HINDI INSIGHTS STATIC QUIZ 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
चंद्रमा या बाहरी अंतरिक्ष में जाने पर अंतरिक्ष यात्रियों को हवा से भरे विशेष सुरक्षात्मक स्पेस सूट पहनने होते हैं। इसका क्या कारण है
- इन क्षेत्रों में वायुदाब की कमी है
- इन क्षेत्रों का तापमान अत्यधिक निम्न होता है
- इन क्षेत्रों में खतरनाक विकिरण मौजूद हैं
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: b)
चंद्रमा पर वायु का अभाव है और इसलिए वायुदाब भी नहीं होता है। यदि वे स्पेस सूट नहीं पहनते हैं, तो अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर द्वारा लगाए जाने वाले विपरीत बल के कारण रक्त वाहिकाएं फट जाएँगी।
जब भी वे अंतरिक्ष यान से बाहर निकलते हैं और अंतरिक्ष के वातावरण के संपर्क में आते हैं तो अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेससूट पहनना होता है। अंतरिक्ष का तापमान अत्यधिक निम्न होता है और खतरनाक विकिरण मौजूद होती हैं। अत: इन स्पेससूट के बिना अंतरिक्ष यात्री शीघ्र ही मृत्यु हो जाएगी। स्पेससूट को अंतरिक्ष यात्रियों को विशेष रूप से ठंड, विकिरण और अंतरिक्ष में निम्न दाब से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। वे सांस लेने के लिए हवा भी प्रदान करते हैं। स्पेससूट पहनने से अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में जीवित रह सकता है और काम कर सकता है।
Incorrect
उत्तर: b)
चंद्रमा पर वायु का अभाव है और इसलिए वायुदाब भी नहीं होता है। यदि वे स्पेस सूट नहीं पहनते हैं, तो अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर द्वारा लगाए जाने वाले विपरीत बल के कारण रक्त वाहिकाएं फट जाएँगी।
जब भी वे अंतरिक्ष यान से बाहर निकलते हैं और अंतरिक्ष के वातावरण के संपर्क में आते हैं तो अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेससूट पहनना होता है। अंतरिक्ष का तापमान अत्यधिक निम्न होता है और खतरनाक विकिरण मौजूद होती हैं। अत: इन स्पेससूट के बिना अंतरिक्ष यात्री शीघ्र ही मृत्यु हो जाएगी। स्पेससूट को अंतरिक्ष यात्रियों को विशेष रूप से ठंड, विकिरण और अंतरिक्ष में निम्न दाब से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। वे सांस लेने के लिए हवा भी प्रदान करते हैं। स्पेससूट पहनने से अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में जीवित रह सकता है और काम कर सकता है।
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Question 2 of 5
2. Question
क्षुद्रग्रह टकराव विक्षेपण आकलन (Asteroid Impact Deflection Assessment: AIDA) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- यह नासा ( NASA) और स्पेसएक्स (SpaceX) के बीच एक संयुक्त अनुसंधान मिशन है।
- इसका उद्देश्य एक अंतरिक्ष यान को किसी क्षुद्रग्रह की सतह से टकराकर उसके मार्ग को परिवर्तित करने की व्यवहार्यता का अध्ययन करना है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: d)
क्षुद्रग्रह टकराव विक्षेपण आकलन (Asteroid Impact Deflection Assessment: AIDA) नासा (NASA) और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (European Space Agency: ESA) का एक संयुक्त अनुसंधान मिशन है।
- इसका उद्देश्य एक अंतरिक्ष यान को किसी क्षुद्रग्रह की सतह से टकराकर उसके मार्ग को परिवर्तित करने की व्यवहार्यता का अध्ययन करना है।
- इस परियोजना का उद्देश्य पृथ्वी और मंगल ग्रह के बीच दो डिडिमोस क्षुद्रग्रहों ( Didymos Asteroids) में से एक की कक्षा के मार्ग को परिवर्तित करना है, जिसमें ग्राउंड-आधारित प्रेक्षक की तुलना में पर्यवेक्षक यान के द्वारा अधिक प्रभाव तरीके से इसका अध्ययन किया जाएगा।
Incorrect
उत्तर: d)
क्षुद्रग्रह टकराव विक्षेपण आकलन (Asteroid Impact Deflection Assessment: AIDA) नासा (NASA) और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (European Space Agency: ESA) का एक संयुक्त अनुसंधान मिशन है।
- इसका उद्देश्य एक अंतरिक्ष यान को किसी क्षुद्रग्रह की सतह से टकराकर उसके मार्ग को परिवर्तित करने की व्यवहार्यता का अध्ययन करना है।
- इस परियोजना का उद्देश्य पृथ्वी और मंगल ग्रह के बीच दो डिडिमोस क्षुद्रग्रहों ( Didymos Asteroids) में से एक की कक्षा के मार्ग को परिवर्तित करना है, जिसमें ग्राउंड-आधारित प्रेक्षक की तुलना में पर्यवेक्षक यान के द्वारा अधिक प्रभाव तरीके से इसका अध्ययन किया जाएगा।
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Question 3 of 5
3. Question
पृथ्वी पर एक ही स्थान पर स्थित रहने के लिए, एक भूस्थैतिक उपग्रह को सीधे किसके ऊपर अवस्थित होना चाहिए
Correct
उत्तर: c)
