HINDI - INSIGHTS CURRENT EVENTS QUIZ 2020
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Welcome to Current Affairs Quiz in HINDI Medium. Hope you are happy with our Hindi Current Affairs. The following Quiz is based on the Hindu, PIB and other news sources. It is a current events based quiz. Solving these questions will help retain both concepts and facts relevant to UPSC IAS civil services exam – 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
1 pointsबेसिक (BASIC) देशों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- बेसिक देश चार देशों का समूह है जिसमें ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन शामिल हैं।
- बेसिक देश जलवायु परिवर्तन से लड़ने और यूएनएफसीसीसी के तहत बातचीत करने के लिए मिलकर काम करते हैं।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: c)
28 नवंबर, 2009 को चार देशों द्वारा हस्ताक्षरित एक समझौते के परिणामस्वरूप बेसिक समूह का गठन किया गया था।
यह चार बड़े नए औद्योगीकृत देशों – ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन का एक गुट हैं।
समूह का महत्व:
- उद्देश्य: ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए आवश्यक बड़े पैमाने पर धन जुटाने पर हस्ताक्षर करने वाले देशों की व्यापक रूप से सामान्य स्थिति है।
- बेसिक समूह के देश कोपेनहेगन समझौते के पक्षकार है; हालाँकि, यह समझौता कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं था।
- बेसिक राष्ट्रों के कई समूहों में से एक है जो जलवायु परिवर्तन से लड़ने और यूएनएफसीसीसी के तहत बातचीत करने के लिए मिलकर काम कर रहा है।
Incorrect
उत्तर: c)
28 नवंबर, 2009 को चार देशों द्वारा हस्ताक्षरित एक समझौते के परिणामस्वरूप बेसिक समूह का गठन किया गया था।
यह चार बड़े नए औद्योगीकृत देशों – ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन का एक गुट हैं।
समूह का महत्व:
- उद्देश्य: ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए आवश्यक बड़े पैमाने पर धन जुटाने पर हस्ताक्षर करने वाले देशों की व्यापक रूप से सामान्य स्थिति है।
- बेसिक समूह के देश कोपेनहेगन समझौते के पक्षकार है; हालाँकि, यह समझौता कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं था।
- बेसिक राष्ट्रों के कई समूहों में से एक है जो जलवायु परिवर्तन से लड़ने और यूएनएफसीसीसी के तहत बातचीत करने के लिए मिलकर काम कर रहा है।
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Question 2 of 5
2. Question
1 points‘रीड बैंक‘ एक विवादित क्षेत्र है
Correct
उत्तर: d)
रीड बैंक दक्षिण चीन सागर में एक वृहत टेबलमाउंट या गयोट है।
हालांकि, पॅरमानेन्ट कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन ने 2016 में फैसला सुनाया कि यह क्षेत्र फिलीपीन विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर स्थित है, लेकिन क्षेत्र के आर्थिक अधिकारों पर विवाद अभी भी जारी है – मुख्य रूप से चीन द्वारा।
Incorrect
उत्तर: d)
रीड बैंक दक्षिण चीन सागर में एक वृहत टेबलमाउंट या गयोट है।
हालांकि, पॅरमानेन्ट कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन ने 2016 में फैसला सुनाया कि यह क्षेत्र फिलीपीन विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर स्थित है, लेकिन क्षेत्र के आर्थिक अधिकारों पर विवाद अभी भी जारी है – मुख्य रूप से चीन द्वारा।
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Question 3 of 5
3. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- खुदरा और थोक व्यापारी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) के वर्गीकरण में शामिल हैं।
- खुदरा और थोक व्यापारी आरबीआई ढांचे के तहत प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को ऋण देने के लिए पात्र नहीं हैं।
- आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (ECLGS) के तहत MSMEs को सहायता प्रदान की जाती है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: b)
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) श्रेणी के दायरे में खुदरा और थोक व्यापार को शामिल करने की अधिसूचना जारी की है।
इससे खुदरा और थोक व्यापार को आरबीआई के दिशानिर्देशों के तहत प्राथमिकता वाले क्षेत्र को ऋण देने से लाभ मिलेगा।
संशोधित दिशानिर्देशों से 2.5 करोड़ खुदरा और थोक व्यापारी लाभान्वित होंगे। यह कदम उन्हें MSME के लिए उद्यम पोर्टल पर पंजीकरण होने के लिए मदद करेगा।
उद्यम पंजीकरण पोर्टल MSME पंजीकृत करने के लिए सरकार का आधिकारिक पोर्टल है। नए परिवर्तन के लाभार्थी होंगें: नए परिवर्तन के लाभार्थी मोटर वाहनों और मोटरसाइकिलों का खुदरा और थोक व्यापार तथा मरम्मत, मोटर वाहनों और मोटरसाइकिलों को छोड़कर खुदरा व्यापार तथा मोटर वाहनों और मोटरसाइकिलों को छोड़कर थोक व्यापार होंगे।
देश भर में कई क्षेत्रों पर कोविड -19 महामारी के कारण होने वाले प्रभाव को कम करने के लिए, सरकार ने एक आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना की घोषणा की है, जिसमें ECLGS 1.0, ECLGS 2.0 और ECLGS 3.0 शामिल हैं। इस योजना का उद्देश्य भारत भर में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को 3 लाख करोड़ रुपये के संपार्श्विक-मुक्त, सरकार-गारंटीकृत ऋण प्रदान करना है, ताकि कोरोनोवायरस-प्रेरित लॉकडाउन के कारण होने वाले संकट को कम किया जा सके।
Incorrect
उत्तर: b)
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) श्रेणी के दायरे में खुदरा और थोक व्यापार को शामिल करने की अधिसूचना जारी की है।
इससे खुदरा और थोक व्यापार को आरबीआई के दिशानिर्देशों के तहत प्राथमिकता वाले क्षेत्र को ऋण देने से लाभ मिलेगा।
संशोधित दिशानिर्देशों से 2.5 करोड़ खुदरा और थोक व्यापारी लाभान्वित होंगे। यह कदम उन्हें MSME के लिए उद्यम पोर्टल पर पंजीकरण होने के लिए मदद करेगा।
उद्यम पंजीकरण पोर्टल MSME पंजीकृत करने के लिए सरकार का आधिकारिक पोर्टल है। नए परिवर्तन के लाभार्थी होंगें: नए परिवर्तन के लाभार्थी मोटर वाहनों और मोटरसाइकिलों का खुदरा और थोक व्यापार तथा मरम्मत, मोटर वाहनों और मोटरसाइकिलों को छोड़कर खुदरा व्यापार तथा मोटर वाहनों और मोटरसाइकिलों को छोड़कर थोक व्यापार होंगे।
देश भर में कई क्षेत्रों पर कोविड -19 महामारी के कारण होने वाले प्रभाव को कम करने के लिए, सरकार ने एक आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना की घोषणा की है, जिसमें ECLGS 1.0, ECLGS 2.0 और ECLGS 3.0 शामिल हैं। इस योजना का उद्देश्य भारत भर में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को 3 लाख करोड़ रुपये के संपार्श्विक-मुक्त, सरकार-गारंटीकृत ऋण प्रदान करना है, ताकि कोरोनोवायरस-प्रेरित लॉकडाउन के कारण होने वाले संकट को कम किया जा सके।
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Question 4 of 5
4. Question
1 pointsमेलामाइन (Melamine) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- मेलामाइन नाइट्रोजन से भरपूर एक कार्बनिक मूल का रसायन है।
- इसे आमतौर पर खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- यह जानवरों में मूत्राशय की पथरी का कारण बन सकता है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: c)
मेलामाइन एक कार्बनिक मूल का रसायन है जो आमतौर पर नाइट्रोजन से भरपूर सफेद क्रिस्टल के रूप में पाया जाता है।
मेलामाइन व्यापक रूप से प्लास्टिक, आसंजक, काउंटरटॉप्स, डिशवेयर, व्हाइटबोर्ड में उपयोग किया जाता है।
नाइट्रोजन सामग्री को बढ़ाने के लिए इसे मिलावटी दूध में मिलाया जाता है।
भोजन में मेलामाइन को मिश्रित करना FAO/WHO कोडेक्स एलिमेंटेरियस (खाद्य मानक आयोग), या किसी भी राष्ट्रीय प्राधिकरण द्वारा अनुमोदित नहीं किया गया है।
