HINDI - INSIGHTS CURRENT EVENTS QUIZ 2020
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Welcome to Current Affairs Quiz in HINDI Medium. Hope you are happy with our Hindi Current Affairs. The following Quiz is based on the Hindu, PIB and other news sources. It is a current events based quiz. Solving these questions will help retain both concepts and facts relevant to UPSC IAS civil services exam – 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
1 pointsअंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (International Financial Services Centre Authority) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण देश में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों (IFSCs) में सभी वित्तीय सेवाओं को विनियमित करने के लिए आर्थिक मामलों के विभाग के तहत एक वैधानिक नियामकीय निकाय है।
- प्राधिकरण देश में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों में निष्पादित वित्तीय सेवाओं के संबंध में आरबीआई की शक्तियों का प्रयोग करता है।
- IFSCA के प्रत्येक सदस्य RBI, IRDAI, SEBI और PFRDA से नामित होता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct
उत्तर: d)
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (International Financial Services Centre Authority) के बारे में:
यह 2020 में स्थापित एक वैधानिक निकाय है।
यह वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के तहत कार्य करता है।
इसका मुख्यालय गुजरात के गांधीनगर में स्थित है।
प्राधिकरण एक एकीकृत नियामक के रूप में कार्य करेगा और इसे देश में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों में प्रदर्शन / वित्तीय सेवाओं, वित्तीय उत्पादों और वित्तीय संस्थानों के संबंध में RBI, SEBI, IRDAI और PFRDA की शक्तियों का प्रयोग करने का अधिकार है।
अध्यक्ष के अलावा, IFSCA में RBI, IRDAI, SEBI और PFRDA से नामित सदस्य होते हैं। प्राधिकरण में केंद्र सरकार के दो सदस्य और पूर्णकालिक या अंशकालिक सदस्य भी शामिल होते हैं।
Incorrect
उत्तर: d)
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (International Financial Services Centre Authority) के बारे में:
यह 2020 में स्थापित एक वैधानिक निकाय है।
यह वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के तहत कार्य करता है।
इसका मुख्यालय गुजरात के गांधीनगर में स्थित है।
प्राधिकरण एक एकीकृत नियामक के रूप में कार्य करेगा और इसे देश में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों में प्रदर्शन / वित्तीय सेवाओं, वित्तीय उत्पादों और वित्तीय संस्थानों के संबंध में RBI, SEBI, IRDAI और PFRDA की शक्तियों का प्रयोग करने का अधिकार है।
अध्यक्ष के अलावा, IFSCA में RBI, IRDAI, SEBI और PFRDA से नामित सदस्य होते हैं। प्राधिकरण में केंद्र सरकार के दो सदस्य और पूर्णकालिक या अंशकालिक सदस्य भी शामिल होते हैं।
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Question 2 of 5
2. Question
1 pointsहाल ही में कानून मंत्रालय ने विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए मतदान व्यय की सीमा को 10% तक बढ़ा दिया है। इस संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- निर्वाचन आयोग एक उम्मीदवार और एक राजनीतिक दल द्वारा किए जाने वाले चुनावी अभियान पर व्यय की सीमाएं आरोपित करता है।
- उम्मीदवारों को अनिवार्य रूप से निर्वाचन आयोग के साथ चुनावी खर्च का एक सच्चा खाता दाखिल करना होगा।
