HINDI INSIGHTS STATIC QUIZ 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
भारत के कला और पुरातात्विक इतिहास के संदर्भ में, अशोक के शासनकाल से निम्नलिखित में से कौन-से संबंध हैं?
- लोमश ऋषि गुफाएँ
- उदयगिरी गुफाएँ
- धौली में रॉक-कट हाथी
- बादामी गुफाएं
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: b)
लोमश ऋषि की गुफाएं: ये बिहार में जहानाबाद जिले के बरबार और नागार्जुन पहाड़ियों में स्थित है, इस रॉक-कट गुफा को एक शरण स्थल (मानव निर्मित) के रूप में बनाया गया था। इसे तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में मौर्य साम्राज्य के अशोक के काल के दौरान बनाया गया था, जो कि आजीविका की पवित्र वास्तुकला का भाग थी।
धौली में रॉक-कट हाथी को अशोक के शासनकाल (272-231 ईसा पूर्व) के दौरान बनाया गया था। यह ओडिशा की सबसे पुरानी बौद्ध मूर्ति है।
उदयगिरि गुफाएं: यह एक हिंदू गुफा है और गुप्त शासनकाल के दौरान बनाई गई थी। इसमें प्रसिद्ध वराह मूर्तिकला मौजूद है।
बादामी गुफा मंदिर भारत के कर्नाटक के उत्तरी भाग में बगलकोट जिले में स्थित हिंदू और जैन गुफा मंदिरों का एक परिसर है। in गुफाओं को भारतीय रॉक-कट वास्तुकला का उदाहरण माना जाता है, विशेष रूप से बादामी चालुक्य वास्तुकला, जो 6वीं शताब्दी से संबंधित है।
Incorrect
उत्तर: b)
लोमश ऋषि की गुफाएं: ये बिहार में जहानाबाद जिले के बरबार और नागार्जुन पहाड़ियों में स्थित है, इस रॉक-कट गुफा को एक शरण स्थल (मानव निर्मित) के रूप में बनाया गया था। इसे तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में मौर्य साम्राज्य के अशोक के काल के दौरान बनाया गया था, जो कि आजीविका की पवित्र वास्तुकला का भाग थी।
धौली में रॉक-कट हाथी को अशोक के शासनकाल (272-231 ईसा पूर्व) के दौरान बनाया गया था। यह ओडिशा की सबसे पुरानी बौद्ध मूर्ति है।
उदयगिरि गुफाएं: यह एक हिंदू गुफा है और गुप्त शासनकाल के दौरान बनाई गई थी। इसमें प्रसिद्ध वराह मूर्तिकला मौजूद है।
बादामी गुफा मंदिर भारत के कर्नाटक के उत्तरी भाग में बगलकोट जिले में स्थित हिंदू और जैन गुफा मंदिरों का एक परिसर है। in गुफाओं को भारतीय रॉक-कट वास्तुकला का उदाहरण माना जाता है, विशेष रूप से बादामी चालुक्य वास्तुकला, जो 6वीं शताब्दी से संबंधित है।
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Question 2 of 5
2. Question
हम्पी स्थित विरुपाक्ष मंदिर के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- इसका निर्माण विजयनगर साम्राज्य के शासनकाल के दौरान किया गया था।
- यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
- यह वराह नदी के तट पर स्थित है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: a)
विरुपाक्ष मंदिर भारत के कर्नाटक के बल्लारी जिले में हम्पी में स्थित है। यह हम्पी के स्मारकों के समूह का हिस्सा है, जिसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित किया है। मंदिर का निर्माण लक्कन दंडेश द्वारा किया गया था। यह देव राय II के तहत एक नायक (सरदार) था जिसे विजयनगर साम्राज्य के प्रुदा देव राय के नाम से भी जाना जाता है।
विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित है।
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जिसे यहां विरुपाक्ष के रूप में जाना जाता है, यह स्थानीय देवी पंपादेवी के संरक्षण के रूप में जो तुंगभद्रा नदी के साथ जुड़ा हुआ है।
Incorrect
उत्तर: a)
विरुपाक्ष मंदिर भारत के कर्नाटक के बल्लारी जिले में हम्पी में स्थित है। यह हम्पी के स्मारकों के समूह का हिस्सा है, जिसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित किया है। मंदिर का निर्माण लक्कन दंडेश द्वारा किया गया था। यह देव राय II के तहत एक नायक (सरदार) था जिसे विजयनगर साम्राज्य के प्रुदा देव राय के नाम से भी जाना जाता है।
विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित है।
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जिसे यहां विरुपाक्ष के रूप में जाना जाता है, यह स्थानीय देवी पंपादेवी के संरक्षण के रूप में जो तुंगभद्रा नदी के साथ जुड़ा हुआ है।
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Question 3 of 5
3. Question
खजुराहो मंदिरों का निर्माण किया गया था
Correct
उत्तर: b)
इन मंदिरों का निर्माण चंदेल शासकों ने 900 ईस्वी से 1130 के बीच करवाया था।
