HINDI - INSIGHTS CURRENT EVENTS QUIZ 2020
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Welcome to Current Affairs Quiz in HINDI Medium. Hope you are happy with our Hindi Current Affairs. The following Quiz is based on the Hindu, PIB and other news sources. It is a current events based quiz. Solving these questions will help retain both concepts and facts relevant to UPSC IAS civil services exam – 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
1 pointsलघु कृषक कृषि व्यापार संघ (Small Farmers’ Agri-Business Consortium: SFAC) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- SFAC कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग द्वारा प्रवर्तित एक स्वायत्त सोसायटी है।
- SFAC की स्थापना वेंचर कैपिटल असिस्टेंस (VCA) योजना के माध्यम से निजी निवेश को प्रेरित करके कृषि व्यापार उपक्रमों की सुविधा के लिए की गई थी।
- SFAC ‘राष्ट्रीय कृषि बाजार (eNAM)’ इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को लागू करने के लिए प्रमुख एजेंसी है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct
उत्तर: d)
- सरकार ने वित्तीय संस्थाओं के साथ घनिष्ठ सहयोग में वेंचर कैपिटल असिस्टेंस (VCA) योजना के माध्यम से निजी निवेश को उत्प्रेरित करने के लिए जनवरी 1994 में लघु कृषक कृषि व्यापार संघ (Small Farmers’ Agri-Business Consortium: SFAC) की स्थापना की।
- SFAC एक स्वायत्त सोसायटी है जिसे कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है।
- यह सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत पंजीकृत है।
- SFAC के मुख्य कार्य हैं:
-
- VCA योजना के माध्यम से लघु कृषक कृषि व्यापार के विकास को बढ़ावा देना।
- किसान उत्पादक संगठनों (Farmer Producer Organizations: FPOs) / किसान उत्पादक कंपनियों (Farmer Producer Companies: FPCs) के गठन और वृद्धि में सहायता करना।
- इक्विटी ग्रांट और क्रेडिट गारंटी फंड स्कीम के माध्यम से एफपीओ / एफपीसी की व्यावसायिक गतिविधियों की कार्यशील पूंजी और विकास की उपलब्धता में सुधार करना।
- राष्ट्रीय कृषि बाजार (National Agriculture Market: e-NAM) इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का कार्यान्वयन करना।
Incorrect
उत्तर: d)
- सरकार ने वित्तीय संस्थाओं के साथ घनिष्ठ सहयोग में वेंचर कैपिटल असिस्टेंस (VCA) योजना के माध्यम से निजी निवेश को उत्प्रेरित करने के लिए जनवरी 1994 में लघु कृषक कृषि व्यापार संघ (Small Farmers’ Agri-Business Consortium: SFAC) की स्थापना की।
- SFAC एक स्वायत्त सोसायटी है जिसे कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है।
- यह सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत पंजीकृत है।
- SFAC के मुख्य कार्य हैं:
-
- VCA योजना के माध्यम से लघु कृषक कृषि व्यापार के विकास को बढ़ावा देना।
- किसान उत्पादक संगठनों (Farmer Producer Organizations: FPOs) / किसान उत्पादक कंपनियों (Farmer Producer Companies: FPCs) के गठन और वृद्धि में सहायता करना।
- इक्विटी ग्रांट और क्रेडिट गारंटी फंड स्कीम के माध्यम से एफपीओ / एफपीसी की व्यावसायिक गतिविधियों की कार्यशील पूंजी और विकास की उपलब्धता में सुधार करना।
- राष्ट्रीय कृषि बाजार (National Agriculture Market: e-NAM) इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का कार्यान्वयन करना।
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Question 2 of 5
2. Question
1 pointsकभी-कभी समाचारों में चर्चित “वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक (Global Competitiveness Index)” निम्नलिखित किसके द्वारा जारी किया जाता है?
Correct
उत्तर: b)
- भारत वार्षिक वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक (Global Competitiveness Index) में 10 स्थान नीचे खिसकर 68वें स्थान पर पर आ गया है, जिसका मुख्य कारण अन्य अर्थव्यवस्थाओं में हुए सुधार हैं।
- वैश्विक प्रतिस्पर्धा सूचकांक जेनेवा स्थित विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum: WEF) द्वारा संकलित किया गया है।
Incorrect
उत्तर: b)
- भारत वार्षिक वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक (Global Competitiveness Index) में 10 स्थान नीचे खिसकर 68वें स्थान पर पर आ गया है, जिसका मुख्य कारण अन्य अर्थव्यवस्थाओं में हुए सुधार हैं।
- वैश्विक प्रतिस्पर्धा सूचकांक जेनेवा स्थित विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum: WEF) द्वारा संकलित किया गया है।
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Question 3 of 5
3. Question
1 points‘एक्सनोबोट्स (Xenobots)’ के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- एक्सनोबोट्स विश्व का प्रथम क्रियाशील, स्व-उपचार रोबोट है जिसे स्टेम सेल का उपयोग करके बनाया गया है।
- एक्सनोबोट्स का उपयोग रेडियोधर्मी अवशिष्ट को साफ करने, महासागरों में माइक्रोप्लास्टिक को एकत्र करने और मानव शरीर के अंदर दवा ले जाने के लिए किया जा सकता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?
