HINDI - INSIGHTS CURRENT EVENTS QUIZ 2020
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Welcome to Current Affairs Quiz in HINDI Medium. Hope you are happy with our Hindi Current Affairs. The following Quiz is based on the Hindu, PIB and other news sources. It is a current events based quiz. Solving these questions will help retain both concepts and facts relevant to UPSC IAS civil services exam – 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
1 pointsहाल ही में केंद्र सरकार ने 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया। निम्नलिखित में से किसके तहत सरकार को इन ऐप्स को प्रतिबंधित करने की शक्ति प्राप्त है:
Correct
उत्तर: c)
सरकार को “सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम” की धारा 69A के तहत किसी भी सामग्री को प्रतिबंधित करने के लिए आपातकालीन अधिकार प्राप्त हैं, जहां सरकार को यह प्रतीत होता है कि यह सामग्री देश की संप्रभुता, अखंडता और रक्षा के विरुद्ध है, और ऐसे मामलों में कानून के अनुसार प्रतिबंध लगाने का आदेश देने से पहले संबंधित सामग्री प्रदाताओं को कोई पूर्व सूचना देने की आवश्यकता नहीं होती है।
Incorrect
उत्तर: c)
सरकार को “सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम” की धारा 69A के तहत किसी भी सामग्री को प्रतिबंधित करने के लिए आपातकालीन अधिकार प्राप्त हैं, जहां सरकार को यह प्रतीत होता है कि यह सामग्री देश की संप्रभुता, अखंडता और रक्षा के विरुद्ध है, और ऐसे मामलों में कानून के अनुसार प्रतिबंध लगाने का आदेश देने से पहले संबंधित सामग्री प्रदाताओं को कोई पूर्व सूचना देने की आवश्यकता नहीं होती है।
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Question 2 of 5
2. Question
1 pointsराष्ट्रीय ध्रुवीय एवं समुद्री अनुसंधान केंद्र (The National Centre for Polar and Ocean Research: NCPOR) और गोवा विश्वविद्यालय (GU) ने स्वर्ण के नैनोकणों (gold nanoparticles: GNPs) को सफलतापूर्वक संश्लेषित किया है। निम्नलिखित में से कौनसे स्वर्ण के नैनोकणों के अनुप्रयोग हैं?
- उनके पास अधिक से अधिक सौर विकिरण अवशोषित करने की क्षमता होती है।
- रोगों का पता लगाना और उनका निदान करना।
- लक्षित दवा वितरण
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: b)
- राष्ट्रीय ध्रुवीय एवं समुद्री अनुसंधान केंद्र (The National Centre for Polar and Ocean Research: NCPOR) और गोवा विश्वविद्यालय (Goa University: GU) ने गैर विषैले, कम लागत वाले और पर्यावरण अनुकूल तरीके से साइक्रोटॉलरेंट अंटार्कटिक बैक्टीरिया (psychrotolerant Antarctic bacteria) का उपयोग करके स्वर्ण के नैनोकणों (gold nanoparticles: GNPs) को सफलतापूर्वक संश्लेषित किया है।
- इन GNP का उपयोग समग्र चिकित्सीय एजेंट नैदानिक परीक्षणों के रूप में किया जा सकता है, विशेष रूप से कैंसर-रोधी, विषाणु-रोधी, मधुमेह-रोधी और कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाओं में।
- नैनोपार्टिकल्स (NPs) यानी नैनोकणों में बायोमेडिकल, ऑप्टिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स रिसर्च के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की कई संभावित एप्लीकेशन हैं। बायोमेडिकल एप्लीकेशनों के लिए मेटालिक एनपी का कुशलतापूर्वक उपयोग किया गया है और उनमें से जीएनपी, बायोमेडिकल यानी जैव चिकित्सा अनुसंधान में प्रभावी पाए जाते हैं।
- GNPs में अद्वितीय भौतिक रासायनिक गुण भी हैं। उनकी जैव-रासायनिकता, उच्च सतह क्षेत्र, स्थिरता और नॉनटॉक्सीसिटी उन्हें चिकित्सीय उपयोग में विभिन्न एप्लीकेशन के लिए उपयुक्त बनाती है जिसमें बीमारियों का पता लगाना और निदान करना, बायो-लेबलिंग और लक्षित दवा वितरण जैसी चीजें शामिल हैं। नैनो-वाहकों के रूप में जीएनपी पेप्टाइड्स, प्रोटीन, प्लास्मिड डीएनए, छोटे दखल देने वाले आरएनए और कीमोथेरेप्यूटिक एजेंटों से बनी विभिन्न दवाओं को स्थानांतरित करने में सक्षम हैं ताकि मानव शरीर की रोगग्रस्त कोशिकाओं को लक्षित किया जा सके।
