HINDI - INSIGHTS CURRENT EVENTS QUIZ 2020
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Welcome to Current Affairs Quiz in HINDI Medium. Hope you are happy with our Hindi Current Affairs. The following Quiz is based on the Hindu, PIB and other news sources. It is a current events based quiz. Solving these questions will help retain both concepts and facts relevant to UPSC IAS civil services exam – 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
1 pointsलोनार झील के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- लोनार झील का निर्माण पृथ्वी के साथ क्षुद्रग्रह के टकराने से हुआ था।
- लोनार पृथ्वी पर बेसाल्ट पर निर्मित फ्रेश इम्पैक्ट स्ट्रक्चर है, जिससे यह चंद्रमा की सतह पर मौजूद इम्पैक्ट क्रेटर के समरूप प्रतीत होता है।
- यह एक अधिसूचित राष्ट्रीय भू-विरासत स्मारक है।
उपर्युक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
Correct
उत्तर : d)
- लोनार झील, जिसे लोनार क्रेटर के रूप में भी जाना जाता है, एक अधिसूचित राष्ट्रीय भू-विरासत स्मारक (National Geo-heritage Monument) है, जो महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के लोनार स्थान पर अवस्थित है। इसका निर्माण प्लीस्टोसिन काल (Pleistocene Epoch) में उल्कापिंड के गिरने से हुआ माना जाता है। यह पृथ्वी पर बेसाल्ट चट्टान में निर्मित ज्ञात चार, “हाइपर-वेग” इम्पैक्ट क्रेटर्स में से एक है। अन्य तीन बेसाल्टिक इम्पैक्ट क्रेटर्स दक्षिणी ब्राजील में स्थित हैं। झील में लवणीय और क्षारीय दोनों प्रकार का जल पाया जाता है।
- हाल ही में, लोनार झील का जल गुलाबी रंग का हो गया है। कुछ दिनों के अंतराल पर इस प्रकार का परिवर्तन बदलाव होता रहता है। वैज्ञानिक अनुमान के अनुसार यह रंग परिवर्तन सूक्ष्म जीवों के कारण हो सकता है जो उच्च लवणीय सांद्रता वाले जल में वृद्धि करते हैं।
- झील में एक प्रकार की एकल-कोशिका शैवाल भी पाई जाती है, जिसे डुनालीला सलीना (Dunaliella salina) कहा जाता है। जब जल की स्थिति अनुकूल होती है, तो डुनालीला सलीना का रंग हरा हो जाता है। लेकिन उच्च लवणता या उच्च तापमान वाली प्रतिकूल परिस्थितियों में शैवाल नारंगी-लाल बीटा कैरोटीन सहित सुरक्षात्मक कैरोटीनॉयड का उत्पादन करते हैं।
- 35,000 से 50,000 वर्ष पूर्व निर्मित, लोनार पृथ्वी पर बेसाल्ट पर निर्मित फ्रेश इम्पैक्ट स्ट्रक्चर है, जिससे यह चंद्रमा की सतह पर मौजूद इम्पैक्ट क्रेटर के समरूप प्रतीत होता है।
Incorrect
उत्तर : d)
- लोनार झील, जिसे लोनार क्रेटर के रूप में भी जाना जाता है, एक अधिसूचित राष्ट्रीय भू-विरासत स्मारक (National Geo-heritage Monument) है, जो महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के लोनार स्थान पर अवस्थित है। इसका निर्माण प्लीस्टोसिन काल (Pleistocene Epoch) में उल्कापिंड के गिरने से हुआ माना जाता है। यह पृथ्वी पर बेसाल्ट चट्टान में निर्मित ज्ञात चार, “हाइपर-वेग” इम्पैक्ट क्रेटर्स में से एक है। अन्य तीन बेसाल्टिक इम्पैक्ट क्रेटर्स दक्षिणी ब्राजील में स्थित हैं। झील में लवणीय और क्षारीय दोनों प्रकार का जल पाया जाता है।
- हाल ही में, लोनार झील का जल गुलाबी रंग का हो गया है। कुछ दिनों के अंतराल पर इस प्रकार का परिवर्तन बदलाव होता रहता है। वैज्ञानिक अनुमान के अनुसार यह रंग परिवर्तन सूक्ष्म जीवों के कारण हो सकता है जो उच्च लवणीय सांद्रता वाले जल में वृद्धि करते हैं।
