QUIZ – 2020: INSIGHTS STATIC QUIZ in Hindi , 30 March 2021 – Economy
HINDI INSIGHTS STATIC QUIZ 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
हाल ही में समाचारों में चर्चित “विदेश व्यापार महानिदेशालय” (Directorate General of Foreign Trade: DGFT), किस मंत्रालय के अधीन है?
Correct
उत्तर: b)
विदेश व्यापार महानिदेशालय (Directorate General of Foreign Trade: DGFT), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का एक सम्बद्ध कार्यालय है और इसके प्रमुख विदेश व्यापार महानिदेशक करते हैं। यह भारत के निर्यात को बढ़ावा देने के मुख्य उद्देश्य के साथ विदेश व्यापार नीति तैयार करने और कार्यान्वित करने के लिए ज़िम्मेदार है। उदारीकरण और वैश्वीकरण एवं निर्यात में वृद्धि के समग्र उद्देश्य के अनुरूप, DGFT को “सुविधाप्रदाता” की भूमिका सौंपी गई है। यह बदलाव देश के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्यात/आयात पर प्रतिबंध और नियंत्रण से निर्यात/आयात के संवर्धन और सुविधा प्रदान करने हेतु किया गया था।
Incorrect
उत्तर: b)
विदेश व्यापार महानिदेशालय (Directorate General of Foreign Trade: DGFT), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का एक सम्बद्ध कार्यालय है और इसके प्रमुख विदेश व्यापार महानिदेशक करते हैं। यह भारत के निर्यात को बढ़ावा देने के मुख्य उद्देश्य के साथ विदेश व्यापार नीति तैयार करने और कार्यान्वित करने के लिए ज़िम्मेदार है। उदारीकरण और वैश्वीकरण एवं निर्यात में वृद्धि के समग्र उद्देश्य के अनुरूप, DGFT को “सुविधाप्रदाता” की भूमिका सौंपी गई है। यह बदलाव देश के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्यात/आयात पर प्रतिबंध और नियंत्रण से निर्यात/आयात के संवर्धन और सुविधा प्रदान करने हेतु किया गया था।
Question 2 of 5
2. Question
लेबर ब्यूरो के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
श्रम ब्यूरो केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का एक डेटा और सर्वेक्षण विंग है।
श्रम ब्यूरो का उद्देश्य ग्रामीण, कृषि और औद्योगिक श्रमिकों से संबंधित गुणवत्तापूर्णआंकड़े तैयार करना है।
लेबर ब्यूरो की स्थापना भारत की आजादी से पूर्व श्रम पर गठित रॉयल कमीशन द्वारा की गई थी।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct
उत्तर: c)
अपनी स्थापित के 80 वर्ष बाद, केंद्रीय श्रम मंत्रालय के डेटा और सर्वेक्षण विंग श्रम ब्यूरो को अंततः एक लोगो (logo) प्रदान किया गया है जो तीन मुख्य क्षेत्रों यथा – ग्रामीण, कृषि और औद्योगिक श्रमिकों को इंगित करता है।
लोगो तीन लक्ष्यों यथा – सटीकता, वैधता और विश्वसनीयता का प्रतिनिधित्व करता है जिन्हें श्रम ब्यूरो गुणवत्तापूर्ण डेटा के सृजन हेतु प्राप्त करना चाहता है।
लेबर ब्यूरो की स्थापना भारत की आजादी से पूर्व 1931 में श्रम पर गठित रॉयल कमीशन द्वारा की गई थी। इसनें औद्योगिक श्रम के रहने, काम करने और सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों से संबंधित श्रम आँकड़ों के व्यवस्थित संग्रह की आवश्यकता को रेखांकित किया था।
