उत्पन्न होता है।
- ये हिमालय के उत्तराखंड में गढ़वाल क्षेत्र में मौजूद नहीं हैं।
- ये वातावरण में भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: b)
वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी (WIHG) के वैज्ञानिकों ने हिमालय में जियोथर्मल स्प्रिंग्स पर एक अध्ययन किया।
मुख्य अवलोकन और निष्कर्ष:
- जियोथर्मल स्प्रिंग्स हिमालय के उत्तराखंड में गढ़वाल क्षेत्र में लगभग 10,000 वर्ग किलोमीटर में फैले हुए हैं।
- हिमालय में सैकड़ों जियोथर्मल स्प्रिंग्स मौजूद हैं और वे वातावरण में भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं।
- इन जियोथर्मल स्प्रिंग्स में कार्बन डाइऑक्साइड का स्रोत हिमालयी कोर में गहराई से मौजूद कार्बोनेट चट्टानों के कायांतरण और ग्रेफाइट के ऑक्सीकरण में मौजूद है।
- अधिकांश भूतापीय जल का वाष्पीकरण होता है जिसके बाद सिलिकेट चट्टानों का अपक्षय होता है।
हॉट/जियोथर्मल स्प्रिंग्स क्या हैं?
जियोथर्मल स्प्रिंग्स का निर्माण भू-तापीय रूप से गर्म भूजल के उद्भव से होता है जो क्रस्ट से उत्पन्न होता है।
Incorrect
उत्तर: b)
वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी (WIHG) के वैज्ञानिकों ने हिमालय में जियोथर्मल स्प्रिंग्स पर एक अध्ययन किया।
मुख्य अवलोकन और निष्कर्ष:
- जियोथर्मल स्प्रिंग्स हिमालय के उत्तराखंड में गढ़वाल क्षेत्र में लगभग 10,000 वर्ग किलोमीटर में फैले हुए हैं।
- हिमालय में सैकड़ों जियोथर्मल स्प्रिंग्स मौजूद हैं और वे वातावरण में भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं।
- इन जियोथर्मल स्प्रिंग्स में कार्बन डाइऑक्साइड का स्रोत हिमालयी कोर में गहराई से मौजूद कार्बोनेट चट्टानों के कायांतरण और ग्रेफाइट के ऑक्सीकरण में मौजूद है।
- अधिकांश भूतापीय जल का वाष्पीकरण होता है जिसके बाद सिलिकेट चट्टानों का अपक्षय होता है।
हॉट/जियोथर्मल स्प्रिंग्स क्या हैं?
जियोथर्मल स्प्रिंग्स का निर्माण भू-तापीय रूप से गर्म भूजल के उद्भव से होता है जो क्रस्ट से उत्पन्न होता है।
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Question 3 of 5
3. Question
ज्वालामुखी के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- ज्वालामुखी विस्फोट तब होता है जब पृथ्वी के मेंटल पिघलने पर मैग्मा का निर्माण होता है और सतह पर ऊपर आता है।
- ज्वालामुखियों की विस्फोटकता मैग्मा की संरचना पर निर्भर करती है।
- पैसिफिक रिंग ऑफ फायर के आसपास दुनिया के लगभग 75 प्रतिशत ज्वालामुखी पाए जाते है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: d)
इंडोनेशिया “रिंग ऑफ फायर” या सर्कम-पैसिफिक बेल्ट पर अपनी स्थिति के कारण कई सक्रिय ज्वालामुखियों का स्थान है, जो सक्रिय ज्वालामुखियों एवं बारम्बार आने वाले भूकंपों वाला प्रशांत महासागर से संलग्न एक क्षेत्र है। द रिंग ऑफ़ फायर विश्व के लगभग 75 प्रतिशत ज्वालामुखियों और लगभग 90 प्रतिशत भूकंपों वाला स्थान है।
ज्वालामुखीविस्फोट
ज्वालामुखी सक्रिय, सुप्त या विलुप्त हो सकता है।
ज्वालामुखी विस्फोट तब होता है जब पृथ्वी के मेंटल पिघलने पर मैग्मा का निर्माण होता है और सतह पर ऊपर आता है।
चूंकि मैग्मा ठोस चट्टान की तुलना में हल्का होता है, यह पृथ्वी की सतह पर छिद्रों और दरारों के माध्यम से ऊपर उठने में सक्षम होता है। इसके सतह पर आने के बाद इसे लावा कहा जाता हैं।
सभी ज्वालामुखी विस्फोटक नहीं होते हैं, क्योंकि विस्फोटकता मैग्मा की संरचना पर निर्भर करती है।
Incorrect
उत्तर: d)
इंडोनेशिया “रिंग ऑफ फायर” या सर्कम-पैसिफिक बेल्ट पर अपनी स्थिति के कारण कई सक्रिय ज्वालामुखियों का स्थान है, जो सक्रिय ज्वालामुखियों एवं बारम्बार आने वाले भूकंपों वाला प्रशांत महासागर से संलग्न एक क्षेत्र है। द रिंग ऑफ़ फायर विश्व के लगभग 75 प्रतिशत ज्वालामुखियों और लगभग 90 प्रतिशत भूकंपों वाला स्थान है।
ज्वालामुखीविस्फोट
ज्वालामुखी सक्रिय, सुप्त या विलुप्त हो सकता है।
ज्वालामुखी विस्फोट तब होता है जब पृथ्वी के मेंटल पिघलने पर मैग्मा का निर्माण होता है और सतह पर ऊपर आता है।
चूंकि मैग्मा ठोस चट्टान की तुलना में हल्का होता है, यह पृथ्वी की सतह पर छिद्रों और दरारों के माध्यम से ऊपर उठने में सक्षम होता है। इसके सतह पर आने के बाद इसे लावा कहा जाता हैं।
सभी ज्वालामुखी विस्फोटक नहीं होते हैं, क्योंकि विस्फोटकता मैग्मा की संरचना पर निर्भर करती है।
