HINDI - INSIGHTS CURRENT EVENTS QUIZ 2020
Quiz-summary
0 of 5 questions completed
Questions:
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
Information
Welcome to Current Affairs Quiz in HINDI Medium. Hope you are happy with our Hindi Current Affairs. The following Quiz is based on the Hindu, PIB and other news sources. It is a current events based quiz. Solving these questions will help retain both concepts and facts relevant to UPSC IAS civil services exam – 2020-2021
To view Solutions, follow these instructions:
-
Click on – ‘Start Quiz’ button
-
Solve Questions
-
Click on ‘Quiz Summary’ button
-
Click on ‘Finish Quiz’ button
-
Now click on ‘View Questions’ button – here you will see solutions and links.
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading...
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
Results
0 of 5 questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 points, (0)
Average score |
|
Your score |
|
Categories
- Not categorized 0%
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- Answered
- Review
-
Question 1 of 5
1. Question
1 pointsहाल ही में नई दिल्ली में न्यूनतम या रात्रिकाल का तापमान घटकर 4.1 डिग्री सेल्सियस हो गया। निम्नलिखित में से कौन-से कारक दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में तापमान में गिरावट का कारण बन सकते हैं?
- पश्चिमी हिमालय श्रेणी में बर्फबारी
- सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ
- अत्यधिक मेघाछादन
- सक्रिय ला नीना जलवायु प्रतिरूप
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: c)
हाल ही में नई दिल्ली में न्यूनतम या रात्रिकाल का तापमान घटकर 4.1 डिग्री सेल्सियस हो गया, जो इस वर्ष का सबसे कम तापमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, इस वर्ष के लिए तापमान सामान्य तापमान से पांच डिग्री कम था।
दिल्ली के तापमान में गिरावट के कारण
पश्चिमी हिमालयी श्रेणी में स्थित जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण पिछले कुछ दिनों से भारी मात्रा में बर्फबारी हुई है।
सर्दियों में, जब भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र से गुजरता है, तो यह उत्तर-पश्चिम भारत के तापमान में गिरावट कर देता है।
पश्चिमी विक्षोभ, जिसे भूमध्य सागर में उत्पन्न होने वाले एक बहिरूष्ण-कटिबंधीय तूफान माना जाता है, निम्न दबाव का एक क्षेत्र है जो उत्तर-पश्चिम भारत में आकस्मिक वर्षा, बर्फ और कोहरे का कारण बनता है।
मेघाछादन के अभाव में पृथ्वी की सतह से रात्रि के समय वायुमंडल में उच्च विकिरण होता है, जिससे तापमान में कमी हो जाती है।
इसके अलावा, सक्रिय ला नीना जलवायु प्रतिरूप के प्रभाव में, विश्वभर के तापमान में गिरावट होती है।
दिल्ली में अधिकतम या दिन का तापमान भी 10 दिसंबर को 29 डिग्री सेल्सियस से 19.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है।
IMD ने अगले तीन दिनों में दिल्ली के कुछ हिस्सों में अत्यधिक ठंड और शीत लहर का अनुमान किया है।
ज्ञातव्य है कि जब अधिकतम तापमान सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो जाता है तो उसे ठंडा दिन (जिसे 1981 और 2010 के बीच 30 वर्षों के जलवायु डेटा के आधार पर निर्धारित किया जाता है) कहा जाता है।
शीत लहर तब होती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो जाता है।
Incorrect
उत्तर: c)
हाल ही में नई दिल्ली में न्यूनतम या रात्रिकाल का तापमान घटकर 4.1 डिग्री सेल्सियस हो गया, जो इस वर्ष का सबसे कम तापमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, इस वर्ष के लिए तापमान सामान्य तापमान से पांच डिग्री कम था।
दिल्ली के तापमान में गिरावट के कारण
पश्चिमी हिमालयी श्रेणी में स्थित जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण पिछले कुछ दिनों से भारी मात्रा में बर्फबारी हुई है।
सर्दियों में, जब भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र से गुजरता है, तो यह उत्तर-पश्चिम भारत के तापमान में गिरावट कर देता है।
पश्चिमी विक्षोभ, जिसे भूमध्य सागर में उत्पन्न होने वाले एक बहिरूष्ण-कटिबंधीय तूफान माना जाता है, निम्न दबाव का एक क्षेत्र है जो उत्तर-पश्चिम भारत में आकस्मिक वर्षा, बर्फ और कोहरे का कारण बनता है।
मेघाछादन के अभाव में पृथ्वी की सतह से रात्रि के समय वायुमंडल में उच्च विकिरण होता है, जिससे तापमान में कमी हो जाती है।
इसके अलावा, सक्रिय ला नीना जलवायु प्रतिरूप के प्रभाव में, विश्वभर के तापमान में गिरावट होती है।
