HINDI - INSIGHTS CURRENT EVENTS QUIZ 2020
Quiz-summary
0 of 5 questions completed
Questions:
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
Information
Welcome to Current Affairs Quiz in HINDI Medium. Hope you are happy with our Hindi Current Affairs. The following Quiz is based on the Hindu, PIB and other news sources. It is a current events based quiz. Solving these questions will help retain both concepts and facts relevant to UPSC IAS civil services exam – 2020-2021
To view Solutions, follow these instructions:
-
Click on – ‘Start Quiz’ button
-
Solve Questions
-
Click on ‘Quiz Summary’ button
-
Click on ‘Finish Quiz’ button
-
Now click on ‘View Questions’ button – here you will see solutions and links.
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading...
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
Results
0 of 5 questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 points, (0)
Average score |
|
Your score |
|
Categories
- Not categorized 0%
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- Answered
- Review
-
Question 1 of 5
1. Question
1 points‘आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन पहल (Supply Chain Resilience Initiative: SCRI)’ के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- यह भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया द्वारा भारत-प्रशांत क्षेत्र में आपूर्ति-श्रृंखला लचीलापन प्राप्त करने के लिए एक पहल है।
- इसका उद्देश्य वस्तु और सेवाओं की आपूर्ति के लिए चीन पर निर्भरता को कम करना है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: c)
भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया भारत-प्रशांत क्षेत्र में अधिक समान विचार वाले देशों को शामिल करने के लिए अपनी प्रस्तावित आपूर्ति-श्रृंखला साझेदारी के दायरे का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं। इस पहल को विश्व व्यापार में चीन के प्रभुत्व का मुकाबला करने के रूप में देखा जाता है।
सितंबर में, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्रियों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में आपूर्ति-श्रृंखला लचीलापन प्राप्त करने के लिए इस वर्ष के अंत में एक पहल शुरू करने का निर्णय किया। इसका उद्देश्य वस्तु और सेवाओं की आपूर्ति के लिए चीन पर निर्भरता को कम करना है।
Incorrect
उत्तर: c)
भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया भारत-प्रशांत क्षेत्र में अधिक समान विचार वाले देशों को शामिल करने के लिए अपनी प्रस्तावित आपूर्ति-श्रृंखला साझेदारी के दायरे का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं। इस पहल को विश्व व्यापार में चीन के प्रभुत्व का मुकाबला करने के रूप में देखा जाता है।
सितंबर में, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्रियों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में आपूर्ति-श्रृंखला लचीलापन प्राप्त करने के लिए इस वर्ष के अंत में एक पहल शुरू करने का निर्णय किया। इसका उद्देश्य वस्तु और सेवाओं की आपूर्ति के लिए चीन पर निर्भरता को कम करना है।
-
Question 2 of 5
2. Question
1 pointsगुनेरी और श्रवण कावडिया मैन्ग्रोव के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- गुनेरी और श्रवण कावडिया मैन्ग्रोव सुंदरवन क्षेत्र के भारतीय भाग में स्थित हैं।
- ये खारे या लवणीय जल की भूमिगत आपूर्ति के कारण वृद्धि करते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: b)
परिभाषा के अनुसार, मैंग्रोव छोटी झाड़ियाँ या पेड़ होते हैं जो तटीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं और खारे या लवणीय जल में वृद्धि करते हैं। गुनेरी और श्रवण कावडिया मैन्ग्रोव दोनों क्षेत्र कच्छ में स्थित हैं और ये पूरी तरह से स्थलबद्ध होने के कारण अद्वितीय हैं।
ये (कच्छ के अंतर्देशीय मैंग्रोव) वास्तव में विश्व में अपनी तरह के कुछ विशेष मैन्ग्रोव में से एक हैं। अन्य ब्राजील, पेरू और दक्षिण अमेरिका में स्थित हैं।
