HINDI INSIGHTS STATIC QUIZ 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
सहायक संधि (Subsidiary Alliance) की शर्तों के अनुसार, भारतीय शासक को –
- भारतीय शासकों को अपने स्वतंत्र सशस्त्र बल रखने की अनुमति नहीं थी।
- रियासतों में ब्रिटिश प्रतिनिधियों को संरक्षण प्रदान किया जाता था।
सही उत्तर कूट का चयन कीजए:
Correct
उत्तर: a)
इस संधि की शर्तों के अनुसार, भारतीय शासकों को अपने स्वतंत्र सशस्त्र बल रखने की अनुमति नहीं थी। उन्हें कंपनी द्वारा संरक्षित किया जाना था, लेकिन कंपनी को “सहायक बलों” के लिए भुगतान करना होता था जिसे कंपनी द्वारा इनकी सुरक्षा के उद्देश्य से बनाए रखना होता था। यदि भारतीय शासक भुगतान करने में विफल रहते थे, तो उनके क्षेत्र का कुछ हिस्सा दंड स्वरूप छीन लिया गया।
उदाहरण के लिए, जब रिचर्ड वेलेस्ली गवर्नर-जनरल (1798-1805) थे, तो अवध के नवाब को 1801 में अपने क्षेत्र का आधा हिस्सा कंपनी को देने के लिए बाध्य होना पड़ा, क्योंकि वह “सहायक बलों” के लिए भुगतान करने में विफल रहा था। हैदराबाद पर भी इसी तरह की कार्यवाही की गई थी।
Incorrect
उत्तर: a)
इस संधि की शर्तों के अनुसार, भारतीय शासकों को अपने स्वतंत्र सशस्त्र बल रखने की अनुमति नहीं थी। उन्हें कंपनी द्वारा संरक्षित किया जाना था, लेकिन कंपनी को “सहायक बलों” के लिए भुगतान करना होता था जिसे कंपनी द्वारा इनकी सुरक्षा के उद्देश्य से बनाए रखना होता था। यदि भारतीय शासक भुगतान करने में विफल रहते थे, तो उनके क्षेत्र का कुछ हिस्सा दंड स्वरूप छीन लिया गया।
उदाहरण के लिए, जब रिचर्ड वेलेस्ली गवर्नर-जनरल (1798-1805) थे, तो अवध के नवाब को 1801 में अपने क्षेत्र का आधा हिस्सा कंपनी को देने के लिए बाध्य होना पड़ा, क्योंकि वह “सहायक बलों” के लिए भुगतान करने में विफल रहा था। हैदराबाद पर भी इसी तरह की कार्यवाही की गई थी।
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Question 2 of 5
2. Question
महालवाड़ी व्यवस्था के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- वारेन हेस्टिंग्स इस व्यवस्था की शुरुआत की थी।
- इस व्यवस्था के तहत, रैयतों द्वारा जमींदारों को राशि का भुगतान किया जाता था, जो बाद में अंग्रेजों को भुगतान करते थे।
- इस व्यवस्था के तहत गांव की भूमि, वनभूमि और चारागाह शामिल थे।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: b)
बंगाल प्रेसीडेंसी के उत्तर पश्चिमी प्रांतों में (इस क्षेत्र का अधिकांश क्षेत्र अब उत्तर प्रदेश में है), होल्ट मैकेंज़ी नामक एक अंग्रेज ने 1822 में इस नई प्रणाली को लागु किया गया था। उन्होंने महसूस किया कि ग्राम उत्तर भारतीय समाज में एक महत्वपूर्ण संस्थान थी और इसे संरक्षित करने की आवश्यकता थी। उनके निर्देशों के तहत, कलेक्टर गांव-गांव जाते थे, जमीन का निरीक्षण करते थे, खेतों की पैमाइश करते थे और विभिन्न समूहों के रीति-रिवाजों और अधिकारों को रिकॉर्ड करते थे। एक गाँव के भीतर प्रत्येक भूखंड के अनुमानित राजस्व को उस राजस्व की गणना करने के लिए जोड़ा गया था जिसे प्रत्येक गाँव (महाल) को भुगतान करना पड़ता था। इस राजस्व को समय-समय पर संशोधित किया जाता था और इसे स्थायी रूप से निर्धारित नहीं किया गया था। राजस्व एकत्र करने और कंपनी को भुगतान करने का कार्य जमींदार के बजाये ग्राम प्रधान को दिया गया था।