- झील में एक प्रकार की एकल-कोशिका शैवाल भी पाई जाती है, जिसे डुनालीला सलीना (Dunaliella salina) कहा जाता है। जब जल की स्थिति अनुकूल होती है, तो डुनालीला सलीना का रंग हरा हो जाता है। लेकिन उच्च लवणता या उच्च तापमान वाली प्रतिकूल परिस्थितियों में शैवाल नारंगी-लाल बीटा कैरोटीन सहित सुरक्षात्मक कैरोटीनॉयड का उत्पादन करते हैं।
- 35,000 से 50,000 वर्ष पूर्व निर्मित, लोनार पृथ्वी पर बेसाल्ट पर निर्मित फ्रेश इम्पैक्ट स्ट्रक्चर है, जिससे यह चंद्रमा की सतह पर मौजूद इम्पैक्ट क्रेटर के समरूप प्रतीत होता है।
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Question 2 of 5
2. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- बेरोज़गारी दर, श्रम बल में शामिल व्यक्तियों में बेरोज़गार व्यक्तियों के प्रतिशत को संदर्भित करती है।
- श्रम बल को उन लोगों के रूप में परिभाषित किया गया है जो काम कर रहे हैं या काम की तलाश कर रहे हैं या काम के लिए उपलब्ध हैं।
3.वर्ष 2017-18 में वर्ष 1977-78 के बाद से सबसे कम बेरोज़गारी दर्ज की गई।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: b)
- सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Programme Implementation) द्वारा जारी नवीनतम आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (Periodic Labour Force Survey: PLFS) में भारत की बेरोज़गारी दर 2017-18 में 6.1% थी जो 45 वर्षों में सर्वाधिक थी, वहीं यह 2018-19 में घटकर 5.8% हो गई है।
- श्रम बल भागीदारी दर भी 2017-18 में 36.9% से बढ़कर 2018-19 में 37.5% हो गई। श्रम बल को उन लोगों के रूप में परिभाषित किया जाता है जो काम कर रहे हैं, या काम की तलाश कर रहे हैं या काम के लिए उपलब्ध हैं। इसकी भागीदारी दर, आबादी में श्रम बल के प्रतिशत को संदर्भित करती है। बेरोज़गारी दर, श्रम बल में शामिल व्यक्तियों में बेरोज़गार व्यक्तियों के प्रतिशत को संदर्भित करती है।
- महिलाओं में बेरोज़गारी दर 5.7% से घटकर 5.2% हो गई है, जबकि पुरुष बेरोज़गारी दर में केवल 6.2% से 6% तक की ही गिरावट दर्ज की गई है। 2018-19 में शहरी बेरोज़गारी दर उच्च स्तर (7.7%) पर थी, जिसमें 2017-18 के 7.8% से मामूली गिरावट दर्ज की गयी थी। ग्रामीण बेरोज़गारी दर 5.3% से घटकर 5% हो गई है।
Incorrect
उत्तर: b)
- सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Programme Implementation) द्वारा जारी नवीनतम आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (Periodic Labour Force Survey: PLFS) में भारत की बेरोज़गारी दर 2017-18 में 6.1% थी जो 45 वर्षों में सर्वाधिक थी, वहीं यह 2018-19 में घटकर 5.8% हो गई है।
- श्रम बल भागीदारी दर भी 2017-18 में 36.9% से बढ़कर 2018-19 में 37.5% हो गई। श्रम बल को उन लोगों के रूप में परिभाषित किया जाता है जो काम कर रहे हैं, या काम की तलाश कर रहे हैं या काम के लिए उपलब्ध हैं। इसकी भागीदारी दर, आबादी में श्रम बल के प्रतिशत को संदर्भित करती है। बेरोज़गारी दर, श्रम बल में शामिल व्यक्तियों में बेरोज़गार व्यक्तियों के प्रतिशत को संदर्भित करती है।