दिल्ली में अधिकतम या दिन का तापमान भी 10 दिसंबर को 29 डिग्री सेल्सियस से 19.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है।
IMD ने अगले तीन दिनों में दिल्ली के कुछ हिस्सों में अत्यधिक ठंड और शीत लहर का अनुमान किया है।
ज्ञातव्य है कि जब अधिकतम तापमान सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो जाता है तो उसे ठंडा दिन (जिसे 1981 और 2010 के बीच 30 वर्षों के जलवायु डेटा के आधार पर निर्धारित किया जाता है) कहा जाता है।
शीत लहर तब होती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो जाता है।
-
Question 2 of 5
2. Question
1 pointsहाल ही में समाचारों में चर्चित ‘हिमालयन सीरो (Himalyan Serow)’ के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- हिमालयन सीरो बकरी, गधे, गाय और सुअर के समान दिखता है।
- यह हिमालय क्षेत्र तक ही सीमित है।
- यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची V के तहत सूचीबद्ध है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: a)
हिमालय के शीत मरूस्थल क्षेत्र में पहली बार हिमालय सीरो को देखा गया है। हिमाचल प्रदेश के स्पीति में हर्लिंग गांव के पास नदी के किनारे चट्टानी दीवार पर स्थानीय लोगों और वन्यजीव अधिकारियों द्वारा इसे देखा गया था। हिमाचल प्रदेश में सीरो को पहली बार देखा है।
स्पीति पश्चिमी हिमालय के शीत पर्वतीय मरूस्थल क्षेत्र में स्थित है, जिसकी समुद्र तल से औसत ऊंचाई 4,270 मीटर है।
इस ऊंचाई पर आमतौर पर सीरो नहीं पाए जाते हैं, और इससे पहले कभी भी हिमालय के शीत मरूस्थल में सीरो को नहीं देखा गया है। वन्यजीव अधिकारियों का मानना है कि यह विशेष जानवर किन्नौर से सटे रूपी भाभा वन्यजीव अभयारण्य से स्पीति घाटी में भटक गया होगा।
एक जीवविज्ञानी का मानना है कि हिमालयन सीरो बकरी, गधे, गाय और सुअर के समान दिखता है। यह एक बड़े सिर, मोटी गर्दन, छोटे अंग, लंबे, खच्चर जैसे कान, और काले बालों वाला एक मध्यम आकार का स्तनपायी है।
सीरो की कई प्रजातियां हैं, और ये सभी एशिया में पाई जाती हैं। हिमालयन सीरो, या मकरिस समत्रेंसिस थार, हिमालयी क्षेत्र तक ही सीमित है।
इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) के अनुसार, पिछले एक दशक में हिमालयी सीरो की संख्या और निवास स्थान में महत्वपूर्ण गिरावट हुई है।
पहले इसे IUCN रेड लिस्ट में ‘नियर थ्रेटन्ड‘ के रूप में और अब ‘वल्नरेबल‘ के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची I के तहत सूचीबद्ध है, जो पूर्ण सुरक्षा प्रदान करता है।
Incorrect
उत्तर: a)
हिमालय के शीत मरूस्थल क्षेत्र में पहली बार हिमालय सीरो को देखा गया है। हिमाचल प्रदेश के स्पीति में हर्लिंग गांव के पास नदी के किनारे चट्टानी दीवार पर स्थानीय लोगों और वन्यजीव अधिकारियों द्वारा इसे देखा गया था। हिमाचल प्रदेश में सीरो को पहली बार देखा है।
स्पीति पश्चिमी हिमालय के शीत पर्वतीय मरूस्थल क्षेत्र में स्थित है, जिसकी समुद्र तल से औसत ऊंचाई 4,270 मीटर है।
इस ऊंचाई पर आमतौर पर सीरो नहीं पाए जाते हैं, और इससे पहले कभी भी हिमालय के शीत मरूस्थल में सीरो को नहीं देखा गया है। वन्यजीव अधिकारियों का मानना है कि यह विशेष जानवर किन्नौर से सटे रूपी भाभा वन्यजीव अभयारण्य से स्पीति घाटी में भटक गया होगा।
एक जीवविज्ञानी का मानना है कि हिमालयन सीरो बकरी, गधे, गाय और सुअर के समान दिखता है। यह एक बड़े सिर, मोटी गर्दन, छोटे अंग, लंबे, खच्चर जैसे कान, और काले बालों वाला एक मध्यम आकार का स्तनपायी है।
सीरो की कई प्रजातियां हैं, और ये सभी एशिया में पाई जाती हैं। हिमालयन सीरो, या मकरिस समत्रेंसिस थार, हिमालयी क्षेत्र तक ही सीमित है।
इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) के अनुसार, पिछले एक दशक में हिमालयी सीरो की संख्या और निवास स्थान में महत्वपूर्ण गिरावट हुई है।
पहले इसे IUCN रेड लिस्ट में ‘नियर थ्रेटन्ड‘ के रूप में और अब ‘वल्नरेबल‘ के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची I के तहत सूचीबद्ध है, जो पूर्ण सुरक्षा प्रदान करता है।
-
Question 3 of 5
3. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- विनिवेश में सार्वजनिक उपक्रमों के कुछ शेयरों को सार्वजनिक या निजी संस्था को बेचना शामिल है।
- जब सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई के अधिकांश शेयर बेचती है, तो यह रणनीतिक विनिवेश कहलाता है।
- रणनीतिक विनिवेश के तहत, सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई के स्वामित्व और नियंत्रण को किसी अन्य सार्वजनिक संस्था को हस्तांतरित कर देती है और यहां निजी क्षेत्र शामिल नहीं होता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: b)
रणनीतिक विनिवेश या रणनीतिक बिक्री क्या है?
