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[इनसाइट्स सिक्योर – 2020] दैनिक सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उत्तर लेखन अभ्यास: 14 सितम्बर 2020

How to Follow Secure Initiative?

How to Self-evaluate your answer? 

INSIGHTS NEW SECURE – 2020: YEARLONG TIMETABLE

 


सामान्य अध्ययन – 1


 

विषय: सामाजिक सशक्तिकरण।

1. विश्व अभी भी एक बलिदान करने वाली सीता चाहता है, न कि मांग करने वाली द्रौपदी, जिसने सार्वजनिक चीरहरण के कारण अपने पति की कायरता और लालच को ललकारा था। भारतीय महिलाओं के संदर्भ में कथन का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)

सन्दर्भ: Indian Express 

 निर्देशक शब्द:

 आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

प्रश्न में दिए गए कथन का अर्थ स्पष्ट करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

अतीत से लेकर वर्तमान तक भारत में महिलाओं की स्थिति का आकलन कीजिए।

उपयुक्त उदाहरणों के साथ यह स्पष्ट कीजिए कि देश में महिलाएं भले ही बहुत आगे निकल चुकी हैं, फिर भी समाज की संकीर्ण मनःस्थिति की परीक्षा में उत्तीर्ण होना अभी भी बाकी है।

प्रश्न के संदर्भ की पुष्टि करने के लिए उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।

 निष्कर्ष:

हमारे समाज की मानसिकता को परिवर्तित करने और महिलाओं के साथ पुरुषों के समान व्यवहार करने की आवश्यकता पर बल देते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू शामिल होंगे।

2. तांडव और लास्य नृत्य से आप क्या समझते हैं? समझाइये। (250 शब्द)

सन्दर्भ: भारतीय कला एवं संस्कृति: नितिन सिंघानिया

 निर्देशक शब्द: 

समझाइये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न से संबंधित सूचना अथवा जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत कीजिये।

 उत्तर की संरचना: 

परिचय:

भारतीय शास्त्रीय नृत्य कला के बारे में बताते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए; भारत में नृत्य पर व्यापक प्रमाण प्रदान करने वाले उत्खनन, शिलालेख, इतिवृत्त, राजाओं और कलाकारों की वंशावलियां, साहित्यिक स्रोत, विभिन्न काल की मूर्तियां और चित्रकला आदि पर संक्षेप में चर्चा कीजिए।

 विषय वस्तु:

इन दो नृत्य शैलियों की उत्पत्ति, विकास क्रम और क्षेत्र के बारे में विस्तार से चर्चा कीजिए। 

प्रत्येक की प्रमुख विशेषताओं की व्याख्या कीजिए।

चर्चा कीजिए कि वे अन्य नृत्य शैलियों से कैसे भिन्न हैं।

 निष्कर्ष:

भारतीय कला और संस्कृति में उनके महत्व को स्पष्ट करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन – 2


 

विषय: सा. अ. 2– सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।

सा. अ. 3– भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।

3. भारत के बैंकिंग उद्योग में अनुपालन और जोखिम प्रबंधन संस्कृति के संबंध में समान दृष्टिकोण सुनिश्चित करने के लिए बैंकों में नवीन प्रस्तावित मुख्य अनुपालन अधिकारी द्वारा निभाई जा सकने वाली संभावित भूमिका पर चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

सन्दर्भ: Indian Express 

 निर्देशक शब्द: 

चर्चा कीजिये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना: 

परिचय:

मुख्य अनुपालन अधिकारी के प्रस्तावित पद के सन्दर्भ में चर्चा करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

आरबीआई द्वारा निर्देशित मुख्य अनुपालन अधिकारी की भूमिकाओं और कर्तव्यों पर चर्चा कीजिए।

समझाइये कि भारत के बैंकिंग उद्योग में अनुपालन और जोखिम प्रबंधन संस्कृति के संबंध में समान दृष्टिकोण सुनिश्चित करने में यह क्या भूमिका निभाएगा।

 निष्कर्ष:

बैंकिंग विनियमन क्षेत्र में इस प्रकार के पद के महत्व को दर्शाते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन – 3


 

विषय: मुख्य फसलें- देश के विभिन्न भागों में फसलों का पैटर्न- सिंचाई के विभिन्न प्रकार एवं सिंचाई प्रणाली- कृषि उत्पाद का भंडारण, परिवहन तथा विपणन, संबंधित विषय और बाधाएँ; किसानों की सहायता के लिये ई-प्रौद्योगिकी। सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टैक्नोलॉजी, बायो-टैक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के संबंध में जागरुकता।

