HINDI - INSIGHTS CURRENT EVENTS QUIZ 2020
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Welcome to Current Affairs Quiz in HINDI Medium. Hope you are happy with our Hindi Current Affairs. The following Quiz is based on the Hindu, PIB and other news sources. It is a current events based quiz. Solving these questions will help retain both concepts and facts relevant to UPSC IAS civil services exam – 2020-2021
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1. Question
1 pointsराष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (National Infrastructure Pipeline: NIP) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (NIP) भारत में पांच वर्ष की अवधि में निर्मित की जाने वाली सामाजिक और आर्थिक अवसंरचना परियोजनाओं का एक समूह है।
- इसके लिए अधिकांश निवेश केंद्र सरकार द्वारा किया जायेगा।
- इंडिया इनवेस्टमेंट ग्रिड NIP के कार्यान्वयन संबंधी वास्तविक समय पर अपडेट प्रदान करता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correctउत्तर: b)
राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (National Infrastructure Pipeline: NIP) भारत में पांच वर्ष की अवधि में निर्मित की जाने वाली सामाजिक और आर्थिक अवसंरचना परियोजनाओं का एक समूह है, जिसकी प्रारंभिक स्वीकृति राशि 102 लाख करोड़ रूपए है।
केंद्र (39 प्रतिशत) और राज्य (39 प्रतिशत) की परियोजनाओं को लागू करने में लगभग बराबर की हिस्सेदारी होगी, जबकि निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी 22% होगी।
इंडिया इनवेस्टमेंट ग्रिड NIP के कार्यान्वयन संबंधी वास्तविक समय पर अपडेट प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
Incorrectउत्तर: b)
राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (National Infrastructure Pipeline: NIP) भारत में पांच वर्ष की अवधि में निर्मित की जाने वाली सामाजिक और आर्थिक अवसंरचना परियोजनाओं का एक समूह है, जिसकी प्रारंभिक स्वीकृति राशि 102 लाख करोड़ रूपए है।
केंद्र (39 प्रतिशत) और राज्य (39 प्रतिशत) की परियोजनाओं को लागू करने में लगभग बराबर की हिस्सेदारी होगी, जबकि निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी 22% होगी।
इंडिया इनवेस्टमेंट ग्रिड NIP के कार्यान्वयन संबंधी वास्तविक समय पर अपडेट प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- Question 2 of 5
2. Question
1 pointsग्रीन पटाखों के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- सीएसआईआर-एनईईआरआई के वैज्ञानिकों द्वारा ग्रीन पटाखों पर अनुसंधान और विकास किया गया है।
- ये किसी भी प्रकार के पार्टिकुलेट मैटर का उत्सर्जन नहीं करते हैं।
- पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) ग्रीन पटाखा निर्माताओं को लाइसेंस प्रदान करता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correctउत्तर: c)
उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार CSIR- नेशनल एनवायरनमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (NEERI) के वैज्ञानिकों द्वारा ग्रीन पटाखों पर अनुसंधान और विकास किया गया है।
पारंपरिक पटाखे की तुलना में ‘ग्रीन’ पटाखों का आकार छोटा होता है। इन्हें कम हानिकारक कच्चे पदार्थों का उपयोग करके उत्पादित किया जाता है और इसमें एडिटिव्स होते हैं जो धूल का शमन कर उत्सर्जन को कम करते हैं।
ग्रीन पटाखे जल वाष्प का उत्सर्जन करते हैं और धूल के कणों को बढ़ने नहीं देते हैं। इनसे 30% कम पार्टिकुलेट मैटर प्रदूषण उत्पन्न होता है।
ग्रीन पटाखों में लिथियम, आर्सेनिक, बेरियम और लेड जैसे प्रतिबंधित रसायन नहीं होते हैं। उन्हें सेफ वाटर रिलीजर (SWAS), सेफ थर्माइट क्रैकर (STAR) और सेफ मिनिमल एल्यूमीनियम (SAFAL) क्रैकर्स कहा जाता है।
पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) ग्रीन पटाखा निर्माताओं को लाइसेंस प्रदान करता है।
Incorrectउत्तर: c)
उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार CSIR- नेशनल एनवायरनमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (NEERI) के वैज्ञानिकों द्वारा ग्रीन पटाखों पर अनुसंधान और विकास किया गया है।
पारंपरिक पटाखे की तुलना में ‘ग्रीन’ पटाखों का आकार छोटा होता है। इन्हें कम हानिकारक कच्चे पदार्थों का उपयोग करके उत्पादित किया जाता है और इसमें एडिटिव्स होते हैं जो धूल का शमन कर उत्सर्जन को कम करते हैं।
ग्रीन पटाखे जल वाष्प का उत्सर्जन करते हैं और धूल के कणों को बढ़ने नहीं देते हैं। इनसे 30% कम पार्टिकुलेट मैटर प्रदूषण उत्पन्न होता है।
ग्रीन पटाखों में लिथियम, आर्सेनिक, बेरियम और लेड जैसे प्रतिबंधित रसायन नहीं होते हैं। उन्हें सेफ वाटर रिलीजर (SWAS), सेफ थर्माइट क्रैकर (STAR) और सेफ मिनिमल एल्यूमीनियम (SAFAL) क्रैकर्स कहा जाता है।
पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) ग्रीन पटाखा निर्माताओं को लाइसेंस प्रदान करता है।
- Question 3 of 5
3. Question
1 pointsसायनोबैक्टीरिया (Cyanobacteria) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- साइनोबैक्टीरिया सूक्ष्म जीव होते हैं जो सामन्यतः जल में पाए जाते हैं और कभी-कभी मृदा में भी पाए जाते हैं।
- सभी सायनोबैक्टीरिया विषाक्त पदार्थों का उत्सर्जन नहीं करते हैं।
- जलवायु परिवर्तन और बढ़ता वैश्विक तापमान साइनोबैक्टीरियल के अत्यधिक विकासको बढ़ावा देते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correctउत्तर: d)
जल में साइनोबैक्टीरिया (Cyanobacteria) द्वारा उत्पन्न विषाक्त पदार्थों से इस वर्ष बोत्सवाना में 300 से अधिक हाथियों को मृत्यु हुई थी।
साइनोबैक्टीरिया, सूक्ष्मजीवाणु होते हैं जो सामन्यतः जल में पाए जाते हैं तथा ये कभी-कभी मृदा में भी पाए जाते हैं। सभी विषाक्त पदार्थों का उत्पादन नहीं करते हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ते वैश्विक तापमान के कारण विषाक्तता में वृद्धि हो जाती है।
साइनोबैक्टीरिया की कुछ प्रजातियाँ, जानवरों और मनुष्यों को प्रभावित करने वाले विषाक्त पदार्थों का उत्पादन करती हैं और वैज्ञानिकों ने उनके संभावित प्रभाव के बारे में चिंता व्यक्त की है क्योंकि जलवायु परिवर्तन के कारण जल के तापमान में वृद्धि हो जाती है, जिसमें साइनोबैक्टीरिया की अत्यधिक वृद्धि होती है।
Incorrectउत्तर: d)
जल में साइनोबैक्टीरिया (Cyanobacteria) द्वारा उत्पन्न विषाक्त पदार्थों से इस वर्ष बोत्सवाना में 300 से अधिक हाथियों को मृत्यु हुई थी।
साइनोबैक्टीरिया, सूक्ष्मजीवाणु होते हैं जो सामन्यतः जल में पाए जाते हैं तथा ये कभी-कभी मृदा में भी पाए जाते हैं। सभी विषाक्त पदार्थों का उत्पादन नहीं करते हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ते वैश्विक तापमान के कारण विषाक्तता में वृद्धि हो जाती है।
साइनोबैक्टीरिया की कुछ प्रजातियाँ, जानवरों और मनुष्यों को प्रभावित करने वाले विषाक्त पदार्थों का उत्पादन करती हैं और वैज्ञानिकों ने उनके संभावित प्रभाव के बारे में चिंता व्यक्त की है क्योंकि जलवायु परिवर्तन के कारण जल के तापमान में वृद्धि हो जाती है, जिसमें साइनोबैक्टीरिया की अत्यधिक वृद्धि होती है।
- Question 4 of 5
4. Question
1 pointsराज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (State Disaster Response Fund: SDRF) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- SDRF का गठन 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के आधार पर किया गया था।
