HINDI - INSIGHTS CURRENT EVENTS QUIZ 2020
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Welcome to Current Affairs Quiz in HINDI Medium. Hope you are happy with our Hindi Current Affairs. The following Quiz is based on the Hindu, PIB and other news sources. It is a current events based quiz. Solving these questions will help retain both concepts and facts relevant to UPSC IAS civil services exam – 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
1 pointsन्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस स्पेक्ट्रोस्कोपी (NMR) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- NMR तकनीक का उपयोग कार्बनिक यौगिकों की संरचना के निर्धारण के लिए किया जाता है।
- इसका उपयोग विभिन्न खाद्य प्रणालियों में गुणवत्ता नियंत्रण और अनुसंधान के लिए किया जाता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: c)
कार्बनिक यौगिकों की संरचना के निर्धारण के लिए न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस स्पेक्ट्रोस्कोपी (NMR) सबसे शक्तिशाली तकनीक है। इसका उपयोग विभिन्न खाद्य प्रणालियों में गुणवत्ता नियंत्रण और अनुसंधान के लिए किया जाता है।
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) ने कहा कि जांच में पाया गया कि भारतीय बाजारों में 13 में से 10 ब्रांडों द्वारा बेचे जाने वाले शहद में चीनी सिरप की मिलावट है। NMR परीक्षण मिलावट को उजागर करने में सफल रहा है।
Incorrect
उत्तर: c)
कार्बनिक यौगिकों की संरचना के निर्धारण के लिए न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस स्पेक्ट्रोस्कोपी (NMR) सबसे शक्तिशाली तकनीक है। इसका उपयोग विभिन्न खाद्य प्रणालियों में गुणवत्ता नियंत्रण और अनुसंधान के लिए किया जाता है।
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) ने कहा कि जांच में पाया गया कि भारतीय बाजारों में 13 में से 10 ब्रांडों द्वारा बेचे जाने वाले शहद में चीनी सिरप की मिलावट है। NMR परीक्षण मिलावट को उजागर करने में सफल रहा है।
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Question 2 of 5
2. Question
1 pointsविलवणीकरण (Desalination) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- विलवणीकरण संयंत्रों में सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक रिवर्स ऑस्मोसिस प्रक्रिया है।
- रिवर्स ऑस्मोसिस में, एक झिल्ली (Membrane) के माध्यम से उच्च-विलेय सांद्रता के क्षेत्र से कम-विलेय सांद्रता के क्षेत्र में दूषित पदार्थो को पुश करने के लिए बाहरी दबाव लगाया जाता है।
- भारत में सभी तटीय राज्यों में अलवणीकरण संयंत्र स्थापित किए गए हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct
उत्तर: a)
महाराष्ट्र के मुंबई में एक अलवणीकरण संयंत्र स्थापित करने की घोषणा की गई, जो संयंत्र स्थापित करने वाला देश का चौथा राज्य बन गया।
अलवणीकरण संयंत्र (Desalination Plant) द्वारा खारे पानी को पीने योग्य पानी में परिवर्तित किया जाता है। इस प्रक्रिया में सर्वाधिक इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक ‘उत्क्रम परासरण/ रिवर्स ऑस्मोसिस (Reverse osmosis: RO) होती है। इसके तहत, बाहरी दबाव (Pressure) का उपयोग करके पानी में दूषित पदार्थो को उच्च सांद्रण वाले क्षेत्र से, एक अर्धपारगम्य झिल्ली (Membrane) के माध्यम से, दूषित पदार्थो के निम्न सांद्रण वाले क्षेत्र में धकेला जाता है। झिल्ली में मौजूद सूक्ष्म छिद्रों से होकर स्वच्छ जल-अणु दूसरी और पहुँच जाते है, तथा दूषित पदार्थ पीछे रह जाते हैं। इन अलवणीकरण संयत्रों को अधिकांशतः सागरीय जल की पहुँच वाले क्षेत्रों में स्थापित किया जाता है।
यह तकनीक, मुख्यतः अभी तक मध्य पूर्व के समृद्ध देशों तक ही सीमित है किंतु हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में इसका प्रयोग शुरू किया गया है। भारत में, इस तकनीक का सबसे पहले तमिलनाडु में प्रयोग किया गया है। राज्य में चेन्नई के निकट वर्ष 2010 और 2013 में दो अलवणीकरण संयंत्र स्थापित किए गए।
गुजरात और आंध्र प्रदेश भी इस तकनीक के उपयोग पर विचार कर रहे हैं।
Incorrect
उत्तर: a)
महाराष्ट्र के मुंबई में एक अलवणीकरण संयंत्र स्थापित करने की घोषणा की गई, जो संयंत्र स्थापित करने वाला देश का चौथा राज्य बन गया।
अलवणीकरण संयंत्र (Desalination Plant) द्वारा खारे पानी को पीने योग्य पानी में परिवर्तित किया जाता है। इस प्रक्रिया में सर्वाधिक इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक ‘उत्क्रम परासरण/ रिवर्स ऑस्मोसिस (Reverse osmosis: RO) होती है। इसके तहत, बाहरी दबाव (Pressure) का उपयोग करके पानी में दूषित पदार्थो को उच्च सांद्रण वाले क्षेत्र से, एक अर्धपारगम्य झिल्ली (Membrane) के माध्यम से, दूषित पदार्थो के निम्न सांद्रण वाले क्षेत्र में धकेला जाता है। झिल्ली में मौजूद सूक्ष्म छिद्रों से होकर स्वच्छ जल-अणु दूसरी और पहुँच जाते है, तथा दूषित पदार्थ पीछे रह जाते हैं। इन अलवणीकरण संयत्रों को अधिकांशतः सागरीय जल की पहुँच वाले क्षेत्रों में स्थापित किया जाता है।