अकेला मेलामाइन पशु में मूत्राशय की पथरी का कारण बनता है। जब सायन्यूरिक एसिड के साथ मिलाया जाता है, जो मेलामाइन पाउडर में भी मौजूद हो सकता है, तो मेलामाइन क्रिस्टल बना सकता है जो किडनी की पथरी का कारण बन सकता है।
कुछ परिस्थितियों में मेलामाइन का जानवरों में कार्सिनोजेनिक प्रभाव भी हो सकता है।
Incorrect
उत्तर: c)
मेलामाइन एक कार्बनिक मूल का रसायन है जो आमतौर पर नाइट्रोजन से भरपूर सफेद क्रिस्टल के रूप में पाया जाता है।
मेलामाइन व्यापक रूप से प्लास्टिक, आसंजक, काउंटरटॉप्स, डिशवेयर, व्हाइटबोर्ड में उपयोग किया जाता है।
नाइट्रोजन सामग्री को बढ़ाने के लिए इसे मिलावटी दूध में मिलाया जाता है।
भोजन में मेलामाइन को मिश्रित करना FAO/WHO कोडेक्स एलिमेंटेरियस (खाद्य मानक आयोग), या किसी भी राष्ट्रीय प्राधिकरण द्वारा अनुमोदित नहीं किया गया है।
अकेला मेलामाइन पशु में मूत्राशय की पथरी का कारण बनता है। जब सायन्यूरिक एसिड के साथ मिलाया जाता है, जो मेलामाइन पाउडर में भी मौजूद हो सकता है, तो मेलामाइन क्रिस्टल बना सकता है जो किडनी की पथरी का कारण बन सकता है।
कुछ परिस्थितियों में मेलामाइन का जानवरों में कार्सिनोजेनिक प्रभाव भी हो सकता है।
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Question 5 of 5
5. Question
1 pointsट्रांसजेनिक फसल (transgenic crop) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- भारत में ट्रांसजेनिक फसलों की व्यावसायिक खेती नहीं होती है।
- ट्रांसजेनिक फसलें अधिक विषाक्त और पर्यावरण में सदैव प्रचुत मात्रा में वृद्धि करने वाली होती हैं।
- ट्रांसजेनिक फसलें नए जीन संयोजन को बढ़ावा दे सकती हैं जो प्रकृति में नहीं पाए जाते हैं।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: a)
प्लांट जेनेटिक इंजीनियरिंग के तरीके 30 वर्ष पहले विकसित किए गए थे, और तब से, आनुवंशिक रूप से संशोधित (जीएम) फसलें या ट्रांसजेनिक फसलें व्यावसायिक रूप से उपलब्ध हैं और कई देशों में व्यापक रूप से इनकी खेती की जा रही है।
भारत में, बीटी कपास को मार्च 2002 में भारत सरकार द्वारा वाणिज्यिक खेती के लिए पहली ट्रांसजेनिक फसल के रूप में मंजूरी दी गई थी।
हालांकि, यह व्यापक रूप से दावा किया जाता है कि ट्रांसजेनिक फसलें कुछ बड़ी चुनौतियों समाधान कर सकती हैं, लेकिन सभी नई तकनीकों की तरह, यह कुछ जोखिम भी पैदा करती हैं, क्योंकि इस तथ्य के कारण कि ट्रांसजेनिक फसलें एक साथ नए जीन संयोजन को बढ़ावा दे सकती हैं जिनके स्वास्थ्य, पर्यावरण और गैर-लक्ष्य प्रजातियों पर संभावित हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं।
ट्रांसजेनिक फसलें न तो विषैली होती हैं और न ही पर्यावरण में इनके विस्तार करने की संभावना होती है। हालांकि, कुछ विशिष्ट फसलें उन गुणों के संयोजन के आधार पर हानिकारक हो सकती हैं।
Incorrect
उत्तर: a)
प्लांट जेनेटिक इंजीनियरिंग के तरीके 30 वर्ष पहले विकसित किए गए थे, और तब से, आनुवंशिक रूप से संशोधित (जीएम) फसलें या ट्रांसजेनिक फसलें व्यावसायिक रूप से उपलब्ध हैं और कई देशों में व्यापक रूप से इनकी खेती की जा रही है।
भारत में, बीटी कपास को मार्च 2002 में भारत सरकार द्वारा वाणिज्यिक खेती के लिए पहली ट्रांसजेनिक फसल के रूप में मंजूरी दी गई थी।
हालांकि, यह व्यापक रूप से दावा किया जाता है कि ट्रांसजेनिक फसलें कुछ बड़ी चुनौतियों समाधान कर सकती हैं, लेकिन सभी नई तकनीकों की तरह, यह कुछ जोखिम भी पैदा करती हैं, क्योंकि इस तथ्य के कारण कि ट्रांसजेनिक फसलें एक साथ नए जीन संयोजन को बढ़ावा दे सकती हैं जिनके स्वास्थ्य, पर्यावरण और गैर-लक्ष्य प्रजातियों पर संभावित हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं।
ट्रांसजेनिक फसलें न तो विषैली होती हैं और न ही पर्यावरण में इनके विस्तार करने की संभावना होती है। हालांकि, कुछ विशिष्ट फसलें उन गुणों के संयोजन के आधार पर हानिकारक हो सकती हैं।
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