Incorrect
उत्तर: c)
अपनी स्थापित के 80 वर्ष बाद, केंद्रीय श्रम मंत्रालय के डेटा और सर्वेक्षण विंग श्रम ब्यूरो को अंततः एक लोगो (logo) प्रदान किया गया है जो तीन मुख्य क्षेत्रों यथा – ग्रामीण, कृषि और औद्योगिक श्रमिकों को इंगित करता है।
लोगो तीन लक्ष्यों यथा – सटीकता, वैधता और विश्वसनीयता का प्रतिनिधित्व करता है जिन्हें श्रम ब्यूरो गुणवत्तापूर्ण डेटा के सृजन हेतु प्राप्त करना चाहता है।
लेबर ब्यूरो की स्थापना भारत की आजादी से पूर्व 1931 में श्रम पर गठित रॉयल कमीशन द्वारा की गई थी। इसनें औद्योगिक श्रम के रहने, काम करने और सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों से संबंधित श्रम आँकड़ों के व्यवस्थित संग्रह की आवश्यकता को रेखांकित किया था।
Question 3 of 5
3. Question
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
वर्तमान में कोई भी वस्तु सूक्ष्म और लघु उद्योग (MSE) क्षेत्र द्वारा अनन्य निर्माण के लिए आरक्षित नहीं है।
सार्वजनिक क्षेत्र में विशेष रूप से वस्तुओं के निर्माण के लिए आरक्षित उद्योग केवल भारत में रेलवे और परमाणु ऊर्जा तक सीमित हैं।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: a)
सरकार ने MSME क्षेत्र द्वारा अनन्य उत्पादन के लिए आरक्षित 800 से अधिक वस्तुओं की मूल सूची से सभी वस्तुओं को हटा दिया है, इस प्रकार 1960 के दशक से संचालितनीति को समाप्त कर दिया गया है ।
सार्वजनिक क्षेत्र में विशेष रूप से वस्तुओं के निर्माण के लिए उद्योगों की सूची जिसे आरक्षित किया जाना चाहिए
हथियार और गोला बारूद तथा रक्षा उपकरणों की संबद्ध वस्तुएँ
रक्षा विमान और युद्धपोत
परमाणु ऊर्जा
कोयला और लिग्नाइट
खनिज तेल
लौह अयस्क, मैंगनीज अयस्क, क्रोम अयस्क, जिप्सम, सल्फर, स्वर्ण और हीरे का खनन।
तांबा, सीसा, जस्ता, टिन, मोलिब्डेनम और वोल्फ्रम
परमाणु ऊर्जा (उत्पादन और उपयोग का नियंत्रण) आदेश, 1953 की अनुसूची में निर्दिष्ट खनिज
रेलवे परिवहन
Incorrect
उत्तर: a)
सरकार ने MSME क्षेत्र द्वारा अनन्य उत्पादन के लिए आरक्षित 800 से अधिक वस्तुओं की मूल सूची से सभी वस्तुओं को हटा दिया है, इस प्रकार 1960 के दशक से संचालितनीति को समाप्त कर दिया गया है ।
सार्वजनिक क्षेत्र में विशेष रूप से वस्तुओं के निर्माण के लिए उद्योगों की सूची जिसे आरक्षित किया जाना चाहिए
हथियार और गोला बारूद तथा रक्षा उपकरणों की संबद्ध वस्तुएँ
रक्षा विमान और युद्धपोत
परमाणु ऊर्जा
कोयला और लिग्नाइट
खनिज तेल
लौह अयस्क, मैंगनीज अयस्क, क्रोम अयस्क, जिप्सम, सल्फर, स्वर्ण और हीरे का खनन।
तांबा, सीसा, जस्ता, टिन, मोलिब्डेनम और वोल्फ्रम
परमाणु ऊर्जा (उत्पादन और उपयोग का नियंत्रण) आदेश, 1953 की अनुसूची में निर्दिष्ट खनिज
रेलवे परिवहन
Question 4 of 5
4. Question
निम्नलिखित में से किन्हें “पूंजीगत सामान उद्योग (capital goods industries)” के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है?