वर्तमान के अधिकांश संचार उपग्रहों को भूस्थैतिक कक्षा में स्थापित किया गया है।
भूस्थैतिक उपग्रह पृथ्वी की परिक्रमा के साथ ही परिक्रमा करते हैं।
उपग्रह भूमध्य रेखा के पास स्थित होते हैं क्योंकि इस अक्षांश पर सभी दिशाओं से गुरुत्वाकर्षण बल लगता है।
Incorrect
उत्तर: c)
वर्तमान के अधिकांश संचार उपग्रहों को भूस्थैतिक कक्षा में स्थापित किया गया है।
भूस्थैतिक उपग्रह पृथ्वी की परिक्रमा के साथ ही परिक्रमा करते हैं।
उपग्रह भूमध्य रेखा के पास स्थित होते हैं क्योंकि इस अक्षांश पर सभी दिशाओं से गुरुत्वाकर्षण बल लगता है।
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Question 4 of 5
4. Question
गुरुत्वाकर्षण तरंगों (G-waves) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- G-waves बिना प्रकिर्णित हुए किसी भी अंतरित से गुजर सकती हैं।
- इन्हें दो ब्लैक होल के विलय के दौरान देखा जा सकता है।
- अंतरिक्ष में पदार्थ के सभी प्रकार के संचलनों से G-waves का निर्माण होता हैं जिन्हें उपग्रह द्वारा आसानी से देखा जा सकता है।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: a)
जहाँ डिस्टन्ट स्टार से निकलने वाली रोशनी को तारों के मध्य स्थित धुलकणों द्वारा अवरुद्ध किया जा सकता है, वहीँ गुरुत्वाकर्षण तरंगें अनिवार्य रूप से निर्बाध रूप से गति करती रहती हैं। इसी के कारण G-waves द्वारा खगोलीय घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त होती है जिसे मनुष्यों द्वारा पहले कभी नहीं देखा गया था। इससे ब्रह्मांड के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।
अंतरिक्ष में पदार्थ के सभी प्रकार के संचलनों से G-waves का निर्माण नहीं होता हैं
इन्हें दो ब्लैक होल के विलय के दौरान देखा जा सकता है। लेकिन, ब्लैक होल निर्माण जैसी बड़ी घटनाओं की G-waves को ट्रैक करना बेहद कठिन होता है।
Incorrect
उत्तर: a)
जहाँ डिस्टन्ट स्टार से निकलने वाली रोशनी को तारों के मध्य स्थित धुलकणों द्वारा अवरुद्ध किया जा सकता है, वहीँ गुरुत्वाकर्षण तरंगें अनिवार्य रूप से निर्बाध रूप से गति करती रहती हैं। इसी के कारण G-waves द्वारा खगोलीय घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त होती है जिसे मनुष्यों द्वारा पहले कभी नहीं देखा गया था। इससे ब्रह्मांड के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।
अंतरिक्ष में पदार्थ के सभी प्रकार के संचलनों से G-waves का निर्माण नहीं होता हैं
इन्हें दो ब्लैक होल के विलय के दौरान देखा जा सकता है। लेकिन, ब्लैक होल निर्माण जैसी बड़ी घटनाओं की G-waves को ट्रैक करना बेहद कठिन होता है।
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Question 5 of 5
5. Question
न्यूट्रीनो के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- इन्हें हथियार के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
- मानव शरीर न्यूट्रिनो के संपर्क को सहन नहीं कर सकता है।
- ये पूरी तरह से द्रव्यमान रहित होते हैं।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: d)
न्यूट्रीनो ब्रह्मांड के बारे में सूचना प्रदान करते हैं। INO में न्यूट्रिनो का अध्ययन करने में भारत का प्रयास हमें ब्रह्मांड के सबसे गहरे रहस्य को उजागर करने में मदद कर सकता है।
न्यूट्रिनो सभी प्राथमिक कणों में सबसे कम हानिकारक होते हैं, क्योंकि वे ठोस पिंडों के साथ कभी भी प्रतिक्रिया नहीं करते हैं।
न्यूट्रिनो हथियार के रूप में उपयोग नहीं किया जा सकता है। इसके विखंडन प्रतिक्रियाओं को उत्प्रेरित करने के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता है, बल्कि ये in प्रतिक्रियाओं के परिणामस्वरूप उत्पन्न होते हैं।
न्यूट्रीनो में द्रव्यमान होता है और वे अपने द्रव्यमान को भी बदलते हैं।
न्यूट्रिनो को इसलिए नाम दिया गया है क्योंकि ये विद्युत रूप से तटस्थ होते हैं।
Incorrect
उत्तर: d)
न्यूट्रीनो ब्रह्मांड के बारे में सूचना प्रदान करते हैं। INO में न्यूट्रिनो का अध्ययन करने में भारत का प्रयास हमें ब्रह्मांड के सबसे गहरे रहस्य को उजागर करने में मदद कर सकता है।
न्यूट्रिनो सभी प्राथमिक कणों में सबसे कम हानिकारक होते हैं, क्योंकि वे ठोस पिंडों के साथ कभी भी प्रतिक्रिया नहीं करते हैं।
न्यूट्रिनो हथियार के रूप में उपयोग नहीं किया जा सकता है। इसके विखंडन प्रतिक्रियाओं को उत्प्रेरित करने के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता है, बल्कि ये in प्रतिक्रियाओं के परिणामस्वरूप उत्पन्न होते हैं।
न्यूट्रीनो में द्रव्यमान होता है और वे अपने द्रव्यमान को भी बदलते हैं।
न्यूट्रिनो को इसलिए नाम दिया गया है क्योंकि ये विद्युत रूप से तटस्थ होते हैं।
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