- महिलाओं में बेरोज़गारी दर 5.7% से घटकर 5.2% हो गई है, जबकि पुरुष बेरोज़गारी दर में केवल 6.2% से 6% तक की ही गिरावट दर्ज की गई है। 2018-19 में शहरी बेरोज़गारी दर उच्च स्तर (7.7%) पर थी, जिसमें 2017-18 के 7.8% से मामूली गिरावट दर्ज की गयी थी। ग्रामीण बेरोज़गारी दर 5.3% से घटकर 5% हो गई है।
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Question 3 of 5
3. Question
1 pointsगरीब कल्याण रोज़गार अभियान के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- गरीब कल्याण रोज़गार अभियान एक व्यापक रोजगार सह ग्रामीण सार्वजनिक कार्य अभियान है।
- यह योजना सभी राज्यों के चयनित जिलों में एक मिशन मोड के आधार पर कार्य करेगी, जहां कोविड-19 के कारण प्रवासी श्रमिकों की अधिकतम संख्या वापस अपने गृह जिलों में लौट आई है।
- अभियान का लक्ष्य गांवों में आधुनिक सुविधाओं, जैसे इंटरनेट कनेक्टिविटी, ऑप्टिक फाइबर केबल बिछाने और इंटरनेट की गति बढ़ाने में योगदान करना है।
उपर्युक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
Correct
उत्तर: b)
- प्रधानमंत्री ने कोविड-19 महामारी के चलते गांवों में लौटने वाले प्रवासी कामगारों को रोजगार और आजीविका हेतु व्यापक अवसर उपलब्ध कराने के लिए ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ का शुभारम्भ किया।
- ‘गरीब कल्याण रोज़गार अभियान’ यह अभियान उन “श्रमिकों” के लिए है जो लॉकडाउन के दौरान अपने गाँव लौट आए थे। वे अपने कौशल का उपयोग अपने गाँवों के विकास में करना चाहते हैं।
- 125 दिन का यह अभियान मिशन मोड के रूप में कार्य करेगा। इसमें 25 श्रेणी के कार्यों/ गतिविधियों के कार्यान्वयन पर ध्यान केन्द्रित किया जायेगा। इस अभियान के दौरान कराए गए सार्वजनिक कार्यों के लिए 50,000 करोड़ रुपये के संसाधन निर्धारित किए गए हैं।
- सभी प्रकार के पेशे में संलग्न प्रवासी कामगारों को ‘गरीब कल्याण रोज़गार अभियान’ में काम मिलेगा, श्रमिकों की स्किल मैपिंग की जाएगी, महिलाओं को स्व-सहायता समूहों से जोड़ा जाएगा ताकि वे अपने परिवार के लिए अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकें।
- अभियान के तहत बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा में 25,000 से अधिक प्रवासी कामगारों के साथ कुल 116 जिलों को चुना गया है और इसमें 27 आकांक्षी जिले (aspirational districts) भी शामिल हैं।
- सरकार की 25 योजनाओं को एकीकृत किया जाएगा और ग्राम पंचायत भवन व आगनवाड़ी केन्द्रों के निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग से सबंधित कार्यों, रेलवे कार्यों, जल संरक्षण परियोजनाओं आदि के लिए सहायता की जाएगी।
- यह अभियान 12 विभिन्न मंत्रालयों/विभागों, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, खनन, पेयजल एवं स्वच्छता, पर्यावरण, रेलवे, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा, सीमावर्ती सड़क, दूरसंचार और कृषि मंत्रालयों का समन्वित प्रयास है।
- ज्ञातव्य है कि पहली बार, गाँवों में इंटरनेट का उपयोग शहरों की तुलना में अधिक किया जा रहा है। यह अभियान आधुनिक सुविधाओं, जैसे कि गाँवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी, ऑप्टिक फाइबर केबल बिछाने, इंटरनेट की गति बढ़ाने में योगदान करेगा, ताकि गाँवों में बच्चे शहरों के समान पढ़ाई और अधिगम कार्य कर सकें।
- इस अभियान के माध्यम से प्रवासी श्रमिक अपने निवास स्थान के पास ही रोजगार प्राप्त कर सकेंगे।