यह तकनीक, मुख्यतः अभी तक मध्य पूर्व के समृद्ध देशों तक ही सीमित है किंतु हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में इसका प्रयोग शुरू किया गया है। भारत में, इस तकनीक का सबसे पहले तमिलनाडु में प्रयोग किया गया है। राज्य में चेन्नई के निकट वर्ष 2010 और 2013 में दो अलवणीकरण संयंत्र स्थापित किए गए।
गुजरात और आंध्र प्रदेश भी इस तकनीक के उपयोग पर विचार कर रहे हैं।
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Question 3 of 5
3. Question
1 pointsकभी-कभी समाचारों में चर्चित ‘कॉन्ट्रैक्ट फॉर दी वेब (Contract for the Web)’ के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा समर्थित एक कानूनी दस्तावेज है।
- यह इंटरनेट पर राजनीतिक धोखेबाजी, फर्जी समाचार, गोपनीयता का उल्लंघन और अन्य दुर्भावनापूर्ण ताकतों के मुद्दों को संबोधित करने का एक प्रयास है।
- ऑनलाइन विश्वास बनाने के लिए लोगों की गोपनीयता और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा करना इसके सिद्धांतों में से एक है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct
उत्तर: c)
‘कॉन्ट्रैक्ट फॉर दी वेब (Contract for the Web)’ वर्ल्ड वाइड वेब फाउंडेशन की एक पहल है जो इंटरनेट पर राजनीतिक धोखेबाजी, फर्जी समाचार, गोपनीयता का उल्लंघन और अन्य दुर्भावनापूर्ण ताकतों से संबंधित मुद्दों को हल करने का प्रयास करती है।
यह योजना नौ केंद्रीय सिद्धांतों, प्रत्येक सरकारों, कंपनियों और व्यक्तियों के लिए तीन-तीन सिद्धांत निर्धारित हैं। इसे वर्ल्ड वाइड वेब फाउंडेशन के टिम बर्नर्स-ली द्वारा 25 नवंबर 2019 को लॉन्च किया गया था।
‘कॉन्ट्रैक्ट फॉर दी वेब (Contract for the Web)’ एक कानूनी दस्तावेज या संयुक्त राष्ट्र का दस्तावेज नहीं है।
Incorrect
उत्तर: c)
‘कॉन्ट्रैक्ट फॉर दी वेब (Contract for the Web)’ वर्ल्ड वाइड वेब फाउंडेशन की एक पहल है जो इंटरनेट पर राजनीतिक धोखेबाजी, फर्जी समाचार, गोपनीयता का उल्लंघन और अन्य दुर्भावनापूर्ण ताकतों से संबंधित मुद्दों को हल करने का प्रयास करती है।
यह योजना नौ केंद्रीय सिद्धांतों, प्रत्येक सरकारों, कंपनियों और व्यक्तियों के लिए तीन-तीन सिद्धांत निर्धारित हैं। इसे वर्ल्ड वाइड वेब फाउंडेशन के टिम बर्नर्स-ली द्वारा 25 नवंबर 2019 को लॉन्च किया गया था।
‘कॉन्ट्रैक्ट फॉर दी वेब (Contract for the Web)’ एक कानूनी दस्तावेज या संयुक्त राष्ट्र का दस्तावेज नहीं है।
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Question 4 of 5
4. Question
1 pointsदक्षिण-पूर्व एशिया में निम्नलिखित में से कौन-सा देश स्थलरुद्ध है?
- लाओस
- कंबोडिया
- थाईलैंड
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: b)
Incorrect
उत्तर: b)
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Question 5 of 5
5. Question
1 pointsभारत में, निम्नलिखित में से किसे/किन्हें ‘विदेशी वन्यजीव प्रजाति‘ माना जाता है/हैं
- वन्य जीवों और वनस्पतियों के लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) के परिशिष्ट I, II और III के तहत सूचीबद्ध वन्यजीव।
- वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूचियों में शामिल प्रजातियां।
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: a)
पर्यावरण मंत्रालय के वन्यजीव प्रभाग ने ‘विदेशी वन्यजीव प्रजातियों’ के आयात और निर्यात को विनियमित करने के लिए नए नियम प्रस्तुत किए हैं।
नए नियमों के तहत, ऐसे वन्यजीवों और पक्षियों के मालिकों को भी अपने राज्यों के मुख्य वन्यजीव वार्डन के साथ अपने स्टॉक को पंजीकृत करना होगा।
हाल ही में जारी की गई एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि ‘विदेशी वन्यजीवों की प्रजाति’ का आशय वन्य जीवों और वनस्पतियों के लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) के परिशिष्ट I, II और III के तहत सूचीबद्ध वन्यजीव।
इसमें वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूचियों में शामिल प्रजातियां नहीं हैं।
Incorrect
उत्तर: a)
पर्यावरण मंत्रालय के वन्यजीव प्रभाग ने ‘विदेशी वन्यजीव प्रजातियों’ के आयात और निर्यात को विनियमित करने के लिए नए नियम प्रस्तुत किए हैं।
नए नियमों के तहत, ऐसे वन्यजीवों और पक्षियों के मालिकों को भी अपने राज्यों के मुख्य वन्यजीव वार्डन के साथ अपने स्टॉक को पंजीकृत करना होगा।
हाल ही में जारी की गई एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि ‘विदेशी वन्यजीवों की प्रजाति’ का आशय वन्य जीवों और वनस्पतियों के लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) के परिशिष्ट I, II और III के तहत सूचीबद्ध वन्यजीव।
इसमें वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूचियों में शामिल प्रजातियां नहीं हैं।