Correct
उत्तर: d)
- वैज्ञानिकों ने मेंढ़कों के स्टेम सेल का उपयोग कर विश्व का प्रथम क्रियाशील, स्व-उपचार रोबोट बनाया है।
- अफ्रीकन क्लावेड फरोग (ज़ेनोपस लाविस) के नाम पर इस रोबोट का नाम एक्सनोबोट्स रखा गया है, जिनसे वे स्टेम सेल प्राप्त करते हैं। इसकी चौड़ाई एक मिलीमीटर (0.04 इंच) से भी कम है, जो मानव शरीर के अंदर आसानी से गमन कर सकता है। ये चल सकते हैं और तैर सकते हैं, भोजन के बिना हफ्तों तक जीवित रह सकते हैं, और समूहों में एक साथ कार्य कर सकते हैं।
- ये “पूरी तरह से नए जीवन रूप” (“entirely new life forms”) हैं।
- स्टेम कोशिकाएँ विशिष्ट कोशिकाएँ होती हैं जो विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं में विकसित होने की क्षमता रखती हैं।
- एक्सनोबोट्स में स्व-उपचार की क्षमता भी होती है; जब वैज्ञानिकों ने एक रोबोट को विभाजित किया, तो यह अपने आप ठीक हो गया और चलता रहा।
- एक्सनोबोट्स पारंपरिक रोबोट की तरह नहीं दिखते हैं – इनके पास शाइनी गियर या रोबोट आर्म नहीं होते हैं। इसके विपरीत, ये मूविंग पिंक फ्लेश (pink flesh) की एक छोटी बूँद के समान होते हैं।
- एक्सनोबोट्स का उपयोग रेडियोधर्मी अपशिष्ट को साफ करने, महासागरों में माइक्रोप्लास्टिक्स को एकत्रित करने, मानव शरीर के अंदर दवा ले जाने या यहां तक कि हमारी धमनियों में गमन करने के लिए किया जा सकता है। एक्सनोबॉट जलीय वातावरण में अतिरिक्त पोषक तत्वों के बिना कई दिनों या हफ्तों तक जीवित रह सकते हैं – यह उन्हें आंतरिक दवा वितरण के लिए उपयुक्त बनाता है।
Incorrect
उत्तर: d)
- वैज्ञानिकों ने मेंढ़कों के स्टेम सेल का उपयोग कर विश्व का प्रथम क्रियाशील, स्व-उपचार रोबोट बनाया है।
- अफ्रीकन क्लावेड फरोग (ज़ेनोपस लाविस) के नाम पर इस रोबोट का नाम एक्सनोबोट्स रखा गया है, जिनसे वे स्टेम सेल प्राप्त करते हैं। इसकी चौड़ाई एक मिलीमीटर (0.04 इंच) से भी कम है, जो मानव शरीर के अंदर आसानी से गमन कर सकता है। ये चल सकते हैं और तैर सकते हैं, भोजन के बिना हफ्तों तक जीवित रह सकते हैं, और समूहों में एक साथ कार्य कर सकते हैं।
- ये “पूरी तरह से नए जीवन रूप” (“entirely new life forms”) हैं।
- स्टेम कोशिकाएँ विशिष्ट कोशिकाएँ होती हैं जो विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं में विकसित होने की क्षमता रखती हैं।
- एक्सनोबोट्स में स्व-उपचार की क्षमता भी होती है; जब वैज्ञानिकों ने एक रोबोट को विभाजित किया, तो यह अपने आप ठीक हो गया और चलता रहा।
- एक्सनोबोट्स पारंपरिक रोबोट की तरह नहीं दिखते हैं – इनके पास शाइनी गियर या रोबोट आर्म नहीं होते हैं। इसके विपरीत, ये मूविंग पिंक फ्लेश (pink flesh) की एक छोटी बूँद के समान होते हैं।
- एक्सनोबोट्स का उपयोग रेडियोधर्मी अपशिष्ट को साफ करने, महासागरों में माइक्रोप्लास्टिक्स को एकत्रित करने, मानव शरीर के अंदर दवा ले जाने या यहां तक कि हमारी धमनियों में गमन करने के लिए किया जा सकता है। एक्सनोबॉट जलीय वातावरण में अतिरिक्त पोषक तत्वों के बिना कई दिनों या हफ्तों तक जीवित रह सकते हैं – यह उन्हें आंतरिक दवा वितरण के लिए उपयुक्त बनाता है।
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Question 4 of 5
4. Question
1 points‘गोल्डन लंगूर’ के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- यह भारत की सर्वाधिक लुप्तप्राय (endangered) प्राइमेट प्रजातियों में से एक है।
- यह केवल भारत में पाया जाता है।
- यह CITES के परिशिष्ट I और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची I में सूचीबद्ध है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct
उत्तर: c)
- गी गोल्डन लंगूर (Gee’s golden langur) जिसे गोल्डन लंगूर के नाम से भी जाना जाता है, यह विश्व का एक प्राचीन वानर है, जो भारत के पश्चिमी असम और भूटान के ब्लैक माउंटेन की तलहटी के एक छोटे से क्षेत्र में पाया जाता है। यह भारत की सबसे लुप्तप्राय प्राइमेट प्रजातियों (endangered primate species) में से एक है।