- किसी उम्मीदवार के गलत खाते, या निर्धारित सीमा से अधिक व्यय करने पर, उसे जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के प्रावधानों के तहत छह वर्ष तक के लिए अयोग्यता घोषित किया जा सकता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उतर: b)
कानून मंत्रालय ने विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए मतदान व्यय की सीमा को 10% तक बढ़ा दिया है। साथ ही, निर्वाचनों का संचालन नियम, 1961 के संबंध में एक संशोधन भी अधिसूचित किया गया है।
निर्वाचन आयोग एक उम्मीदवार द्वारा किए जाने वाले चुनावी अभियान पर व्यय की सीमाएं आरोपित करता है, किसी राजनीतिक दल पर नहीं।
उम्मीदवारों को निर्वाचन आयोग के पास अनिवार्य रूप से चुनावी व्ययों से संबंधित एक सही खाता प्रस्तुत करना होता है।
किसी उम्मीदवार के गलत खाते, या निर्धारित सीमा से अधिक व्यय करने पर, उसे जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 10A के तहत तीन वर्ष तक के लिए अयोग्यता घोषित किया जा सकता है।
Incorrect
उतर: b)
कानून मंत्रालय ने विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए मतदान व्यय की सीमा को 10% तक बढ़ा दिया है। साथ ही, निर्वाचनों का संचालन नियम, 1961 के संबंध में एक संशोधन भी अधिसूचित किया गया है।
निर्वाचन आयोग एक उम्मीदवार द्वारा किए जाने वाले चुनावी अभियान पर व्यय की सीमाएं आरोपित करता है, किसी राजनीतिक दल पर नहीं।
उम्मीदवारों को निर्वाचन आयोग के पास अनिवार्य रूप से चुनावी व्ययों से संबंधित एक सही खाता प्रस्तुत करना होता है।
किसी उम्मीदवार के गलत खाते, या निर्धारित सीमा से अधिक व्यय करने पर, उसे जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 10A के तहत तीन वर्ष तक के लिए अयोग्यता घोषित किया जा सकता है।
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Question 3 of 5
3. Question
1 pointsOSIRIS-REx मिशन के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- OSIRIS-REx मिशन नासा का पहला मिशन है जिसका उद्देश्य प्राचीन क्षुद्रग्रह बेन्नू से एक नमूना प्राप्त करना है।
- बेन्नू क्षुद्रग्रह में अरबों वर्षों के निर्माण के बाद अत्यधिक परिवर्तन हुए हैं और नमूना इन परिवर्तनों का अध्ययन करने में मदद करेगा।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर: a)
OSIRIS-REx मिशन नासा का पहला मिशन है जिसका उद्देश्य प्राचीन क्षुद्रग्रह से एक नमूना प्राप्त करना है। यह एक सात वर्षीय मिशन है और कम से कम 60 ग्राम नमूने वापस पृथ्वी पर पहुंचाने के बाद यह समाप्त हो जायेगा।
ज्ञातव्य है कि बेन्नू क्षुद्रग्रह में अरबों वर्षों के निर्माण के बाद भी इसमें परिवर्तन नहीं हुआ है और इसलिए इस पर मौजूद रसायनों एवं चट्टानों का निर्माण सौर मंडल की उत्पत्ति से पूर्व हुआ था। यह अपेक्षाकृत पृथ्वी निकट मौजूद है।
Incorrect
उत्तर: a)
OSIRIS-REx मिशन नासा का पहला मिशन है जिसका उद्देश्य प्राचीन क्षुद्रग्रह से एक नमूना प्राप्त करना है। यह एक सात वर्षीय मिशन है और कम से कम 60 ग्राम नमूने वापस पृथ्वी पर पहुंचाने के बाद यह समाप्त हो जायेगा।
ज्ञातव्य है कि बेन्नू क्षुद्रग्रह में अरबों वर्षों के निर्माण के बाद भी इसमें परिवर्तन नहीं हुआ है और इसलिए इस पर मौजूद रसायनों एवं चट्टानों का निर्माण सौर मंडल की उत्पत्ति से पूर्व हुआ था। यह अपेक्षाकृत पृथ्वी निकट मौजूद है।
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Question 4 of 5
4. Question
1 pointsवैज्ञानिक आमतौर पर क्षुद्रग्रहों का अध्ययन निम्नलिखित में से किस कारण से करते हैं?