- GNPs को इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में भी उपयोगी पाया जाता है। वैज्ञानिकों ने ‘नॉमफेट’ – NOMFET (नैनोपार्टिकल ऑर्गेनिक मैमोरी फील्ड-इफेक्ट ट्रांज़िस्टर) नाम से जाना जाने वाला एक ट्रांज़िस्टर बनाया है। इसके लिए कमरे के तापमान उत्प्रेरक के रूप में एक छिद्रित मैंगनीज़ ऑक्साइड में जीएनपी एम्बेड किया गया ताकि हवा में वाष्पशील कार्बनिक यौगिक को तोड़ा जा सके और कार्बनिक अणुओं के साथ जीएनपी को संयोजित किया जा सके।
Incorrect
उत्तर: b)
- राष्ट्रीय ध्रुवीय एवं समुद्री अनुसंधान केंद्र (The National Centre for Polar and Ocean Research: NCPOR) और गोवा विश्वविद्यालय (Goa University: GU) ने गैर विषैले, कम लागत वाले और पर्यावरण अनुकूल तरीके से साइक्रोटॉलरेंट अंटार्कटिक बैक्टीरिया (psychrotolerant Antarctic bacteria) का उपयोग करके स्वर्ण के नैनोकणों (gold nanoparticles: GNPs) को सफलतापूर्वक संश्लेषित किया है।
- इन GNP का उपयोग समग्र चिकित्सीय एजेंट नैदानिक परीक्षणों के रूप में किया जा सकता है, विशेष रूप से कैंसर-रोधी, विषाणु-रोधी, मधुमेह-रोधी और कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाओं में।
- नैनोपार्टिकल्स (NPs) यानी नैनोकणों में बायोमेडिकल, ऑप्टिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स रिसर्च के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की कई संभावित एप्लीकेशन हैं। बायोमेडिकल एप्लीकेशनों के लिए मेटालिक एनपी का कुशलतापूर्वक उपयोग किया गया है और उनमें से जीएनपी, बायोमेडिकल यानी जैव चिकित्सा अनुसंधान में प्रभावी पाए जाते हैं।
- GNPs में अद्वितीय भौतिक रासायनिक गुण भी हैं। उनकी जैव-रासायनिकता, उच्च सतह क्षेत्र, स्थिरता और नॉनटॉक्सीसिटी उन्हें चिकित्सीय उपयोग में विभिन्न एप्लीकेशन के लिए उपयुक्त बनाती है जिसमें बीमारियों का पता लगाना और निदान करना, बायो-लेबलिंग और लक्षित दवा वितरण जैसी चीजें शामिल हैं। नैनो-वाहकों के रूप में जीएनपी पेप्टाइड्स, प्रोटीन, प्लास्मिड डीएनए, छोटे दखल देने वाले आरएनए और कीमोथेरेप्यूटिक एजेंटों से बनी विभिन्न दवाओं को स्थानांतरित करने में सक्षम हैं ताकि मानव शरीर की रोगग्रस्त कोशिकाओं को लक्षित किया जा सके।
- GNPs को इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में भी उपयोगी पाया जाता है। वैज्ञानिकों ने ‘नॉमफेट’ – NOMFET (नैनोपार्टिकल ऑर्गेनिक मैमोरी फील्ड-इफेक्ट ट्रांज़िस्टर) नाम से जाना जाने वाला एक ट्रांज़िस्टर बनाया है। इसके लिए कमरे के तापमान उत्प्रेरक के रूप में एक छिद्रित मैंगनीज़ ऑक्साइड में जीएनपी एम्बेड किया गया ताकि हवा में वाष्पशील कार्बनिक यौगिक को तोड़ा जा सके और कार्बनिक अणुओं के साथ जीएनपी को संयोजित किया जा सके।
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Question 3 of 5
3. Question
1 pointsपीएम फॉरमलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (PM FME) योजना के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- यह योजना क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी के साथ सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों की सहायता करेगी और ग्रामीण एवं आदिवासी क्षेत्रों में किसान उत्पादक संगठनों, स्वयं सहायता समूहों और कुटीर उद्योगों को समर्थन देने पर विशेष ध्यान केंद्रित करेगी।
- सरकार ‘एक ज़िला एक उत्पाद’ (One District One Product- ODDP) दृष्टिकोण को अपनाएगी।
- राज्यों को यह निर्धारित करने की पूरी छूट दी जाएगी किकिन जिलों से और किस उत्पाद को बढ़ावा दिया जाए।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct
उत्तर: d)