जब सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई के स्वामित्व और नियंत्रण को किसी अन्य इकाई को निजी या सार्वजनिक रूप से स्थानांतरित करने का निर्णय लेती है, तो इस प्रक्रिया को रणनीतिक विनिवेश कहा जाता है।
रणनीतिक विनिवेश / बिक्री और विनिवेश के बीच अंतर क्या है
सार्वजनिक उपक्रमों के कुछ शेयरों को किसी अन्य संस्था को बेचना सार्वजनिक या निजी विनिवेश है। इसमें सरकार उद्यम के स्वामित्व को बरकरार रखती है। दूसरी ओर, जब सरकार किसी उद्यम के अधिकांश शेयर बेचती है, तो वह रणनीतिक विनिवेश / बिक्री कहलाता है। यहां, सरकार इकाई के स्वामित्व को भी स्थानांतरित कर देती है।
Incorrect
उत्तर: b)
रणनीतिक विनिवेश या रणनीतिक बिक्री क्या है?
जब सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई के स्वामित्व और नियंत्रण को किसी अन्य इकाई को निजी या सार्वजनिक रूप से स्थानांतरित करने का निर्णय लेती है, तो इस प्रक्रिया को रणनीतिक विनिवेश कहा जाता है।
रणनीतिक विनिवेश / बिक्री और विनिवेश के बीच अंतर क्या है
सार्वजनिक उपक्रमों के कुछ शेयरों को किसी अन्य संस्था को बेचना सार्वजनिक या निजी विनिवेश है। इसमें सरकार उद्यम के स्वामित्व को बरकरार रखती है। दूसरी ओर, जब सरकार किसी उद्यम के अधिकांश शेयर बेचती है, तो वह रणनीतिक विनिवेश / बिक्री कहलाता है। यहां, सरकार इकाई के स्वामित्व को भी स्थानांतरित कर देती है।
-
Question 4 of 5
4. Question
1 pointsउल्का पिंड बौछार (Meteor shower) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- जब असंख्य उल्कापिंड एक साथ गिरते हैं तो उसे उल्का पिंड बौछार कहा जाता है।
- जब पृथ्वी धूमकेतु या क्षुद्रग्रह द्वारा छोड़े गए मलबे से गुजरती है तो उल्का पिंड बौछार को देखा जाता है।
- नासा के अनुसार, उल्का पिंड बौछार एक बहुत ही दुर्लभ घटना है जो 100 वर्षों में एक बार घटित होती है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct
उत्तर: c)
जेमिनीड्स उल्का पिंड बौछार अद्वितीय होती है क्योंकि इसकी उत्पत्ति धूमकेतु में नहीं होती है, लेकिन माना जाता है कि यह एक क्षुद्रग्रह या विलुप्त धूमकेतु होता है।
जेमिनीड्स उल्का पिंड बौछार को वर्ष का सबसे सशक्त माना जाता है, जो 4 दिसंबर से 20 दिसंबर तक सक्रिय होता है।
जेमिनीड्स उल्का पिंड बौछार के तुरंत बाद, उत्तरी गोलार्ध में उर्सिड्स उल्का पिंड बौछार की घटना को देखा जा सकता है।
उल्का पिंड बौछार क्या हैं?