- क्षुद्रग्रह ग्रहों और सूर्य के निर्माण एवं इसके इतिहास के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।
- संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रहों की खोज करने में सहायक होते हैं।
- क्षुद्रग्रह ज्वालामुखियों के स्रोत और खनिजों की असाधारण रूप से समृद्ध आपूर्ति प्रदान करते हैं।
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: d)
क्षुद्रग्रहों में वैज्ञानिक रुचि काफी हद तक आंतरिक सौर प्रणाली की निर्माण प्रक्रिया के अवशेषों सामग्री के रूप में उनकी स्थिति के कारण है। चूँकि इनमें से कुछ पदार्थ पृथ्वी से टकरा सकते हैं, इसलिए क्षुद्रग्रह पृथ्वी के जीवमंडल को अतीत में महत्वपूर्ण रूप से संशोधित करने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। वे भविष्य में भी ऐसा करते रहेंगे। इसके अलावा, क्षुद्रग्रह व़ॉलॅटाइल का एक स्रोत और खनिजों की एक असाधारण रूप से समृद्ध आपूर्ति प्रदान करते हैं जिनका उपयोग इक्कीसवीं सदी में हमारे सौर मंडल की खोज के लिए किया जा सकता है।
वैज्ञानिकों ने क्षुद्रग्रह ग्रहों और सूर्य के निर्माण एवं इसके इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए इनका अध्ययन किया क्योंकि सौरमंडल में अन्य पदार्थों के समान ही क्षुद्रग्रहों का निर्माण हुआ था। उन्हें ट्रैक करने का एक अन्य कारण संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रहों की खोज करना है।
Incorrect
उत्तर: d)
क्षुद्रग्रहों में वैज्ञानिक रुचि काफी हद तक आंतरिक सौर प्रणाली की निर्माण प्रक्रिया के अवशेषों सामग्री के रूप में उनकी स्थिति के कारण है। चूँकि इनमें से कुछ पदार्थ पृथ्वी से टकरा सकते हैं, इसलिए क्षुद्रग्रह पृथ्वी के जीवमंडल को अतीत में महत्वपूर्ण रूप से संशोधित करने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। वे भविष्य में भी ऐसा करते रहेंगे। इसके अलावा, क्षुद्रग्रह व़ॉलॅटाइल का एक स्रोत और खनिजों की एक असाधारण रूप से समृद्ध आपूर्ति प्रदान करते हैं जिनका उपयोग इक्कीसवीं सदी में हमारे सौर मंडल की खोज के लिए किया जा सकता है।
वैज्ञानिकों ने क्षुद्रग्रह ग्रहों और सूर्य के निर्माण एवं इसके इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए इनका अध्ययन किया क्योंकि सौरमंडल में अन्य पदार्थों के समान ही क्षुद्रग्रहों का निर्माण हुआ था। उन्हें ट्रैक करने का एक अन्य कारण संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रहों की खोज करना है।
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Question 5 of 5
5. Question
1 pointsभारत में, जिन क्षेत्रों में FDI की अनुमति नहीं है, वे कौनसे हैं:
- चिट फंड में निवेश
- तंबाकू उद्योग
- सभी कृषि या वृक्षारोपण गतिविधियाँ
- सैटेलाइट और उससे जुड़ी गतिविधियां
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: b)
भारत में, जिन क्षेत्रों में FDI की अनुमति नहीं है, वे क्षेत्र हैं:
परमाणु ऊर्जा उत्पादन
सिगार, सिगरेट या कोई भी संबंधित तंबाकू उद्योग
लॉटरी (ऑनलाइन, निजी, सरकारी आदि)
चिट फंड में निवेश
कृषि या वृक्षारोपण गतिविधियाँ (हालांकि बागवानी, मत्स्य पालन, चाय बागान, पशुपालन, आदि जैसे कई इसके अपवाद हैं)
आवास और अचल संपत्ति (टाउनशिप, वाणिज्यिक परियोजनाओं को छोड़कर)
हस्तांतरणीय विकास अधिकार (Transferable development rights: TDR) ट्रेडिंग
जुआ या सट्टेबाजी
Incorrect
उत्तर: b)
भारत में, जिन क्षेत्रों में FDI की अनुमति नहीं है, वे क्षेत्र हैं:
परमाणु ऊर्जा उत्पादन
सिगार, सिगरेट या कोई भी संबंधित तंबाकू उद्योग
लॉटरी (ऑनलाइन, निजी, सरकारी आदि)
चिट फंड में निवेश
कृषि या वृक्षारोपण गतिविधियाँ (हालांकि बागवानी, मत्स्य पालन, चाय बागान, पशुपालन, आदि जैसे कई इसके अपवाद हैं)
आवास और अचल संपत्ति (टाउनशिप, वाणिज्यिक परियोजनाओं को छोड़कर)
हस्तांतरणीय विकास अधिकार (Transferable development rights: TDR) ट्रेडिंग
जुआ या सट्टेबाजी