- केंद्र सरकार SDRF में 50% का योगदान करती है और शेष 50% राज्य सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है।
- एक राज्य सरकार प्राकृतिक आपदाओं से ग्रसित लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए SDRF के तहत उपलब्ध धन का उपयोग कर सकती है, जिसे वे राज्य में स्थानीय संदर्भ में ‘आपदा‘ मानते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correctउत्तर: c)
SDRF का गठन प्रत्येक राज्य द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों के तहत किया गया है।
इसका गठन 13वें वित्त आयोग की सिफारिशों के आधार पर किया गया था।
अनुदान: केंद्र सरकार सामान्य श्रेणी के राज्यों / संघ राज्य क्षेत्रों के लिए SDRF के आवंटन में 75% और विशेष श्रेणी के राज्यों / संघ राज्य क्षेत्रों के लिए 90% का योगदान करती है।
प्रमुख: मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली राज्य कार्यकारी समिति, SDRF के तहत राहत व्यय के वित्तपोषण से संबंधित सभी मामलों पर निर्णय लेने के लिए अधिकृत है।
SDRF के अंतर्गत शामिल आपदा: चक्रवात, सूखा, भूकंप, आग, बाढ़, सुनामी, ओलावृष्टि, भूस्खलन, हिमस्खलन, बादल फटन, कीट हमला, फ्रॉस्ट और शीत लहरें।
स्थानीय आपदा: राज्य सरकार स्थानीय आपदाओं से ग्रसित लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए SDRF के तहत उपलब्ध धन का 10 प्रतिशत तक उपयोग कर सकती है, जिसे वे राज्य में स्थानीय संदर्भ में ‘आपदा’ मानते हैं तथा जो आपदाएं गृह मंत्रालय की आपदाओं की अधिसूचित सूची शामिल नहीं हैं वे इस शर्त के अधीन है कि राज्य सरकार ने राज्य विशिष्ट प्राकृतिक आपदाओं को सूचीबद्ध किया है और राज्य प्राधिकरण, यानी राज्य कार्यकारिणी समिति(एसईसी) की मंजूरी के साथ ऐसी आपदाओं के लिए स्पष्ट और पारदर्शी मानदंड तथा दिशानिर्देश अधिसूचित किए हैं।
Incorrectउत्तर: c)
SDRF का गठन प्रत्येक राज्य द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों के तहत किया गया है।
इसका गठन 13वें वित्त आयोग की सिफारिशों के आधार पर किया गया था।
अनुदान: केंद्र सरकार सामान्य श्रेणी के राज्यों / संघ राज्य क्षेत्रों के लिए SDRF के आवंटन में 75% और विशेष श्रेणी के राज्यों / संघ राज्य क्षेत्रों के लिए 90% का योगदान करती है।
प्रमुख: मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली राज्य कार्यकारी समिति, SDRF के तहत राहत व्यय के वित्तपोषण से संबंधित सभी मामलों पर निर्णय लेने के लिए अधिकृत है।
SDRF के अंतर्गत शामिल आपदा: चक्रवात, सूखा, भूकंप, आग, बाढ़, सुनामी, ओलावृष्टि, भूस्खलन, हिमस्खलन, बादल फटन, कीट हमला, फ्रॉस्ट और शीत लहरें।
स्थानीय आपदा: राज्य सरकार स्थानीय आपदाओं से ग्रसित लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए SDRF के तहत उपलब्ध धन का 10 प्रतिशत तक उपयोग कर सकती है, जिसे वे राज्य में स्थानीय संदर्भ में ‘आपदा’ मानते हैं तथा जो आपदाएं गृह मंत्रालय की आपदाओं की अधिसूचित सूची शामिल नहीं हैं वे इस शर्त के अधीन है कि राज्य सरकार ने राज्य विशिष्ट प्राकृतिक आपदाओं को सूचीबद्ध किया है और राज्य प्राधिकरण, यानी राज्य कार्यकारिणी समिति(एसईसी) की मंजूरी के साथ ऐसी आपदाओं के लिए स्पष्ट और पारदर्शी मानदंड तथा दिशानिर्देश अधिसूचित किए हैं।
- Question 5 of 5
5. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-से क्षेत्र पर्याप्त संस्थागत ऋण सुनिश्चित करने के लिए प्राथमिकता-प्राप्त क्षेत्र के लिए ऋण हेतु पात्र हैं?
- निर्यात क्रेडिट
- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम
- सामाजिक अवसंरचना
- अक्षय ऊर्जा
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