- ‘खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय’ (Ministry of Food Processing Industries- MoFPI) ने ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के एक भाग के रूप में10,000 करोड़ रूपये के परिव्यय के साथ ‘PM फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज’ (PM Formalization of Micro Food Processing Enterprises: PM FME) योजना की शुरुआत की है।
- यह योजना क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी के साथ लगभग 2 लाख सूक्ष्म-खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों की सहायता करेगी और अगले पांच वर्षों में ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में किसान उत्पादक संगठनों, स्वयं सहायता समूहों और कुटीर उद्योगों को समर्थन देने पर विशेष ध्यान केंद्रित करेगी।
- इस योजना के तहत खर्च केन्द्र और राज्य सरकारों के बीच 60:40 के अनुपात में, पूर्वोत्तर और हिमालयी राज्यों के साथ 90:10 के अनुपात में, संघ शासित प्रदेशों के साथ 60:40 के अनुपात में साझा किया जाएगा।
- मंत्रालय ‘एक ज़िला एक उत्पाद’ (One District One Product- ODDP) को अपनाएगा और मौजूदा क्लस्टर को स्केल करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। राज्यों को यह निर्धारित करने की पूरी छूट दी जाएगी कि किन जिलों से और किस उत्पाद को बढ़ावा दिया जाए।
- ये आम, आलू, लीची, टमाटर, पोल्ट्री या बाजरा आधारित उत्पाद जैसे जल्दी खराब होने वालें या अनाज आधारित उत्पाद हो सकते हैं।
- मंत्रालय ने औपचारिक रूप से टमाटर, प्याज और आलू की फसलों से लेकर सभी खराब होने वाले फलों और सब्जियों तक ऑपरेशन ग्रीन्स योजना के विस्तार की भी घोषणा की है। इस योजना के तहत, उत्पादन समूहों से उपभोग केंद्रों तक पात्र फसलों के परिवहन के लिए छह महीने तक और तीन महीने के लिए भंडारण को किराए पर लेने के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
Incorrect
उत्तर: d)
- ‘खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय’ (Ministry of Food Processing Industries- MoFPI) ने ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के एक भाग के रूप में10,000 करोड़ रूपये के परिव्यय के साथ ‘PM फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज’ (PM Formalization of Micro Food Processing Enterprises: PM FME) योजना की शुरुआत की है।
- यह योजना क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी के साथ लगभग 2 लाख सूक्ष्म-खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों की सहायता करेगी और अगले पांच वर्षों में ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में किसान उत्पादक संगठनों, स्वयं सहायता समूहों और कुटीर उद्योगों को समर्थन देने पर विशेष ध्यान केंद्रित करेगी।
- इस योजना के तहत खर्च केन्द्र और राज्य सरकारों के बीच 60:40 के अनुपात में, पूर्वोत्तर और हिमालयी राज्यों के साथ 90:10 के अनुपात में, संघ शासित प्रदेशों के साथ 60:40 के अनुपात में साझा किया जाएगा।
- मंत्रालय ‘एक ज़िला एक उत्पाद’ (One District One Product- ODDP) को अपनाएगा और मौजूदा क्लस्टर को स्केल करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। राज्यों को यह निर्धारित करने की पूरी छूट दी जाएगी कि किन जिलों से और किस उत्पाद को बढ़ावा दिया जाए।
- ये आम, आलू, लीची, टमाटर, पोल्ट्री या बाजरा आधारित उत्पाद जैसे जल्दी खराब होने वालें या अनाज आधारित उत्पाद हो सकते हैं।
- मंत्रालय ने औपचारिक रूप से टमाटर, प्याज और आलू की फसलों से लेकर सभी खराब होने वाले फलों और सब्जियों तक ऑपरेशन ग्रीन्स योजना के विस्तार की भी घोषणा की है। इस योजना के तहत, उत्पादन समूहों से उपभोग केंद्रों तक पात्र फसलों के परिवहन के लिए छह महीने तक और तीन महीने के लिए भंडारण को किराए पर लेने के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
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Question 4 of 5
