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INSIGHTS NEW SECURE – 2020: YEARLONG TIMETABLE
सामान्य अध्ययन– II
विषय: महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएँ और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश।
1. उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) जैसी प्रमुख यूरोपीय संस्था में शामिल होने की भारत की अनिच्छा रणनीतिक आत्म-अस्वीकार का एक आश्चर्यजनक मामला होगा। टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: Indian Express
निर्देशक शब्द:
टिप्पणी कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के बारे में चर्चा करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
उत्तर के मुख्य भाग में निम्नलिखित पहलुओं को शामिल किया जाना चाहिए:
- यूरोपीय देशों के साथ स्वतंत्रता से पहले और बाद के भारतीय संबंध/ समझौतों की व्याख्या कीजिए।
- नाटो अथवा यूरोपीय देशों के साथ भारत के खराब संबंधों के लिए उत्तरदायी कारकों की व्याख्या कीजिए।
- नाटो के प्रति लंबे समय से राजनीतिक उपेक्षा को समाप्त करने के भारत के प्रयासों पर प्रकाश डालिए।
- एक संवर्धित भारत- नाटो संबंधों की आवश्यकता पर चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष निकालिए कि भारत को नाटो के साथ अपने संबंधों में वृद्धि करनी चाहिए, और ऐसा करते समय, उसे अपने वर्तमान द्विपक्षीय संबंध (रूस जैसे देशों के साथ) को विश्व के बड़े संरचनात्मक रुझानों से पृथक रखना चाहिए।
विषय: कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्य- सरकार के मंत्रालय एवं विभाग, प्रभावक समूह और औपचारिक/अनौपचारिक संघ तथा शासन प्रणाली में उनकी भूमिका।
2. क्या आपको लगता है कि सर्वोच्च न्यायालय तक आभासी पहुँच जारी रखने के अवसर देश में निःशुल्क एवं बिना लाइसेंस के न्याय प्रदान करते हैं? टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
टिप्पणी कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
प्रश्न की संक्षिप्त पृष्ठभूमि प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
उच्चतम न्यायालय तक स्वतंत्र एवं समान पहुंच के महत्व के संवैधानिक पहलू पर चर्चा कीजिए।
अन्य स्थानों पर बेंच की स्थापना के प्रावधानों पर चर्चा कीजिए।
इससे संबंधित मुद्दों को प्रस्तुत कीजिए।
आभासी सुनवाई के महत्व पर चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
इसके महत्व पर प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।
3. महामारी के विश्व में असमानता को संबोधित करना, विकास एवं कल्याण को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
कोविड महामारी की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
इसके प्रभावों पर प्रकाश डालिए।
देश में असमानता की चुनौतियों को प्रस्तुत कीजिए एवं कोविड की स्थिति के कारण इसमें कैसे वृद्धि हुई है? समझाइए।
निष्कर्ष:
इस स्थिति का समाधान करने एवं स्थायी विकास पर बल देने के लिए समाधान सुझाते हुए निष्कर्ष निकलिए।
विषय: भारत के हितों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव; प्रवासी भारतीय।
4. हालांकि अमेरिका एवं चीन के बीच शत्रुता और प्रतिस्पर्धा इस सदी पर हावी होगी, दोनों महाशक्तियों के बीच परस्पर निर्भरता भी एक वास्तविकता है, जिसे दोनों देशों को स्वीकार करना होगा। स्पष्ट कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
स्पष्ट कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह पूछे गए प्रश्न से संबंधित जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
चीन के बढ़ते दबदबे पर चर्चा करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
अमेरिका एवं चीन के मध्य टकराव एवं प्रतिस्पर्धा पर प्रकाश डालिए।
दोनों के मध्य अंतर-निर्भरता पर चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
एक निष्पक्ष एवं संतुलित राय प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– III
विषय: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।
5. जलवायु परिवर्तन का सामना करने वाले अतिसंवेदनशील वर्गों में से एक स्वदेशी लोग हैं, हालाँकि, वे जलवायु परिवर्तन को कम करने और अनुकूल बनाने के लिए परिवर्तन अभिकारकों के रूप में कार्य कर सकते हैं। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: Down to Earth
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
स्वदेशी लोग, जलवायु परिवर्तन के कारण उनकी भेद्यता / समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
अनुकूलन के प्रयासों के साथ-साथ ये शमन के परिवर्तन अभिकारकों के रूप में कैसे कार्य कर सकते हैं? उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिए।
उनके द्वारा परिवर्तन अभिकारक बनने के सन्दर्भ में शामिल चुनौतियों पर प्रकाश डालिए और उन्हें दूर करने के लिए कुछ उपाय भी सुझाइए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– IV
विषय: लोक प्रशासन में लोक/सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्रः स्थिति तथा समस्याएँ; सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएँ तथा दुविधाएँ; नैतिक मार्गदर्शन के स्रोतों के रूप में विधि, नियम, विनियम तथा अंतरात्मा; उत्तरदायित्व तथा नैतिक शासन, शासन व्यवस्था में नीतिपरक तथा नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण; अंतर्राष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था (फंडिंग) में नैतिक मुद्दे; कॉरपोरेट शासन व्यवस्था।
6. देश में नौकरशाही के प्रदर्शन की दक्षता को उच्चस्तरीय वित्तीय प्रोत्साहन के माध्यम से बढ़ावा दिया जा सकता है। उपयुक्त उदाहरणों के साथ कथन का विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: Live Mint
निर्देशक शब्द:
विश्लेषण कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
नौकरशाही के प्रदर्शन को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
उत्तर के मुख्य भाग में निम्नलिखित पहलुओं को शामिल किया जाना चाहिए:
- उच्चस्तरीय वित्तीय प्रोत्साहन के माध्यम से नौकरशाही के प्रदर्शन को बढ़ावा देने से कार्यकुशलता में कैसे वृद्धि हो सकती है? समझाइए।
- इस सन्दर्भ में उदाहरण भी प्रस्तुत कीजिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: निजी एवं सार्वजनिक संबंधों में नैतिकता।
7. निजी संबंधों में नैतिकता सार्वजनिक संबंधों में नैतिकता को कैसे प्रभावित करती है? स्पष्ट कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: नैतिकता, सत्यनिष्ठा एवं अभिवृत्ति: लेक्सिकन प्रकाशन।
निर्देशक शब्द:
स्पष्ट कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह पूछे गए प्रश्न से संबंधित जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
निजी एवं सार्वजानिक संबंधों में नैतिकता का अर्थ स्पष्ट करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
समझाइए कि निजी संबंधों में नैतिकता, सार्वजनिक संबंधों में नैतिकता को कैसे प्रभावित करती है?
निष्कर्ष:
दोनों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए।
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