यह अपनी कामुक मूर्तियों के लिए विश्व-व्यापी प्रसिद्ध हैं। खजुराहो मंदिरों का पहला उल्लेख सन् 1022 ईस्वी में अबु रेहान अल-बयरुनी और 1335 ईस्वी में अरब यात्री इब्न बतूता ने किया था।
खजुराहो मंदिर समूह का निर्माण एक साथ किया गया था और यह हिंदू धर्म और जैन धर्म को समर्पित है, जो यह दर्शाता है कि इस क्षेत्र में हिंदुओं और जैनियों के बीच विभिन्न धार्मिक विचारों के प्रति स्वीकृति और सम्मान था।
Incorrect
उत्तर: b)
इन मंदिरों का निर्माण चंदेल शासकों ने 900 ईस्वी से 1130 के बीच करवाया था।
यह अपनी कामुक मूर्तियों के लिए विश्व-व्यापी प्रसिद्ध हैं। खजुराहो मंदिरों का पहला उल्लेख सन् 1022 ईस्वी में अबु रेहान अल-बयरुनी और 1335 ईस्वी में अरब यात्री इब्न बतूता ने किया था।
खजुराहो मंदिर समूह का निर्माण एक साथ किया गया था और यह हिंदू धर्म और जैन धर्म को समर्पित है, जो यह दर्शाता है कि इस क्षेत्र में हिंदुओं और जैनियों के बीच विभिन्न धार्मिक विचारों के प्रति स्वीकृति और सम्मान था।
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Question 4 of 5
4. Question
मध्यकालीन भारत में भारत-इस्लामी वास्तुकला के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- वे बड़े पैमाने पर लोगों द्वारा दिए गए दान से निर्मित किये गए थे।
- निर्माण की मेहराबनुमा संरचना पूरी तरह से अनुपस्थित थी।
- इंडो-इस्लामिक संरचनाएं भारतीय वास्तुकला और सजावटी रूपों की प्रचलित संवेदनाओं से काफी प्रभावित थीं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: b)
भारतीय उपमहाद्वीप में वास्तुकला के विभिन रूपों को समृद्ध लोगों द्वारा निर्मित करवाया गया था। जैसे शासक और कुलीन एवं उनके परिवार के सदस्य, व्यापारी, व्यापारी संघ, ग्रामीण कुलीन लोग और एक पंथ संबंधित भक्त।
बारहवीं शताब्दी तक भारत पहले से ही भव्य स्मारकों के निर्माण से परिचित था। कुछ तकनीकें और अलंकरण प्रचलित और लोकप्रिय थे, जैसे कि शहतीर, कोष्ठक और एक छत को सहारा देने हेतु कई स्तंभ ओत एक लघु गुंबद आदि। जबकि मेहराब को लकड़ी और पत्थर से निर्मित किया जाता था, ये शीर्ष संरचना का भार सहन करने में असमर्थ होती थी। हालांकि, निर्माण की मेहराबनुमा संरचना का प्रचलन धीरे-धीरे हो गया था जिसमें मेहराब गुंबदों भार वहन कर सकती थी।
स्पष्ट सैरासेनिक, फ़ारसी और तुर्की प्रभावों के बावजूद, भारतीय स्थापत्य और सजावटी रूपों की प्रचलित संवेदनाओं से इंडो-इस्लामिक संरचनाएं बहुत प्रभावित हुईं।
Incorrect
उत्तर: b)
भारतीय उपमहाद्वीप में वास्तुकला के विभिन रूपों को समृद्ध लोगों द्वारा निर्मित करवाया गया था। जैसे शासक और कुलीन एवं उनके परिवार के सदस्य, व्यापारी, व्यापारी संघ, ग्रामीण कुलीन लोग और एक पंथ संबंधित भक्त।
बारहवीं शताब्दी तक भारत पहले से ही भव्य स्मारकों के निर्माण से परिचित था। कुछ तकनीकें और अलंकरण प्रचलित और लोकप्रिय थे, जैसे कि शहतीर, कोष्ठक और एक छत को सहारा देने हेतु कई स्तंभ ओत एक लघु गुंबद आदि। जबकि मेहराब को लकड़ी और पत्थर से निर्मित किया जाता था, ये शीर्ष संरचना का भार सहन करने में असमर्थ होती थी। हालांकि, निर्माण की मेहराबनुमा संरचना का प्रचलन धीरे-धीरे हो गया था जिसमें मेहराब गुंबदों भार वहन कर सकती थी।
स्पष्ट सैरासेनिक, फ़ारसी और तुर्की प्रभावों के बावजूद, भारतीय स्थापत्य और सजावटी रूपों की प्रचलित संवेदनाओं से इंडो-इस्लामिक संरचनाएं बहुत प्रभावित हुईं।
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Question 5 of 5
5. Question
मुगलकाल के दौरान वास्तुकला के विकास के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- लाल बलुआ पत्थर का उपयोग अकबर के समय की वास्तुकला की प्रमुख विशेषता है।
- हुमायूँ का मकबरा चारबाग शैली का एक उदाहरण है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: c)
लाल बलुआ पत्थर का उपयोग अकबर के समय की वास्तुकला की प्रमुख विशेषता है।
हुमायूँ का मक़बरा चारबाग (चार नदियों को प्रदर्शित करने वाला चार चतुर्भुज उद्यान) का एक उदाहरण है, जिसमें कुंड नालियों के माध्यम से जुड़े हुए हैं।
Incorrect
उत्तर: c)
लाल बलुआ पत्थर का उपयोग अकबर के समय की वास्तुकला की प्रमुख विशेषता है।
हुमायूँ का मक़बरा चारबाग (चार नदियों को प्रदर्शित करने वाला चार चतुर्भुज उद्यान) का एक उदाहरण है, जिसमें कुंड नालियों के माध्यम से जुड़े हुए हैं।