- यह CITES के परिशिष्ट I और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची I में सूचीबद्ध है। वर्तमान में गी गोल्डन लंगूर की जनसंख्या कम हो रहा है।
- इनका वितरण छोटे क्षेत्र तक ही सीमित हैं; मुख्य क्षेत्र लगभग 60 मील तक ही सीमित है जो असम में दक्षिण में ब्रह्मपुत्र नदी, पूर्व में मानस नदी, पश्चिम में सोकोश नदी और उत्तर में भूटान के ब्लैक माउंटेन से घिरा हुआ है।
Incorrect
उत्तर: c)
- गी गोल्डन लंगूर (Gee’s golden langur) जिसे गोल्डन लंगूर के नाम से भी जाना जाता है, यह विश्व का एक प्राचीन वानर है, जो भारत के पश्चिमी असम और भूटान के ब्लैक माउंटेन की तलहटी के एक छोटे से क्षेत्र में पाया जाता है। यह भारत की सबसे लुप्तप्राय प्राइमेट प्रजातियों (endangered primate species) में से एक है।
- यह CITES के परिशिष्ट I और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची I में सूचीबद्ध है। वर्तमान में गी गोल्डन लंगूर की जनसंख्या कम हो रहा है।
- इनका वितरण छोटे क्षेत्र तक ही सीमित हैं; मुख्य क्षेत्र लगभग 60 मील तक ही सीमित है जो असम में दक्षिण में ब्रह्मपुत्र नदी, पूर्व में मानस नदी, पश्चिम में सोकोश नदी और उत्तर में भूटान के ब्लैक माउंटेन से घिरा हुआ है।
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Question 5 of 5
5. Question
1 points‘राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (National Disaster Response Fund: NDRF)’ के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- NDRF को “रिज़र्व फंड नोट बेअरिंग इंटरेस्ट (Reserve Funds not bearing interest)” के तहत भारत सरकार के “लोक लेखा” में स्थापित किया गया है।
- सभी आपदाओं के लिए राहत गतिविधियों की निगरानी गृह मंत्रालय द्वारा की जाती है।
- NDRF राशि का उपयोग केवल आपातकालीन प्रतिक्रिया, राहत और पुनर्वास संबंधी व्ययों को पूरा करने के लिए किया जा सकता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct
उत्तर:b)
- राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (National Disaster Response Fund: NDRF) को आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 (डीएम अधिनियम) की धारा 46 में परिभाषित किया गया है, जो किसी भी आपदा की स्थिति या आपदा के कारण आपातकालीन प्रतिक्रिया, राहत और पुनर्वास के खर्चों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रबंधित फंड है। NDRF का गठन राज्यों के राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) के धन के पूरक के लिए किया जाता है ताकि गंभीर प्राकृतिक आपदाओं के मामले में तत्काल राहत प्रदान की जा सके।
डीएम अधिनियम प्राकृतिक या मानव निर्मित कारणों से उत्पन्न होने वाली आपदाओं या लापरवाही से किसी भी क्षेत्र में होने वाली तबाही, दुर्घटना, आपदा या गंभीर घटना को “आपदा” के रूप में परिभाषित करता है, जिसके परिणामस्वरूप जीवन की क्षति होती है या मानव प्रभावित होते हैं, और
Incorrect
उत्तर:b)
- राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (National Disaster Response Fund: NDRF) को आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 (डीएम अधिनियम) की धारा 46 में परिभाषित किया गया है, जो किसी भी आपदा की स्थिति या आपदा के कारण आपातकालीन प्रतिक्रिया, राहत और पुनर्वास के खर्चों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रबंधित फंड है। NDRF का गठन राज्यों के राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) के धन के पूरक के लिए किया जाता है ताकि गंभीर प्राकृतिक आपदाओं के मामले में तत्काल राहत प्रदान की जा सके।
डीएम अधिनियम प्राकृतिक या मानव निर्मित कारणों से उत्पन्न होने वाली आपदाओं या लापरवाही से किसी भी क्षेत्र में होने वाली तबाही, दुर्घटना, आपदा या गंभीर घटना को “आपदा” के रूप में परिभाषित करता है, जिसके परिणामस्वरूप जीवन की क्षति होती है या मानव प्रभावित होते हैं, और