इस व्यवस्था के अंतर्गत शामिल भूमि में वनभूमि, चारागाह आदि सहित गाँवों की सभी भूमियां थी।
Incorrect
उत्तर: b)
बंगाल प्रेसीडेंसी के उत्तर पश्चिमी प्रांतों में (इस क्षेत्र का अधिकांश क्षेत्र अब उत्तर प्रदेश में है), होल्ट मैकेंज़ी नामक एक अंग्रेज ने 1822 में इस नई प्रणाली को लागु किया गया था। उन्होंने महसूस किया कि ग्राम उत्तर भारतीय समाज में एक महत्वपूर्ण संस्थान थी और इसे संरक्षित करने की आवश्यकता थी। उनके निर्देशों के तहत, कलेक्टर गांव-गांव जाते थे, जमीन का निरीक्षण करते थे, खेतों की पैमाइश करते थे और विभिन्न समूहों के रीति-रिवाजों और अधिकारों को रिकॉर्ड करते थे। एक गाँव के भीतर प्रत्येक भूखंड के अनुमानित राजस्व को उस राजस्व की गणना करने के लिए जोड़ा गया था जिसे प्रत्येक गाँव (महाल) को भुगतान करना पड़ता था। इस राजस्व को समय-समय पर संशोधित किया जाता था और इसे स्थायी रूप से निर्धारित नहीं किया गया था। राजस्व एकत्र करने और कंपनी को भुगतान करने का कार्य जमींदार के बजाये ग्राम प्रधान को दिया गया था।
इस व्यवस्था के अंतर्गत शामिल भूमि में वनभूमि, चारागाह आदि सहित गाँवों की सभी भूमियां थी।
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Question 3 of 5
3. Question
ब्रिटिश भारत में वेल्बी आयोग की स्थापना निम्नलिखित में से किसकी जांच के लिए की गयी थी
Correct
उत्तर: d)
दादाभाई नौरोजी ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक “पावर्टी ऐन्ड अनब्रिटिश रूल इन इन्डिया” में धन की निकासी सिद्धांत की व्याख्या की थी।
उन्होंने बताया कि भारत का धन को इंग्लैंड (a) वेतन, (b) बचत, (c) पेंशन, (d) भारत में ब्रिटिश सैनिकों को भुगतान और (e) ब्रिटिश कंपनियों के मुनाफे आदि के रूप में को भेजा जा रहा था।
इसकी जाँच करने हेतु ब्रिटिश सरकार को वेल्बी आयोग की नियुक्ति के लिए बाध्य किया गया था। दादाभाई पहले भारतीय सदस्य के रूप में शामिल किया गया था।
1900 में प्रकाशित वेल्बी आयोग की रिपोर्ट में ऐसे कई मामलों को दिखाया गया है जहाँ भारत सरकार द्वारा अत्यधिक या अतार्किक भुगतान किया जा रहा था।
Incorrect
उत्तर: d)
दादाभाई नौरोजी ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक “पावर्टी ऐन्ड अनब्रिटिश रूल इन इन्डिया” में धन की निकासी सिद्धांत की व्याख्या की थी।
उन्होंने बताया कि भारत का धन को इंग्लैंड (a) वेतन, (b) बचत, (c) पेंशन, (d) भारत में ब्रिटिश सैनिकों को भुगतान और (e) ब्रिटिश कंपनियों के मुनाफे आदि के रूप में को भेजा जा रहा था।
इसकी जाँच करने हेतु ब्रिटिश सरकार को वेल्बी आयोग की नियुक्ति के लिए बाध्य किया गया था। दादाभाई पहले भारतीय सदस्य के रूप में शामिल किया गया था।
1900 में प्रकाशित वेल्बी आयोग की रिपोर्ट में ऐसे कई मामलों को दिखाया गया है जहाँ भारत सरकार द्वारा अत्यधिक या अतार्किक भुगतान किया जा रहा था।
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Question 4 of 5
4. Question