उल्काएं चट्टान और बर्फ के टुकड़े होते हैं जिन्हें धूमकेतु द्वारा सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा में गति करने के दौरान छोड़ दिया जाता है। उदाहरण के लिए, ओरियनॉइड उल्का 1 धूमकेतु 1P / हैली से निकला है जो अक्टूबर में में दिखाई देता है। जब पृथ्वी धूमकेतु या क्षुद्रग्रह द्वारा छोड़े गए मलबे से गुजरती है तो उल्का पिंड बौछार को देखा जाता है।
जब कोई उल्का पृथ्वी पर पहुंचती है, तो उसे उल्कापिंड कहा जाता है और जब असंख्य उल्कापिंड एक साथ गिरते हैं तो उसे उल्का पिंड बौछार कहा जाता है। नासा के अनुसार, प्रतिवर्ष 30 से अधिक उल्का पिंड बौछार होती है और इसे पृथ्वी से देखा जा सकता है।
मेघ रहित रात और जब चंद्रमा अत्यंत चमकीला नहीं होता है तब उल्काएं सबसे अच्छी तरह से दिखाई देती हैं। आमतौर पर, प्रदूषण के कारण भारत में उल्का पिंड बौछार को देखना कठिन होता है।
Incorrect
उत्तर: c)
जेमिनीड्स उल्का पिंड बौछार अद्वितीय होती है क्योंकि इसकी उत्पत्ति धूमकेतु में नहीं होती है, लेकिन माना जाता है कि यह एक क्षुद्रग्रह या विलुप्त धूमकेतु होता है।
जेमिनीड्स उल्का पिंड बौछार को वर्ष का सबसे सशक्त माना जाता है, जो 4 दिसंबर से 20 दिसंबर तक सक्रिय होता है।
जेमिनीड्स उल्का पिंड बौछार के तुरंत बाद, उत्तरी गोलार्ध में उर्सिड्स उल्का पिंड बौछार की घटना को देखा जा सकता है।
उल्का पिंड बौछार क्या हैं?
उल्काएं चट्टान और बर्फ के टुकड़े होते हैं जिन्हें धूमकेतु द्वारा सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा में गति करने के दौरान छोड़ दिया जाता है। उदाहरण के लिए, ओरियनॉइड उल्का 1 धूमकेतु 1P / हैली से निकला है जो अक्टूबर में में दिखाई देता है। जब पृथ्वी धूमकेतु या क्षुद्रग्रह द्वारा छोड़े गए मलबे से गुजरती है तो उल्का पिंड बौछार को देखा जाता है।
जब कोई उल्का पृथ्वी पर पहुंचती है, तो उसे उल्कापिंड कहा जाता है और जब असंख्य उल्कापिंड एक साथ गिरते हैं तो उसे उल्का पिंड बौछार कहा जाता है। नासा के अनुसार, प्रतिवर्ष 30 से अधिक उल्का पिंड बौछार होती है और इसे पृथ्वी से देखा जा सकता है।
मेघ रहित रात और जब चंद्रमा अत्यंत चमकीला नहीं होता है तब उल्काएं सबसे अच्छी तरह से दिखाई देती हैं। आमतौर पर, प्रदूषण के कारण भारत में उल्का पिंड बौछार को देखना कठिन होता है।
-
Question 5 of 5
5. Question
1 pointsहाल ही में समाचारों में चर्चित ‘ज़ॉम्बी फायर (Zombie Fire)’ के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- ज़ॉम्बी फायर एक अग्नि है जो भूमिगत रूप से जलती रहती है और फिर कुछ समय के बाद सतह पर फ़ैल जाती है।
- यह पीट भूमि जैसे जैविक मृदा में गहराई में जलती रहती है।
- आर्कटिक क्षेत्र में अनेक ज़ॉम्बी फायर के साक्ष्य मौजूद हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct
उत्तर: d)
निष्क्रिय “ज़ॉम्बी फायर” के आर्कटिक क्षेत्र में अनेक साक्ष्य मौजूद हैं। ज़ॉम्बी फायर एक अग्नि है जो भूमिगत रूप से जलती रहती है और फिर कुछ समय के बाद सतह पर फ़ैल जाती है। यह पीट भूमि जैसे जैविक मृदा में गहराई में जलती रहती है और सप्ताह, महीने और यहां तक कि वर्षों के बाद फ़ैल सकती है।
Incorrect
उत्तर: d)
निष्क्रिय “ज़ॉम्बी फायर” के आर्कटिक क्षेत्र में अनेक साक्ष्य मौजूद हैं। ज़ॉम्बी फायर एक अग्नि है जो भूमिगत रूप से जलती रहती है और फिर कुछ समय के बाद सतह पर फ़ैल जाती है। यह पीट भूमि जैसे जैविक मृदा में गहराई में जलती रहती है और सप्ताह, महीने और यहां तक कि वर्षों के बाद फ़ैल सकती है।