Incorrect
उत्तर: b)
- प्रधानमंत्री ने कोविड-19 महामारी के चलते गांवों में लौटने वाले प्रवासी कामगारों को रोजगार और आजीविका हेतु व्यापक अवसर उपलब्ध कराने के लिए ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ का शुभारम्भ किया।
- ‘गरीब कल्याण रोज़गार अभियान’ यह अभियान उन “श्रमिकों” के लिए है जो लॉकडाउन के दौरान अपने गाँव लौट आए थे। वे अपने कौशल का उपयोग अपने गाँवों के विकास में करना चाहते हैं।
- 125 दिन का यह अभियान मिशन मोड के रूप में कार्य करेगा। इसमें 25 श्रेणी के कार्यों/ गतिविधियों के कार्यान्वयन पर ध्यान केन्द्रित किया जायेगा। इस अभियान के दौरान कराए गए सार्वजनिक कार्यों के लिए 50,000 करोड़ रुपये के संसाधन निर्धारित किए गए हैं।
- सभी प्रकार के पेशे में संलग्न प्रवासी कामगारों को ‘गरीब कल्याण रोज़गार अभियान’ में काम मिलेगा, श्रमिकों की स्किल मैपिंग की जाएगी, महिलाओं को स्व-सहायता समूहों से जोड़ा जाएगा ताकि वे अपने परिवार के लिए अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकें।
- अभियान के तहत बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा में 25,000 से अधिक प्रवासी कामगारों के साथ कुल 116 जिलों को चुना गया है और इसमें 27 आकांक्षी जिले (aspirational districts) भी शामिल हैं।
- सरकार की 25 योजनाओं को एकीकृत किया जाएगा और ग्राम पंचायत भवन व आगनवाड़ी केन्द्रों के निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग से सबंधित कार्यों, रेलवे कार्यों, जल संरक्षण परियोजनाओं आदि के लिए सहायता की जाएगी।
- यह अभियान 12 विभिन्न मंत्रालयों/विभागों, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, खनन, पेयजल एवं स्वच्छता, पर्यावरण, रेलवे, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा, सीमावर्ती सड़क, दूरसंचार और कृषि मंत्रालयों का समन्वित प्रयास है।
- ज्ञातव्य है कि पहली बार, गाँवों में इंटरनेट का उपयोग शहरों की तुलना में अधिक किया जा रहा है। यह अभियान आधुनिक सुविधाओं, जैसे कि गाँवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी, ऑप्टिक फाइबर केबल बिछाने, इंटरनेट की गति बढ़ाने में योगदान करेगा, ताकि गाँवों में बच्चे शहरों के समान पढ़ाई और अधिगम कार्य कर सकें।
- इस अभियान के माध्यम से प्रवासी श्रमिक अपने निवास स्थान के पास ही रोजगार प्राप्त कर सकेंगे।
-
Question 4 of 5
4. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा भारत का पहला वन्यजीव अभ्यारण्य है जिसमें मुख्य प्रजाति के रूप में गोल्डन लंगूर पाया जाता है।
Correct
उत्तर: c)
चक्रशिला भारत का पहला वन्यजीव अभ्यारण्य है जहाँ मुख्य प्रजाति के रूप में गोल्डन लंगूर पाया जाता है। चक्रशिला में लगभग 600 गोल्डन लंगूर पाए जाते हैं जिनकी आबादी पश्चिमी असम और भूटान की तलहटी में विस्तृत है।
Incorrect
उत्तर: c)
चक्रशिला भारत का पहला वन्यजीव अभ्यारण्य है जहाँ मुख्य प्रजाति के रूप में गोल्डन लंगूर पाया जाता है। चक्रशिला में लगभग 600 गोल्डन लंगूर पाए जाते हैं जिनकी आबादी पश्चिमी असम और भूटान की तलहटी में विस्तृत है।
-
Question 5 of 5
5. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- पश्चिमी घाट में अधिकतम संख्या में और देशज रूप में ऑर्किड फूलों की प्रजातियाँ पाई हैं।
- भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण द्वारा भारत के ऑर्किड फूलों की गणना की जाती है।
- जंगली ऑर्किड फूलों का व्यापार विश्व स्तर पर प्रतिबंधित है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct
उत्तर: d)
- भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण (Botanical Survey of India) ने ऑर्किड फूलों पर अपनी पहली सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की। जिसमें बताया गया कि देश में 1,256 ऑर्किड की प्रजातियां मौजूद हैं।
- ऑर्किड प्रजातियों का एक राज्य-वार वितरण से ज्ञात होता है कि हिमालय, देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र और पश्चिमी घाट इस सुंदर पौधों की प्रजातियों के हॉट-स्पॉट हैं।
- आर्किड प्रजाति की सबसे अधिक संख्या (612 प्रजातियां) अरुणाचल प्रदेश में मौजूद हैं, उसके बाद सिक्किम (560 प्रजातियां) तथा पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग हिमालय में (479 प्रजातियां) का स्थान है।
- जहाँ पूर्वोत्तर भारत में इस प्रजाति सर्वाधिक संकेन्द्रण पाया जाता है, वहीँ पश्चिमी घाट में यह एक देशज प्रजाति है।
- भारत के 10 जैव-भौगोलिक क्षेत्रों ( bio geographic zones) में, हिमालयी क्षेत्र आर्किड प्रजातियों के मामले में सबसे समृद्ध है। इसके बाद पूर्वोत्तर, पश्चिमी घाट, दक्कन का पठार और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह का स्थान है।
संपूर्ण आर्किड परिवार को CITES (कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल ट्रेड ऑन एंडेंजर्ड स्पीशीज़ ऑफ़ वाइल्ड फॉना एंड फ्लोरा) के परिशिष्ट II के अंतर्गत सूचीबद्ध किया गया है और इसलिए विश्व स्तर पर किसी भी जंगली ऑर्किड के व्यापार पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
Incorrect
उत्तर: d)
- भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण (Botanical Survey of India) ने ऑर्किड फूलों पर अपनी पहली सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की। जिसमें बताया गया कि देश में 1,256 ऑर्किड की प्रजातियां मौजूद हैं।
- ऑर्किड प्रजातियों का एक राज्य-वार वितरण से ज्ञात होता है कि हिमालय, देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र और पश्चिमी घाट इस सुंदर पौधों की प्रजातियों के हॉट-स्पॉट हैं।
- आर्किड प्रजाति की सबसे अधिक संख्या (612 प्रजातियां) अरुणाचल प्रदेश में मौजूद हैं, उसके बाद सिक्किम (560 प्रजातियां) तथा पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग हिमालय में (479 प्रजातियां) का स्थान है।
- जहाँ पूर्वोत्तर भारत में इस प्रजाति सर्वाधिक संकेन्द्रण पाया जाता है, वहीँ पश्चिमी घाट में यह एक देशज प्रजाति है।
- भारत के 10 जैव-भौगोलिक क्षेत्रों ( bio geographic zones) में, हिमालयी क्षेत्र आर्किड प्रजातियों के मामले में सबसे समृद्ध है। इसके बाद पूर्वोत्तर, पश्चिमी घाट, दक्कन का पठार और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह का स्थान है।
संपूर्ण आर्किड परिवार को CITES (कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल ट्रेड ऑन एंडेंजर्ड स्पीशीज़ ऑफ़ वाइल्ड फॉना एंड फ्लोरा) के परिशिष्ट II के अंतर्गत सूचीबद्ध किया गया है और इसलिए विश्व स्तर पर किसी भी जंगली ऑर्किड के व्यापार पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।