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Question 4 of 5
4. Question
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- वर्षा जल में कोई खनिज लवण नहीं होते हैं।
- महासागरीय धाराएँ लवणता भिन्नता को उत्पन्न करती हैं।
- तापमान या घनत्व में कोई भी परिवर्तन किसी क्षेत्र में जल की लवणता को प्रभावित करता है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: c)
प्रकृति के सभी जल, चाहे वर्षा जल हो या समुद्र का जल, में घुले हुए खनिज लवण होते हैं। लवणता वह शब्द है जिसका उपयोग समुद्र के जल में घुले हुए लवणों की कुल मात्रा को परिभाषित करने के लिए किया जाता है।
महासागरीय लवणता को प्रभावित करने वाले कारकों का उल्लेख नीचे किया गया है:
- महासागरों की सतह के जल की लवणता मुख्य रूप से वाष्पीकरण और वर्षा पर निर्भर करती है।
- सतही लवणता तटीय क्षेत्रों में नदियों से ताजे जल के प्रवाह से और ध्रुवीय क्षेत्रों में बर्फ के जमने और पिघलने की प्रक्रियाओं से बहुत अधिक प्रभावित होती है।
- वायु, जल को अन्य क्षेत्रों में स्थानांतरित करके उस क्षेत्र की लवणता को भी प्रभावित करती है।
- महासागरीय धाराएँ लवणता भिन्नता को उत्पन्न करती हैं। जल की लवणता, तापमान और घनत्व आपस में जुड़े हुए हैं। इसलिए, तापमान या घनत्व में कोई भी परिवर्तन किसी क्षेत्र के जल की लवणता को प्रभावित करता है।
Incorrect
उत्तर: c)
प्रकृति के सभी जल, चाहे वर्षा जल हो या समुद्र का जल, में घुले हुए खनिज लवण होते हैं। लवणता वह शब्द है जिसका उपयोग समुद्र के जल में घुले हुए लवणों की कुल मात्रा को परिभाषित करने के लिए किया जाता है।
महासागरीय लवणता को प्रभावित करने वाले कारकों का उल्लेख नीचे किया गया है:
- महासागरों की सतह के जल की लवणता मुख्य रूप से वाष्पीकरण और वर्षा पर निर्भर करती है।
- सतही लवणता तटीय क्षेत्रों में नदियों से ताजे जल के प्रवाह से और ध्रुवीय क्षेत्रों में बर्फ के जमने और पिघलने की प्रक्रियाओं से बहुत अधिक प्रभावित होती है।
- वायु, जल को अन्य क्षेत्रों में स्थानांतरित करके उस क्षेत्र की लवणता को भी प्रभावित करती है।
- महासागरीय धाराएँ लवणता भिन्नता को उत्पन्न करती हैं। जल की लवणता, तापमान और घनत्व आपस में जुड़े हुए हैं। इसलिए, तापमान या घनत्व में कोई भी परिवर्तन किसी क्षेत्र के जल की लवणता को प्रभावित करता है।
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Question 5 of 5
5. Question
भारत की जलवायु के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- हिमालय मानसूनी हवाओं को रोक लेता है, जिसके कारण उपमहाद्वीप में वर्षा होती है।
- वायुदाब में अंतर के कारण मानसूनी हवाओं की दिशा उलट जाती है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन गलत है/हैं?
Correct
उत्तर: d)
- हिमालय अपने विस्तार के साथ एक प्रभावी जलवायु विभाजन के रूप में कार्य करता है। विशाल पर्वत श्रृंखला उपमहाद्वीप के लिए ठंडी उत्तरी हवाओं के लिए एक अवरोधक के रूप में कार्य करता है।
- ये ठंडी हवाएं आर्कटिक वृत्त से उद्गमित होती हैं और मध्य एवं पूर्वी एशिया में प्रवाहित होती हैं। हिमालय मानसूनी हवाओं को भी रोकती है, जिसके कारण उपमहाद्वीप में वर्षा होती है।
- भूभाग की तुलना में, जल धीरे-धीरे गर्म होता है या ठंडा होता है। भूमि और समुद्र की इस भिन्नता के कारण भारतीय उपमहाद्वीप में और उसके आसपास विभिन्न मौसमों में अलग-अलग वायुदाब क्षेत्र बनते हैं। वायुदाब में अंतर के कारण मानसूनी हवाओं की दिशा उलट जाती है।
Incorrect
उत्तर: d)
- हिमालय अपने विस्तार के साथ एक प्रभावी जलवायु विभाजन के रूप में कार्य करता है। विशाल पर्वत श्रृंखला उपमहाद्वीप के लिए ठंडी उत्तरी हवाओं के लिए एक अवरोधक के रूप में कार्य करता है।
- ये ठंडी हवाएं आर्कटिक वृत्त से उद्गमित होती हैं और मध्य एवं पूर्वी एशिया में प्रवाहित होती हैं। हिमालय मानसूनी हवाओं को भी रोकती है, जिसके कारण उपमहाद्वीप में वर्षा होती है।
- भूभाग की तुलना में, जल धीरे-धीरे गर्म होता है या ठंडा होता है। भूमि और समुद्र की इस भिन्नता के कारण भारतीय उपमहाद्वीप में और उसके आसपास विभिन्न मौसमों में अलग-अलग वायुदाब क्षेत्र बनते हैं। वायुदाब में अंतर के कारण मानसूनी हवाओं की दिशा उलट जाती है।
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