How to Follow Secure Initiative?
How to Self-evaluate your answer?
INSIGHTS NEW SECURE – 2020: YEARLONG TIMETABLE
सामान्य अध्ययन – 2
विषय: केन्द्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिये कल्याणकारी योजनाएँ और इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन; इन अति संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिये गठित तंत्र, विधि, संस्थान एवं निकाय।
1. कानूनों के बावजूद, भारत में स्वच्छता के क्षेत्र से सम्बंधित श्रमिक अभी भी समस्याओं का सामना कर रहे हैं और आवश्यक अधिकारों से वंचित हैं। स्पष्ट कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
स्पष्ट कीजिये- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह पूछे गए प्रश्न से संबंधित जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
कई कानूनों और प्रावधानों के बावजूद, 2020 में भी, भारत हाथ से मैला ढोने की अमानवीय प्रथा से जूझ रहा है।
विषय वस्तु:
विस्तार से समझाइये कि कानूनों के होते हुए भी स्वच्छता के क्षेत्र से सम्बंधित श्रमिक कैसे समस्याओं का सामना कर रहे हैं और आवश्यक अधिकारों से वंचित हैं।
इस दिशा में सरकार द्वारा निर्मित कानूनों और नीतियों पर एक-एक करके चर्चा कीजिए।
स्वच्छता श्रमिकों की ऐसी दुर्दशा के लिए कौन से अंतर्निहित कारक उत्तरदायी हैं, स्पष्ट कीजिए।
उदाहरण दीजिए और इस परिदृश्य को विस्तार से समझाइये।
इस समस्या के समाधान के लिए सुझाव दीजिए।
निष्कर्ष:
आग की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।
2. हाल ही में प्रस्तावित विदेशी अंशदान विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2020 के संशोधनों का आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए एवं समझाइये कि उनका प्रायः दुरुपयोग कैसे किया जाता था। (250 शब्द)
सन्दर्भ: Indian Express
निर्देशक शब्द:
आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिये- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।
समझाइये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न से संबंधित सूचना अथवा जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत कीजिये।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
प्रश्न की पृष्ठभूमि को संक्षेप में समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
समझाइए कि किस प्रकार से विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम के हालिया संशोधनों ने अधिकांश संगठनों के लिए धन के स्रोत के रूप में विदेशी अंशदान तक पहुंच में कटौती की और विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत नागरिक समाज संगठनों (CSO) के मध्य सहयोग के युग को समाप्त किया।
संदर्भित लेख की सहायता से इन संशोधनों से सम्बंधित चिंताओं को सूचीबद्ध कीजिए और अधिनियम के वास्तविक उद्देश्य पर उनके पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों पर चर्चा कीजिए।
हालिया संशोधनों के कारण उत्पन्न मुद्दों के समाधान के लिए क्या किया जाना चाहिए, सुझाव दीजिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएँ और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश।
3. अपनी स्थापना के 75 वर्ष बाद भी संयुक्त राष्ट्र में ‘सिद्धांत’ और ‘शक्ति’ के बीच एक संघर्ष देखने को मिलता है। संयुक्त राष्ट्र के समक्ष उपस्थित अंतर्निहित समस्याओं पर चर्चा कीजिए एवं इन चुनौतियों से निपटने के लिए क्या करने की आवश्यकता है? सुझाव दीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
यद्यपि 1945 के बाद से अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली में अनेक परिवर्तन हुए हैं, फिर भी विश्व निकाय में ‘सिद्धांत’ और ‘शक्ति’ के मध्य एक संघर्ष देखने को मिलता है।
विषय वस्तु:
संयुक्त राष्ट्र की पृष्ठभूमि एवं इसकी स्थापना के कारणों को संक्षेप में समझाइये।
संयुक्त राष्ट्र की कार्यप्रणाली पर चर्चा कीजिए एवं इसकी खामियों पर भी प्रकाश डालिए।
समझाइए कि आज संयुक्त राष्ट्र बहुपक्षीय चुनौतियों का एक अधिशेष बन गया है, जिसमें बहुआयामी समाधानों का अभाव है।