अरब सागर समुद्र तट से 100-150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जिसके परिणामस्वरूप गुनेरी और श्रवण कावडिया एक अंतर्देशीय मैंग्रोव हैं जो खारे या लवणीय जल की भूमिगत आपूर्ति के कारण वृद्धि करते हैं। इसलिए विशेषज्ञों का मानना है कि ये मैंग्रोव प्राचीन बायोजेनिक पूल से संबंधित हैं। लवणीय जल की बेहतर भूमिगत आपूर्ति, इनके बीजों के प्रसार में मदद करती है।
Incorrect
उत्तर: b)
परिभाषा के अनुसार, मैंग्रोव छोटी झाड़ियाँ या पेड़ होते हैं जो तटीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं और खारे या लवणीय जल में वृद्धि करते हैं। गुनेरी और श्रवण कावडिया मैन्ग्रोव दोनों क्षेत्र कच्छ में स्थित हैं और ये पूरी तरह से स्थलबद्ध होने के कारण अद्वितीय हैं।
ये (कच्छ के अंतर्देशीय मैंग्रोव) वास्तव में विश्व में अपनी तरह के कुछ विशेष मैन्ग्रोव में से एक हैं। अन्य ब्राजील, पेरू और दक्षिण अमेरिका में स्थित हैं।
अरब सागर समुद्र तट से 100-150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जिसके परिणामस्वरूप गुनेरी और श्रवण कावडिया एक अंतर्देशीय मैंग्रोव हैं जो खारे या लवणीय जल की भूमिगत आपूर्ति के कारण वृद्धि करते हैं। इसलिए विशेषज्ञों का मानना है कि ये मैंग्रोव प्राचीन बायोजेनिक पूल से संबंधित हैं। लवणीय जल की बेहतर भूमिगत आपूर्ति, इनके बीजों के प्रसार में मदद करती है।
-
Question 3 of 5
3. Question
1 pointsउत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (Production-Linked Incentive: PLI) योजना के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- PLI योजना का उद्देश्य भारत में निर्मित उत्पादों से वृद्धिशील बिक्री पर नकद प्रोत्साहन प्रदान करके घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना और आयात में कटौती करना है।
- PLI योजना के कार्यान्वयन के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय एकल नोडल मंत्रालय है।
- PLI योजना में किसी भी नए क्षेत्र को जोड़ने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी की आवश्यकता होगी।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: b)
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 10 से अधिक श्रम-गहन उद्योग क्षेत्रों को शामिल करने के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (Production-Linked Incentive: PLI) योजना के विस्तार को मंजूरी दी, जिसमें उन्नत रसायन विज्ञान सेल बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक और प्रौद्योगिकी उत्पाद, ऑटोमोबाइल और ऑटो घटक विनिर्माण आदि शामिल हैं।
इन क्षेत्रों के लिए योजनाएं मोबाइल फोन और संबद्ध उपकरण विनिर्माण, दवा सामग्री और चिकित्सा उपकरणों के लिए PLI योजना के अतिरिक्त होंगी।
PLI योजना का उद्देश्य भारत में निर्मित उत्पादों से वृद्धिशील बिक्री पर नकद प्रोत्साहन प्रदान करके घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना और आयात में कटौती करना है। भारत में वर्कशाप स्थापित करने के लिए विदेशी कंपनियों को आमंत्रित करने के अलावा, योजना का उद्देश्य स्थानीय कंपनियों को मौजूदा विनिर्माण इकाइयों को स्थापित करने, या विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
PLI योजना के तहत शामिल नए क्षेत्र ज्यादातर श्रम-गहन हैं और इन्हें संबंधित मंत्रालयों द्वारा लागू किए जाएंगे। उदाहरण के लिए, Niti Aayog उन्नत रसायन विज्ञान सेल बैटरी के निर्माण के लिए PLI योजना को लागू करेगा। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय मोबाइल फोन निर्माण के लिए PLI योजना के कार्यान्वयन के लिए नोडल मंत्रालय है।
Incorrect
उत्तर: b)
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 10 से अधिक श्रम-गहन उद्योग क्षेत्रों को शामिल करने के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (Production-Linked Incentive: PLI) योजना के विस्तार को मंजूरी दी, जिसमें उन्नत रसायन विज्ञान सेल बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक और प्रौद्योगिकी उत्पाद, ऑटोमोबाइल और ऑटो घटक विनिर्माण आदि शामिल हैं।
इन क्षेत्रों के लिए योजनाएं मोबाइल फोन और संबद्ध उपकरण विनिर्माण, दवा सामग्री और चिकित्सा उपकरणों के लिए PLI योजना के अतिरिक्त होंगी।