4. Question
1 pointsनागरिक और राजनीतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिज्ञापत्र (International Covenant on Civil and Political Rights: ICCPR) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- नागरिक और राजनीतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिज्ञापत्र (ICCPR) संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाई गई एक बहुपक्षीय संधि है।
- नागरिक और राजनीतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिज्ञापत्र (ICCPR) अपने पक्षकारों को संधि का सम्मान करने के लिए उचित प्रक्रिया और निष्पक्ष सुनवाई के लिए प्रतिबद्ध करती है।
- ICCPR, मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा (UDHR) का हिस्सा है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct
उत्तर: d)
- नागरिक और राजनीतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिज्ञापत्र (International Covenant on Civil and Political Rights: ICCPR) संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाई गई एक बहुपक्षीय संधि है। संधि अपने पक्षकारों को नागरिक और राजनीतिक अधिकारों का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध करती है, जिसमें जीवन का अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, संघ बनाने की स्वतंत्रता, निर्वाचन का अधिकार और उचित प्रक्रिया के अधिकार और निष्पक्ष ट्रायल शामिल हैं।
- ICCPR, आर्थिक, सामाजिक व सांस्कृतिक अधिकारों पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संधि (the International Covenant on Economic, Social and Cultural Rights: ICESCR) और मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा (UDHR) के साथ इंटरनेशनल बिल ऑफ़ ह्यूमन राइट्स का हिस्सा है।
- ICCPR की निगरानी संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार समिति द्वारा की जाती है।
Incorrect
उत्तर: d)
- नागरिक और राजनीतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिज्ञापत्र (International Covenant on Civil and Political Rights: ICCPR) संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाई गई एक बहुपक्षीय संधि है। संधि अपने पक्षकारों को नागरिक और राजनीतिक अधिकारों का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध करती है, जिसमें जीवन का अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, संघ बनाने की स्वतंत्रता, निर्वाचन का अधिकार और उचित प्रक्रिया के अधिकार और निष्पक्ष ट्रायल शामिल हैं।
- ICCPR, आर्थिक, सामाजिक व सांस्कृतिक अधिकारों पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संधि (the International Covenant on Economic, Social and Cultural Rights: ICESCR) और मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा (UDHR) के साथ इंटरनेशनल बिल ऑफ़ ह्यूमन राइट्स का हिस्सा है।
- ICCPR की निगरानी संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार समिति द्वारा की जाती है।
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Question 5 of 5
5. Question
1 pointsहाल ही में समाचारों में चर्चित “स्टॉकहोम घोषणा 1972” निम्नलिखित में से किससे संबंधित है?
Correct
उत्तर: c)
1972 में 5 से 16 जून तक स्टॉकहोम (स्वीडन) में मानव पर्यावरण पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन आयोजित किया गया था। बैठक में पर्यावरण और विकास से संबंधित 26 सिद्धांतों की घोषणा और 109 सिफारिशों और एक संकल्प के साथ एक कार्य योजना पर सहमति हुई।
Incorrect
उत्तर: c)
1972 में 5 से 16 जून तक स्टॉकहोम (स्वीडन) में मानव पर्यावरण पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन आयोजित किया गया था। बैठक में पर्यावरण और विकास से संबंधित 26 सिद्धांतों की घोषणा और 109 सिफारिशों और एक संकल्प के साथ एक कार्य योजना पर सहमति हुई।