इससे सम्बद्ध मुद्दों को सूचीबद्ध कीजिए एवं संयुक्त राष्ट्र में सुधारों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता का सुझाव दीजिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: भारत के हितों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव; प्रवासी भारतीय।
4. पश्चिम एशिया में अमेरिका के घटते प्रभाव के इस क्षेत्र के लिए गंभीर भू-राजनीतिक परिणाम हो सकते हैं। परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
परीक्षण कीजिये- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
अमेरिका की पश्चिम एशिया नीति की पृष्ठभूमि को संक्षेप में समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
अतीत से लेकर वर्तमान तक अमेरिका की पश्चिम एशिया नीति पर चर्चा कीजिए।
बराक ओबामा और अब डोनाल्ड ट्रम्प के दौरान पश्चिम एशिया नीति और उसके झुकाव को प्रस्तुत कीजिए।
इससे सम्बद्ध चिंताओं पर चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष निकालिए कि पश्चिम एशिया में अमेरिका के घटते प्रभाव के इस क्षेत्र के लिए गंभीर भू- राजनीतिक परिणाम हो सकते हैं और यह आगामी परेशान करने वाले भविष्य का संकेत हो सकता है।
सामान्य अध्ययन – 3
विषय: मीडिया की भूमिका।
5. “COVID-19 महामारी के दौरान इन्फोडेमिक (infodemic) को प्रबंधित करना एक गंभीर चुनौती रहा है”, क्या आप सहमत हैं? विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
विश्लेषण कीजिये– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिये।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
सर्वप्रथम इन्फोडेमिक को परिभाषित कीजिए।
विषय वस्तु:
इन्फोडेमिक से सम्बद्ध चुनौतियों पर प्रकाश डालिए।
इस प्रकार की चुनौतियों से निपटने के लिए क्या किया जाना चाहिए, समाधान सुझाइए।
इस प्रकार की चुनौतियों से निपटने के लिए देश में किए जा रहे प्रयासों की चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
इसके समाधान के उपाय बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।
6. भारत के तटीय क्षेत्रों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव की वर्तमान स्थितियों में, प्रस्तावित राष्ट्रीय तटीय मिशन के महत्व पर विचार-विमर्श कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: Business Standard
निर्देशक शब्द:
विचार-विमर्श कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के सम्बन्ध में अपने ज्ञान और समझ के अनुसार एक सारगर्भित रूप में उत्तर प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
देश में जलवायु परिवर्तन के मुद्दों से संबंधित प्रमुख तथ्यों को प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
प्रस्तावित राष्ट्रीय तटीय मिशन के महत्व पर विचार-विमर्श कीजिए।
सरकार के विगत प्रयासों पर चर्चा कीजिए एवं इस प्रकार के मिशन की सकारात्मकताओं को सूचीबद्ध कीजिए।
निष्कर्ष:
एक सकारात्मक नोट पर निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन – 4
विषय: सिविल सेवा के लिये अभिरुचि तथा बुनियादी मूल्य- सत्यनिष्ठा, भेदभाव रहित तथा गैर-तरफदारी, निष्पक्षता, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव, कमज़ोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता तथा संवेदना।
7. “नेतृत्व परिस्थितिजन्य होता है”। इस कथन के आलोक में नेतृत्व के विभिन्न सिद्धांतों पर संक्षेप में चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: नैतिकता, सत्यनिष्ठा एवं अभिवृत्ति: जी सुब्बा राव और पी एन चौधरी
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
नेतृत्व को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
नेतृत्व के विभिन्न सिद्धांतों की व्याख्या कीजिए।
समझाइए कि नेतृत्व के लिए अनेक विशेषताओं की आवश्यकता होती है, जिसमें अनुयायी-वांछित व्यक्तित्व लक्षण, संचार कौशल, नेतृत्व कौशल और शिक्षण क्षमता शामिल हैं।
एक नेता द्वारा पसंदीदा नेतृत्व शैली का विकास सीखने और अनुभव के माध्यम से किया जाता है।
परिस्थितिजन्य नेतृत्व के गुणों और अवगुणों पर चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
उपयुक्त उदाहरण दीजिए एवं एक निष्पक्ष और संतुलित राय के साथ निष्कर्ष निकालिए।