PLI योजना का उद्देश्य भारत में निर्मित उत्पादों से वृद्धिशील बिक्री पर नकद प्रोत्साहन प्रदान करके घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना और आयात में कटौती करना है। भारत में वर्कशाप स्थापित करने के लिए विदेशी कंपनियों को आमंत्रित करने के अलावा, योजना का उद्देश्य स्थानीय कंपनियों को मौजूदा विनिर्माण इकाइयों को स्थापित करने, या विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
PLI योजना के तहत शामिल नए क्षेत्र ज्यादातर श्रम-गहन हैं और इन्हें संबंधित मंत्रालयों द्वारा लागू किए जाएंगे। उदाहरण के लिए, Niti Aayog उन्नत रसायन विज्ञान सेल बैटरी के निर्माण के लिए PLI योजना को लागू करेगा। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय मोबाइल फोन निर्माण के लिए PLI योजना के कार्यान्वयन के लिए नोडल मंत्रालय है।
-
Question 4 of 5
4. Question
1 pointsसरकार ने हाल ही में तापीय विद्युत संयंत्रों को आपूर्ति किए जाने वाले कोयले की अनिवार्य धुलाई संबंधी प्रावधान को समाप्त करने के लिए पर्यावरण संरक्षण अधिनियम में संशोधन किया था। इस संदर्भ में धुले हुए कोयले के उपयोग से क्या लाभ हैं।
- धुले हुए कोयले से शुष्क ईंधन की दक्षता और गुणवत्ता बढ़ जाती है।
- तापीय विद्युत संयंत्रों परिचालन संबंधी कम समस्या होगी।
- धुले हुए कोयले का दहन उत्सर्जन और स्थानीय वायु प्रदूषण के दृष्टिकोण से बेहतर होगा।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct
उत्तर: d)
धुले हुए कोयले से शुष्क ईंधन की दक्षता और गुणवत्ता बढ़ जाती है।
सिद्धांत रूप में, कोयला धोने जैसी प्रक्रिया को सभी के लिए बेहतर माना जाता है; तापीय विद्युत संयंत्रों परिचालन संबंधी कम समस्या होगी।
धुले हुए कोयले का दहन उत्सर्जन और स्थानीय वायु प्रदूषण के दृष्टिकोण से बेहतर होगा, और बड़ी मात्रा में राख और गैर-दहनशील सामग्री के अनावश्यक परिवहन में कमी की जा सकेगी।
Incorrect
उत्तर: d)
धुले हुए कोयले से शुष्क ईंधन की दक्षता और गुणवत्ता बढ़ जाती है।
सिद्धांत रूप में, कोयला धोने जैसी प्रक्रिया को सभी के लिए बेहतर माना जाता है; तापीय विद्युत संयंत्रों परिचालन संबंधी कम समस्या होगी।
धुले हुए कोयले का दहन उत्सर्जन और स्थानीय वायु प्रदूषण के दृष्टिकोण से बेहतर होगा, और बड़ी मात्रा में राख और गैर-दहनशील सामग्री के अनावश्यक परिवहन में कमी की जा सकेगी।
-
Question 5 of 5
5. Question
1 pointsवन धन योजना के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- वन धन योजना पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय और TRIFED की एक पहल है।
- इसका उद्देश्य जनजातीय उत्पादों के मूल्यवर्धन के माध्यम से जनजातीय आय में सुधार करना है।
- आदिवासियों की उपज का एकत्रीकरण SHGs द्वारा किया जाएगा।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: b)
वन धन योजना जनजातीय कार्य मंत्रालय और TRIFED की एक पहल है। इसे 14 अप्रैल, 2018 को लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य जनजातीय उत्पादों के मूल्यवर्धन के माध्यम से जनजातीय आय में सुधार करना है।
योजना के कार्यान्वयन में राज्य स्तर पर MFPs के लिए राज्य नोडल एजेंसी और जमीनी स्तर पर जिलाधीश महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। स्थानीय रूप से केंद्रों का प्रबंधन एक प्रबंध समिति (SHG) द्वारा किया जाता है, जिसमें वन धन SHG के प्रतिनिधि शामिल होते हैं।
इकाई स्तर पर वनोत्पाद एसएचजी द्वारा एकत्रित किये जाएगे और लगभग 30 सदस्यों का वन धन विकास ‘समूह’ होगा। एसएचजी MFPs का प्राथमिक स्तर पर एमएफपी का मूल्यवर्धन करेंगे।
Incorrect
उत्तर: b)
वन धन योजना जनजातीय कार्य मंत्रालय और TRIFED की एक पहल है। इसे 14 अप्रैल, 2018 को लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य जनजातीय उत्पादों के मूल्यवर्धन के माध्यम से जनजातीय आय में सुधार करना है।
योजना के कार्यान्वयन में राज्य स्तर पर MFPs के लिए राज्य नोडल एजेंसी और जमीनी स्तर पर जिलाधीश महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। स्थानीय रूप से केंद्रों का प्रबंधन एक प्रबंध समिति (SHG) द्वारा किया जाता है, जिसमें वन धन SHG के प्रतिनिधि शामिल होते हैं।
इकाई स्तर पर वनोत्पाद एसएचजी द्वारा एकत्रित किये जाएगे और लगभग 30 सदस्यों का वन धन विकास ‘समूह’ होगा। एसएचजी MFPs का प्राथमिक स्तर पर एमएफपी का मूल्यवर्धन करेंगे।