19वीं शताब्दी की शुरुआत में पॉलीगर विद्रोह का कारन था
Correct
उत्तर: b)
पॉलीगर विद्रोह तमिलनाडु के पूर्व तिरुनेलवेली साम्राज्य के पॉलीगर और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेनाओं के बीच 1799 से 1805 के बीच लंबित करों, दमनकारी भूमि राजस्व प्रणाली आदि के कारण हुआ था।
आखिरकार इसमें अंग्रेजों की विजय हुयी।
पॉलीगारों पर ब्रिटिश विजय ने ब्रिटिश नियंत्रण में तमिलनाडु के क्षेत्रों के बड़े हिस्से को कला दिया, जिससे अंग्रेजों की दक्षिणी भारत में सुदृढ़ स्थिति हो गयी।
Incorrect
उत्तर: b)
पॉलीगर विद्रोह तमिलनाडु के पूर्व तिरुनेलवेली साम्राज्य के पॉलीगर और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेनाओं के बीच 1799 से 1805 के बीच लंबित करों, दमनकारी भूमि राजस्व प्रणाली आदि के कारण हुआ था।
आखिरकार इसमें अंग्रेजों की विजय हुयी।
पॉलीगारों पर ब्रिटिश विजय ने ब्रिटिश नियंत्रण में तमिलनाडु के क्षेत्रों के बड़े हिस्से को कला दिया, जिससे अंग्रेजों की दक्षिणी भारत में सुदृढ़ स्थिति हो गयी।
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Question 5 of 5
5. Question
भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान निम्नलिखित में से किस कारक ने आधुनिक राष्ट्रवाद के विकास को प्रभावित किया?
- फ्रांसीसी क्रांति।
- भारतीय पुनर्जागरण।
- अंग्रेजों द्वारा भारत में शुरू किया गया आधुनिकीकरण।
- भारत में ब्रिटिश साम्राज्यवादी नीतियों के प्रति घोर प्रतिक्रिया।
सही उत्तर कोड का चयन करें:
Correct
उत्तर: d)
भारतीय राष्ट्रवाद का उदय और विकास परंपरागत रूप से नए संस्थानों, नए अवसरों, संसाधनों आदि के निर्माण के माध्यम से ब्रिटिश राज के प्रति भारतीयों की प्रतिक्रिया के संदर्भ में किया गया है। दूसरे शब्दों में, भारतीय राष्ट्रवाद आंशिक रूप से औपनिवेशिक नीतियों और आंशिक रूप से औपनिवेशिक नीतियों के प्रति प्रतिक्रिया के रूप में विकसित हुआ था। वास्तव में, भारतीय राष्ट्रवाद को निम्नलिखित विभिन्न कारकों के मिश्रण के रूप में देखा जाता है:
राष्ट्रवाद की अवधारणाओं की विश्वव्यापी उथल-पुथल और फ्रांसीसी क्रांति द्वारा शुरू किए गए आत्म-निर्णयन का अधिकार।
भारतीय पुनर्जागरण।
भारत में अंग्रेजों द्वारा शुरू किया आधुनिकीकरण।
भारत में ब्रिटिश साम्राज्यवादी नीतियों के प्रति घोर प्रतिक्रिया।
Incorrect
उत्तर: d)
भारतीय राष्ट्रवाद का उदय और विकास परंपरागत रूप से नए संस्थानों, नए अवसरों, संसाधनों आदि के निर्माण के माध्यम से ब्रिटिश राज के प्रति भारतीयों की प्रतिक्रिया के संदर्भ में किया गया है। दूसरे शब्दों में, भारतीय राष्ट्रवाद आंशिक रूप से औपनिवेशिक नीतियों और आंशिक रूप से औपनिवेशिक नीतियों के प्रति प्रतिक्रिया के रूप में विकसित हुआ था। वास्तव में, भारतीय राष्ट्रवाद को निम्नलिखित विभिन्न कारकों के मिश्रण के रूप में देखा जाता है:
राष्ट्रवाद की अवधारणाओं की विश्वव्यापी उथल-पुथल और फ्रांसीसी क्रांति द्वारा शुरू किए गए आत्म-निर्णयन का अधिकार।
भारतीय पुनर्जागरण।
भारत में अंग्रेजों द्वारा शुरू किया आधुनिकीकरण।
भारत में ब्रिटिश साम्राज्यवादी नीतियों के प्रति घोर प्रतिक्रिया।