4. देश में परिवर्तनशील जलवायु के अंतर्गत धारणीय फसल उत्पादन के लिए नैनो-उर्वरक के परिप्रेक्ष्य को प्रस्तुत कीजिए। (250 शब्द)

सन्दर्भ:  intechopen.com , pib.gov.in

निर्देशक शब्द: 

प्रस्तुत कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर लेखन में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह प्रश्न से सम्बंधित प्रासंगिक जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।

उत्तर की संरचना: 

परिचय:

नैनो-उर्वरक एवं उसकी परिभाषा को स्पष्ट करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

नैनो-उर्वरक की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।

चर्चा कीजिए कि विश्व की परिवर्तनशील जलवायु के मध्य में वे उच्च फसल उत्पादन और धारणीय कृषि प्रणालियों का नेतृत्व कैसे कर सकते हैं।

भविष्य की कृषि प्रणाली में इनके संभावित महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।

 निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।

5. विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (FCRA) के प्रमुख प्रावधानों और ऐसे विधानों की आवश्यकता पर चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

सन्दर्भ: The Hindu 

 निर्देशक शब्द:

चर्चा कीजिये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

उत्तर की संरचना: 

परिचय:

प्रश्न की पृष्ठभूमि को संक्षेप में समझाइये।

 विषय वस्तु:

विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम क्या है, समझाइये।

इसकी प्रमुख विशेषताओं एवं मुख्य प्रावधानों पर चर्चा कीजिए।

इस प्रकार के विधानों की आवश्यकता पर प्रकाश डालिए।

 निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन – 4


 

विषय: अभिवृत्तिः सारांश (कंटेन्ट), संरचना, वृत्ति; विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध; नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि; सामाजिक प्रभाव और धारण।

6. मानवीय गरिमा क्या है? इसके संरक्षण को सभी धार्मिक ग्रंथों के साथ-साथ हमारे संविधान में भी क्यों शामिल किया गया है? समझाइये। (250 शब्द)

 सन्दर्भ:   नैतिकता, सत्यनिष्ठा एवं अभिवृत्ति: लेक्सिकन प्रकाशन

 निर्देशक शब्द:

 समझाइये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न से संबंधित सूचना अथवा जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत कीजिये।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

मानवीय गरिमा को परिभाषित कीजिए।

 विषय वस्तु:

सभी धार्मिक ग्रंथों एवं हमारे संविधान में इसे शामिल किये जाने के प्रमुख कारणों का उल्लेख कीजिए।

एक समाज में मानवीय गरिमा की आवश्यकता पर बल देते हुए इसके महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।

प्रासंगिक उदाहरणों की सहायता से उपर्युक्त की पुष्टि कीजिए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

  

विषय: नीतिशास्त्र तथा मानवीय सह-संबंधः मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सार तत्त्व, इसके निर्धारक और परिणाम; नीतिशास्त्र के आयाम; निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र, मानवीय मूल्य- महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से शिक्षा; मूल्य विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थाओं की भूमिका।

7. अच्छाई के अभाव के कारण आस्था एवं विश्वास के संकट से चिन्हित एक अपराधी समाज का जन्म कैसे होता है? किसी समाज में आस्था एवं विश्वास के संकट के क्या परिणाम होते हैं? ऐसे समाज पर शासन करना अधिक कठिन क्यों हो जाता है? (250 शब्द)

 सन्दर्भ: researchgate.net

उत्तरकीसंरचना:

परिचय:

एक समाज में आस्था एवं विश्वास के महत्व को समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

विषयवस्तु:

समझाइये कि व्यक्तिगत कार्यों में अच्छाई के अभाव के कारण आस्था एवं विश्वास का संकट कैसे पैदा होता है।

समझाइये कि यह किस प्रकार से आगे चलकर एक अपराधी समाज को जन्म दे सकता है।

उदाहरणों की सहायता से उपर्युक्त की पुष्टि कीजिए।

निष्कर्ष:

निष्कर्ष निकालिए कि समाज का शासन केवल कानूनों, नियमों और विनियमों से ही नहीं होता है बल्कि लोगों की इच्छा, समाज द्वारा व्यक्तियों के निर्धारित मानदंडों आदि के द्वारा भी होता है। इस प्रकार व्यवहार में अच्छाई का पालन करना अति आवश्यक है।


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