इंजीनियरिंग सामान
कपड़ा
वित्तीय सेवा उद्योग
निर्माण और खनन उपकरण उद्योग
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: a)
पूंजीगत सामान उन उत्पादों को संदर्भित करता है जो अन्य उत्पादों के उत्पादन में उपयोग किए जाते हैं लेकिन नए उत्पाद में शामिल नहीं होते हैं। इनमें मशीन टूल्स, औद्योगिक मशीनरी, प्रोसेस प्लांट उपकरण, निर्माण और खनन उपकरण, विद्युत उपकरण, कपड़ा मशीनरी, प्रिंटिंग और पैकेजिंग मशीनरी आदि शामिल हैं।
इनका उपयोग उत्पादन को बढ़ाने के लिए किया गया है। उपभोक्ता सामान कोई भी वह सामान होता है जो पूंजीगत सामान नहीं है; वे उपभोक्ताओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले सामान हैं और भविष्य में इनका कोई उत्पादक उपयोग नहीं होता है।
कपड़ा उपभोक्ता सामान।
वित्तीय सेवा उद्योग उन सेवाओं का उत्पादन करता है, जिनका अनिवार्य रूप से उपभोग किया जाता है, या आर्थिक प्रक्रिया में आगे उपयोग किया जा सकता है, लेकिन उन्हें ऐसे पूंजीगत उद्योगों के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जाता है।
Incorrect
उत्तर: a)
पूंजीगत सामान उन उत्पादों को संदर्भित करता है जो अन्य उत्पादों के उत्पादन में उपयोग किए जाते हैं लेकिन नए उत्पाद में शामिल नहीं होते हैं। इनमें मशीन टूल्स, औद्योगिक मशीनरी, प्रोसेस प्लांट उपकरण, निर्माण और खनन उपकरण, विद्युत उपकरण, कपड़ा मशीनरी, प्रिंटिंग और पैकेजिंग मशीनरी आदि शामिल हैं।
इनका उपयोग उत्पादन को बढ़ाने के लिए किया गया है। उपभोक्ता सामान कोई भी वह सामान होता है जो पूंजीगत सामान नहीं है; वे उपभोक्ताओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले सामान हैं और भविष्य में इनका कोई उत्पादक उपयोग नहीं होता है।
कपड़ा उपभोक्ता सामान।
वित्तीय सेवा उद्योग उन सेवाओं का उत्पादन करता है, जिनका अनिवार्य रूप से उपभोग किया जाता है, या आर्थिक प्रक्रिया में आगे उपयोग किया जा सकता है, लेकिन उन्हें ऐसे पूंजीगत उद्योगों के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जाता है।
Question 5 of 5
5. Question
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
भारत में संगठित और असंगठित क्षेत्र का वर्गीकरण मुख्य रूप से रोजगार की स्थिति पर आधारित है।
प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रों का वर्गीकरण मुख्य रूप से संसाधन उपयोग की तीव्रता पर आधारित है।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: a)
रोजगार की स्थिति के आधार पर, अर्थव्यवस्था में गतिविधियों को संगठित और असंगठित के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। वह क्षेत्र, जो पंजीकृत है, वह एक संगठित क्षेत्र कहलाता है। वह क्षेत्र जो पंजीकृत नहीं है और जिसकी रोजगार की शर्तें निर्धारित नहीं हैं, उसे असंगठित क्षेत्र माना जाता है।
अर्थशास्त्र में थ्री-सेक्टर मॉडल अर्थव्यवस्थाओं को गतिविधि के तीन क्षेत्रों में विभाजित करता है: कच्चे माल का निष्कर्षण (प्राथमिक), विनिर्माण (माध्यमिक), और सेवाओं (तृतीयक)।
Incorrect
उत्तर: a)
रोजगार की स्थिति के आधार पर, अर्थव्यवस्था में गतिविधियों को संगठित और असंगठित के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। वह क्षेत्र, जो पंजीकृत है, वह एक संगठित क्षेत्र कहलाता है। वह क्षेत्र जो पंजीकृत नहीं है और जिसकी रोजगार की शर्तें निर्धारित नहीं हैं, उसे असंगठित क्षेत्र माना जाता है।
अर्थशास्त्र में थ्री-सेक्टर मॉडल अर्थव्यवस्थाओं को गतिविधि के तीन क्षेत्रों में विभाजित करता है: कच्चे माल का निष्कर्षण (प्राथमिक), विनिर्माण (माध्यमिक), और सेवाओं (तृतीयक)।
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